Raebareli: एसपी पर फर्जी गिरफ्तारी कराने के आरोप की जांच के लिए SIT गठित
Raebareli हाईकोर्ट के आदेश पर रायबरेली के एसपी अभिषेक अग्रवाल पर युवक की फर्जी गिरफ्तारी कराने के मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है।डीजीपी प्रशांत कुमार के आदेश पर एडीजी जोन लखनऊ ने वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है।
हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने युवक की मां गोमती मिश्रा की याचिका पर सुनवाई के दौरान एसआईटी बनाकर एसपी पर लगे आरोप की जांच करके दो माह में रिपोर्ट मांगी है।
बता दें कि गोमती मिश्रा ने याचिका दाखिल कर आरोप लगाया है कि एमबीए शिक्षित उनके बेटे अलख मिश्रा को चोरी के फर्जी केस में सिर्फ इसलिए गिरफ्तार किया गया, क्योंकि उसने एसपी को टैक्सी देने से मना कर दिया था।
रायबरेली हाईकोर्ट के आदेश पर रायबरेली के एसपी अभिषेक अग्रवाल पर युवक की फर्जी गिरफ्तारी कराने के मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। डीजीपी प्रशांत कुमार के आदेश पर एडीजी जोन लखनऊ ने वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है।
हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने युवक की मां गोमती मिश्रा की याचिका पर सुनवाई के दौरान एसआईटी बनाकर एसपी पर लगे आरोप की जांच करके दो माह में रिपोर्ट मांगी है।
बता दें कि गोमती मिश्रा ने याचिका दाखिल कर आरोप लगाया है कि एमबीए शिक्षित उनके बेटे अलख मिश्रा को चोरी के फर्जी केस में सिर्फ इसलिए गिरफ्तार किया गया, क्योंकि उसने एसपी को टैक्सी देने से मना कर दिया था।
इस मामले में रायबरेली के एसपी और युवक के बीच की घटना ने समाज में बहुत चर्चा का विषय बना दिया है। इस घटना ने दिखाया है कि कैसे अधिकारी अपनी सत्ता का दुरुपयोग करके निर्दोष लोगों को भी अन्यायपूर्ण तरीके से प्रभावित कर सकते हैं।
यह मामला समाज में एक मोरल के सवाल को उठाता है। एक ओर, जहां यह घटना ने दिखाया है कि कैसे अधिकारी अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर सकते हैं, वहीं दूसरी ओर, यह भी दर्शाता है कि जनता को भी अपने अधिकारों का सही उपयोग करना सीखना चाहिए। इस घटना से समाज में एक संदेश जाता है कि सत्ता का इस्तेमाल केवल अच्छे कार्यों के लिए होना चाहिए, और अधिकारी को भी न्याय और सच्चाई के प्रति संवेदनशीलता बनाए रखनी चाहिए।
इस प्रकार, रायबरेली के एसपी पर हुई इस घटना ने समाज में एक गहरा सोचने का संदेश दिया है। यह घटना दिखाती है कि सत्ता का दुरुपयोग किसी भी समाज के लिए हानिकारक हो सकता है और लोगों को अपने अधिकारों का सही उपयोग करना सीखना जरूरी है।