Chitrakoot के इस मंदिर में बूढ़े हनुमान
Chitrakoot रामघाट के एक छोर पर बूढ़े हनुमान के नाम से हनुमान जी स्थापित हुए है. इस हनुमान मंदिर में लोग अपनी मन्नतओं को मांगने के लिए पहुंचते हैं.यह भी बताया जाता है कि इस हनुमान मंदिर में कलयुग में यदि कोई दर्शन करता है और मन्नत मांगता है तो उसकी मन्नते जरूर पूरी होती है.यहां के साधु संतों का भी यही बखान हमेशा बताते हैं. क्योंकि इस मंदिर में मांगी हुई मुराद कभी अधूरी नहीं रहती है. इस मंदिर का विकराल रूप देखकर आप भी हैरान हो सकते हैं.
चित्रकूट के मंहत मोहित दास ने बताया कि कलयुग में हनुमान का वास आज भी चित्रकूट में बसता है.चित्रकूट वह पावन धरा है. जहां पर सतयुग से तपस्या कर रहे ऋषि मुनि और इस धरती को पवित्र करने के लिए 108 यज्ञों का हवन किया गया और उसके बाद प्रभु श्रीराम का वास हुआ है.
मंहत मोहित दास बताते है की हनुमान कलयुग में आपको कैसे मिलेंगे तो जान लीजिए प्रभु राम के साथ हनुमान कहां बसते हैं. प्रभु राम का सबसे ज्यादा समय Chitrakootमें बीता.कलयुग में दैवशक्तियों का लोक हुआ. लेकिन हनुमान अजर अमर माने गए और यही वजह है कि आज भी कलयुग में हनुमान को अमर माना गया है. कलयुग में चित्रकूट में ही बस गए हैं.470 वर्ष पहले हनुमान ने प्रभु श्री राम के दर्शन बाबा तुलसी को कराएं और युग था कलयुग. इसलिए आज भी हनुमान के दर्शन आपको Chitrakootके रामघाट में मिल जाएंगे.