भाकियू का जोरदार प्रदर्शन-डीएम कार्यालय पर कब्जा
मुजफ्फरनगर। स्कूली वाहनो के बन्द होने पर छात्र-छात्राओं के साथ डीएम कार्यालय पहंुचे भाकियू कार्यकर्ताओं ने विरोध स्वरूप धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ तीखी झडपें भी हुई। प्रदर्शन के दौरान हंगामा बढता देख कई थानो की पुलिस व पीएसी बल कचहरी मे बुलवाया गया।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चै.राकेश टिकैत के नेतृत्व मे आज दोपहर कचहरी स्थित डीएम कार्यालय पहंुचे विभिन्न स्कूलो के सैंकडो छात्र-छात्राओ ने अभिभावकों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे को सौपना चाहा। बताया जाता है कि भाकियू कार्यकर्ताओ ने भीड के साथ जबरन डीएम कार्यालय में प्रवेश का प्रयास किया। जिसके चलते भाकियू कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच तीखी झडपें व धक्का मुक्की होे जाने पर यह मामला तूल पकड गया।
धरना प्रदर्शन व हंगामे के बीच भकियू नेता राकेश टिकैत ने स्पष्ट शब्दो मे कहा कि परिवहन विभाग की गुण्डागर्दी कतई बर्दाश्त नही की जाएगी और अगर बच्चों कीे गाडियंा बन्द की गई तो पहले सरकारी विभागो की पुरानी गाडियंा बंद की जाए और बच्चो की स्कूल गाडियंा बन्द करने के बाद उन्हे स्कूल तक पहंुचाने की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस दौरान भाकियू नेता राकेश टिकैत की मौजूदगी मे भाकियू कार्यकर्ताओ ने डीएम कार्यालय पर उग्र प्रदर्शन किया। बताया जाता है कि इस दौरान एक बार को प्रशासन व भाकियू के बीच टकराव की स्थिती बन गई।
कुछ ही क्षणो मे स्थिती काफी हद तक शान्त हो गयी। वहीं दूसरी और स्कूली वाहनो के बन्द होने के मामले मे स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर मौजूद सैंकडो भाकियू कार्यकर्ताओ ने चैधरी राकेश टिकैत के साथ डीएम कार्यालय पर कब्जा कर लिया। इस दौरान भाकियू नेता राकेश टिकैत द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान खुद को जंजीर से बंधवा दिया गया। इस दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
डीएम कार्यालय पर भाकियू कार्यकर्ताओ द्वारा किए गए उग्र प्रदर्शन तथा मामला बढता देख कई थानो की पुलिस तथा पीएसी बल डीएम कार्यालय पर बुलवा लिया गया। अभिभावकों का कहना है कि उत्तर प्रदेश मोटर यान 26 वंा संशोधन नियमावली 2019 के तहत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्कूल के वाहन संचालन हेतु वाहन नियमावली मे संशोधन किया गया है। इस संशोधन को लागू करते समय प्रदेश के अभिभावकों व स्कूल प्रबन्ध से राय नही ली गई है। अभिभावको का कहना है कि नई नियमावली मे खामियो के चलते स्कूल के बच्चो के सामने शिक्षा का संकट खडा हो गया है।
जिससे बच्चो को स्कूल भेजने मे अभिभावको को भारी समस्या का सामना करना पड रहा है। इसके लागू होने पर अभिभावको पर फीस से 3 गुना खर्च परिवहन पर पडने वाला है। ग्रामीण क्षेत्र के अभिभावक इस खर्च को वहन करने मे सक्षम नही है। अभिभावको की सरकार से मंाग है कि उ.प्र.मोटरयान 26 वंा संशोधन नियमावली 2019 इसके अध्याय 9 क मे विद्यालय वाहनो पर पुनर्विचार कर आगामी सत्र मे लागू करने की मांग की गई है। बच्चो के परिवहन की सुविधा सरकार द्वारा रोडवेज से कराने की मांग व स्कूल ब मे महिला परिचालक व अध्यापक की अनिवार्यता को समाप्त कराने तथा वर्तमान परिस्थिति मे पुरानी नियमावली व्यवस्था को पुनः बहाल कराये जाने की मांग की गई है।
आज दोपहर स्कूली वाहन बंद होने पर भाकियू मे उबाल पर राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की मौजूदगी विरोध प्रदर्शन व धक्का मुक्की के बीच भाकियू ने अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा की। प्रदर्शन के दौरान भकियू कार्यकर्ता अपने हाथो मे लाठी डन्डे लिए हुए थे। इस दौरान डीएम कार्यालय पर एडीएम प्रशासन अमित कुमार, सिटी मजिस्टेªट अतुल कुमार, सीओ सिटी हरीश भदौरिया सहित जनपद के लगभग सभी थानो के थाना प्रभारी, क्षेत्राधिकारी व पुलिस तथा पीएसी बल मौजूद रहा। तेज बारिश के बावजूद डीएम कार्यालय पर धरना जारी रहा। राकेश टिकैत ने अपने सभी भाकियू कार्यकर्ताओं से डीएम कार्यालय पर पहुंचने की अपील की है। इस दौरान प्रदर्शन करने वालो में धीरज लाटियान भाकियू जिलाध्यक्ष, राजू अहलावत मंडल महामंत्री, धर्मेन्द्र मलिक प्रवक्ता, विकास शर्मा, राजीव बालियान सहित अनेक पदाधिकारी सैकडों कार्यकर्ता मौजूद रहे।