संपादकीय विशेष

Muzaffarnagar: गर्मी से बर्फ के कारोबार में बूम, दैनिक कार्य करने वालों को भारी परेशानियों का सामना

मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar) गर्मी से हाल बेहाल होने लगा आलम यह हो चुका है कि दोपहरी में निकलना मुश्किल हो गया है। रविवार को भी सुबह से भीषण गर्मी शुरू हो गई। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, तापमान भी बढ़ता चला गया। ऐसे में खेतीबाड़ी व अन्य दैनिक कार्य करने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम का असर फसलों पर भी खूब देखा जा रहा है। उधर, बर्फ के कारोबार में बूम आया है।

प्रसिद्ध चिकित्सकों का कहना है कि भीषण गर्मी व इससे होने वाली बीमारियों से से बचने के लिए लोगों को इस मौसम में अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए। जिससे शरीर में पानी की कमी नहीं होगी। इसके अलावा घर से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए। अगर ज्यादा जरूरी हो तभी घर से बाहर निकले। बच्चों को भी इस गर्मी से बचा कर रखने की जरूरत है। घर से बाहर निकलते समय सूती कपड़े का प्रयोग करें व हो सके तो गीला कपड़ा सिर पर रखें। अगर संभव न हो तो छाते का प्रयोग करें। फ्रिज के ठंडे पानी व कोल्ड ड्रिक से परहेज रखना चाहिए। घड़े का पानी, नींबू पानी अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए। वातानुकूलित कमरे से अगर बाहर निकले तब भी एहतियात बरतने की जरूरत है।

सुबह नौ बजे से पहले ही गर्म हवाएं चलने लगी। ११ बजे तक लू प्रचंड रूप ले रही है। लू के कारण लोगों का घरों से बाहर निकलना भी दूभर हो गया। लू से बचने के लिए लोग घर पर रहना ही पसंद कर रहे हैं। सारा दिन सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है। विशेषज्ञों के मुताबिक न केवल मनुष्य बल्कि पशुओं पर भी गर्मी का प्रतिकूल असर देखा जा रहा है। पशु हीट स्ट्रोक की चपेट में आने लगे हैं और दूध उत्पादन भी घटकर करीब आधा रह गया है। ऐसे में पशुओं की ओर ध्यान देना भी जरूरी है। पशुओं के कमरे में हवा का विशेष प्रबंध करें और समय-समय पर पानी पिलाते रहें। जनपद में दिनों दिन गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सुबह नौ बजे ही सूरज के तल्ख तेवरों से गर्मी का अहसास होने लगता है।

हालत यह है कि घरों में कूलर-पंखे से भी राहत नहीं मिल रही है। दोपहर १२ बजे से सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है। सूरज की तपन लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। आलम यह है कि सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक गर्मी से जीना दुश्वार हो रहा है। दस बजे के बाद लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। बिना मुंह ढके बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं है।

रविवार को गर्मी के चलते हाईवे समेत शहर के कई मार्गों पर सन्नाटा पसरा रहा। सड़कों पर राहगीर तक नजर नहीं आए। सड़कें सूनी पड़ी रहीं। चिकित्सकों का कहना है कि गर्मी में शरीर से निकलने वाले पसीने से पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में बीमार होने का अधिक खतरा रहा है। इससे बचाव करें। गर्मी में बाहर निकलने पर शरीर से पसीना निकल जाता है। इससे पानी की कमी हो जाती है। इसको पूरा करने के लिए अधिक पानी पिएं। नीबू पानी और ग्लूकोज का सेवन करें। शरीर को पूरी तरह से ढककर ही बाहर निकलें।

Dr. Sanjay Kumar Agarwal

डॉ. एस.के. अग्रवाल न्यूज नेटवर्क के मैनेजिंग एडिटर हैं। वह मीडिया योजना, समाचार प्रचार और समन्वय सहित समग्र प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। उन्हें मीडिया, पत्रकारिता और इवेंट-मीडिया प्रबंधन के क्षेत्र में लगभग 3.5 दशकों से अधिक का व्यापक अनुभव है। वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों, चैनलों और पत्रिकाओं से जुड़े हुए हैं। संपर्क ई.मेल- [email protected]

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