Muzaffarnagar: शनिजयंती, सोमवती अमावस्या पर शनिदेव का हुआ पंचामृत अभिषेक- भण्डारा
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar)। वट अमावस्या, सोमती अमावस्या व शनि जयंती के अद्भुत संयोग पर चरथावल मोड़ स्थित सिद्ध पीठ शनिधाम मंदिर में अनेक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। पूरे दिन श्रदृलु स्त्री पुरूषों का भक्ति भाव से पूजा अर्चना करने हेतु तांता लगा रहा।सुबह सवेरे यज्ञ- हवन- पूजन के उपरांत श्रद्धालु भक्त जनों को संबोधित करते हुए सिद्ध पीठ वाले गुरूजी पंडित संजय कुमार ने बताया कि 30वर्ष बाद ऐसा दुर्लभ संयोग पड रहा है। कि सोमवती अमावस्या, वट अमावस्या व शनि जंयती एक ही दिन पड रही है।
शनि देव के जन्म दिन पर दान करने, पूजा पाठ से ढैय्या, साढेसाती व शनिदोष में जातक को राहत मिलती है। इस दिन पितरो को जल देने से बहद फल मिलता है।
वट अमावस्या पर वट वृक्ष बरगद व सोमवती अमावस्या पर पीपल को जल अर्पित कर चन्द्रमा का ध्यान कर, अपने सुहाग की दीर्घायु व उन्नति की कामना करनी चाहिए शरद कपूर ने शनि जंयती पर शनि महिमा पर प्रकाश डाला
दोपहर में 21 यजमानो द्वारा भगवान शनिदेव का नील बूरा दही आदि से पंचामृत अभिषेक किया गया। तत्पश्चात् महाआरति व भगवान शनिदेव को 56 प्रकार का भोग लगाया गया। बाद में राजीव जैन (मोनिका पाईप) की ओर से मंदिर प्रागंण में विशाल भण्डारा आयोजित किया गया। श्रृद्धालु भक्तजनों ने भारी संख्या में इसमें भाग लेकर भगवान शनिदेव की स्तुति व आराधना की।
शनि जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में पं0 केशवा नंद, पं0 संतोष मिश्रा, सिद्ध पीठ वाले गुरूजी पं0 संजय कुमार ने समस्त पूजन पाठ व धार्मिक क्रियाएँ सम्पन्न करायी/सिद्धपीठ वाले गुरूजी संजय कुमार ने भक्तजनों को भभूत का भी वितरण किया।
कार्यक्रम में मंदिर समिति के अध्यक्ष ललित मोहन शर्मा, मुकेश चौहान, नरेन्द्र पंवार, शरद कपूर, संदीप मित्तल के अलावा नैनसी गर्ग, सतीश, आशीष, उत्तम आदि की उपस्थिति व सहयोग रहा। शनि जयंति पर मंदिर की साज सज्जा देखने लायक बनी रही मंदिर प्रांगण को फूलो और गुब्बारो से सजाया गया था।