Nishtha Tripathi murder case: इंजीनियरिंग छात्र आदित्य शुक्ला कोर्ट में पेश, अखंड प्रताप सिंह अंडरग्राउंड
Nishtha Tripathi murder case में गिरफ्तार किया गया इंजीनियरिंग छात्र आदित्य शुक्ला रविवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से वह जेल भेजा गया। वारदात के बाद आदित्य शुक्ला ने ही जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नंबर-6 के पास पिस्टल छिपाई थी। उधर, पिस्टल देने वाले का साथी अखंड प्रताप सिंह अंडरग्राउंड हो गया है। मोबाइल भी उसका बंद है। उस पर चिनहट थाने में ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसलिए पुलिस का उस पर शक गहरा गया है। उसकी तलाश में एक टीम गोरखपुर गई है।
हरदोई निवासी निष्ठा त्रिपाठी बीबीडी से बीकॉम थर्ड ईयर की पढ़ाई कर रही थीं। 20 सितंबर की रात को वह दयाल रेजीडेंसी निवासी अपने दोस्त आदित्य देव पाठक के घर गई थी। इसी दौरान विवाद हुआ और आदित्य देव ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। दूसरे दिन पुलिस ने आदित्य देव को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पुलिस की जांच में सामने आया कि देवरिया निवासी आदित्य देव के दोस्त आदित्य शुक्ला ने पिस्टल को ठिकाने लगाया था। इसी आधार पर उसको आरोपी बना शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। एडीसीपी पूर्वी सैयद अली अब्बास ने बताया कि आरोपी ने बताया कि आदित्य देव के कहने पर उसने पिस्टल छिपाई थी।
पुलिस ने जब तफ्तीश शुरू की थी तो सामने आया था कि वारदात के वक्त मकान में निष्ठा, आदित्य देव के अलावा मोनू गौतम, आदित्य शुक्ला और अभिषेक नायक भी मौजूद था। हालांकि, शुरुआत में मोनू के साथ अभिषेक को भी पुलिस ने एक तरह से क्लीनचिट दे दी थी, लेकिन अब उसकी भी भूमिका की जांच की जा रही है।
आदित्य शुक्ला ने पूछताछ में बताया कि अभिषेक नायक ने भूतनाथ में बैठकर मेरे और आदित्य देव पाठक के साथ शराब पी थी, लेकिन मकान पर नहीं आया था। एडीसीपी का कहना है कि सभी के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल और लोकेशन आदि देखी जा रही है। पूरे गिरोह का पता कर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।