Sonbhadra: पति ने पत्नी को मृत दिखाकर दूसरी शादी कर ली: बीमा क्लेम हड़पने के लिए मुकदमा
Sonbhadra जनपद के चोपन थाना क्षेत्र के अगोरी खास गांव निवासी एक महिला को दहेज के लिए प्रताड़ित कर मायके भेजने और नगर पंचायत कर्मियों से मिलकर बीमा क्लेम हड़पने के लिए उसे जिंदा रहते हुए भी मृत दिखाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब संबंधित बीमा कंपनी के अधिकारी असलियत की जानकारी के लिए प्रयागराज जनपद स्थित मायके पहुंचे। पीड़िता की तहरीर पर पति, सास, दो ननद, बहनोई और पति के दोस्त के खिलाफ दहेज उत्पीड़न एवं फर्जीवाड़े के आरोप में मंगलवार की देर रात चोपन पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता रंजना पुत्री मोहन सिंह निवासी हरदिहा थाना खीरी जनपद प्रयागराज की शादी गत 30 अप्रैल 2015 को चोपन थाना क्षेत्र के अगोरी खास गांव में वार्ड नंबर 10 गौरव नगर निवासी रविंद्र कुमार पुत्र दुखरन प्रसाद के साथ हुई थी।
आरोप है कि शादी के बाद उसे पति रविंद्र, सास धुरू देवी, ननद आरती देवी पत्नी इंद्रमणि निवासी हरदिहा थाना खीरी जनपद प्रयागराज, ननद धर्मशीला, बहनोई नरेश निवासी चोपन दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। वही कुछ समय बाद संतान ना होने के कारण भी ताना देकर प्रताड़ित किया जाने लगा और इसी की आड़ लेकर उसे गत 27 अगस्त 2020 को ससुराल के लोग उसे मायके ले जाकर छोड़ दिए। 15 मार्च 2021 को रामगढ़ क्षेत्र की एक युवती से दूसरी शादी भी कर ली।
एचडीएफसी लाइफ बैंक में उसके बीमा का क्लेम लेने के लिए उसे मृत भी दिखा दिया गया। माह भर पूर्व जब बीमा क्लेम के संबंध में छानबीन करने के लिए बीमा कंपनी के अधिकारी उसके मायके पहुंचे, तब उसे मालूम हुआ कि उसके पति ने उसे मृत दिखाकर दूसरी शादी कर ली है। दिलचस्प मामला यह है कि पत्नी को मृत दिखाने के बाद भी उसी पत्नी को लेकर, पति द्वारा एक मुकदमा परिवार न्यायालय में दाखिल कर दिया गया।
प्रकरण की जानकारी के बाद वह ससुराल पहुंची तो उसे घर में घुसने से रोक दिया गया। इसके बाद वह चोपन नगर पंचायत कार्यालय गई। वहां मालूम हुआ कि उसे 28 नवंबर 2020 को ही मृत दिखा दिया गया है। नगर पंचायत कर्मियों की मिलीभगत से एक मार्च 2021 को उसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया।
तत्कालीन सभासद की तरफ से भी उसे मृत बताए जाने की बात सामने आई। पूरे मामले की जानकारी के बाद 23 जुलाई को नगर पंचायत चोपन में शपथ पत्र देकर उसने कार्रवाई की मांग की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। दो अगस्त को भी उसने प्रार्थना पत्र दिया लेकिन संज्ञान नहीं लिया गया। तब उसने मंगलवार की रात चोपन थाने में तहरीर दी।