Haryana में बीजेपी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 17 अक्टूबर को, राव इंद्रजीत सिंह ने बागी खबरों को किया खारिज
चंडीगढ़, Haryana। हरियाणा में नई बीजेपी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 17 अक्टूबर को होने जा रहा है। इससे पहले, मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान की खबरें सामने आई थीं। विशेष रूप से, गुरुग्राम से बीजेपी सांसद राव इंद्रजीत सिंह पर बगावत करने का आरोप लगाया गया था, और उनके साथ 9 विधायकों का समर्थन भी बताया गया।
हालांकि, राव इंद्रजीत सिंह ने रविवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट डालकर इन खबरों को पूरी तरह से गलत बताया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “कुछ मीडिया चैनल पर बेबुनियाद खबरें दिखाई जा रही हैं, जिनमें मुझे 9 विधायकों के साथ बागी बताया गया है। यह सब गलत और आधारहीन है। मैं और सभी विधायक भारतीय जनता पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं।”
बीजेपी की चुनावी जीत और राव इंद्रजीत सिंह की स्थिति
हाल ही में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 90 में से 48 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने 37 सीटों पर विजय प्राप्त की। खासतौर पर अहीरवाल क्षेत्र में बीजेपी ने 11 में से 10 सीटों पर जीत हासिल की, जिसे राव इंद्रजीत सिंह का गढ़ माना जाता है। राव की बेटी आरती सिंह राव ने अटेली सीट से जीत दर्ज की है और उन्हें भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल बताया जा रहा है।
राव इंद्रजीत सिंह वर्तमान में केंद्र में राज्यमंत्री हैं और उनके पास योजना, सांस्कृतिक एवं सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय का प्रभार है। दूसरी ओर, अनिल विज का नाम भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में था, और उन्होंने इस बारे में अपनी इच्छा जाहिर की थी।
मुख्यमंत्री का नाम और शपथ ग्रहण समारोह
भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान स्पष्ट किया था कि नायब सिंह सैनी अगले मुख्यमंत्री होंगे। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जानकारी दी कि 17 अक्टूबर को पंचकूला में मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद का शपथ ग्रहण समारोह होगा। यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित दशहरा मैदान में आयोजित होगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ बीजेपी नेता और कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
आगामी चुनौतियाँ और संभावनाएँ
हरियाणा की नई सरकार के सामने कई चुनौतियाँ हैं, जिसमें विकास कार्यों को गति देना और राज्य में कानून-व्यवस्था को बनाए रखना शामिल है। चुनावों में बीजेपी की जीत के बावजूद, विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अपनी स्थिति मजबूत की है, और यह देखना होगा कि नई सरकार किस तरह से अपने वादों को पूरा करती है और जनता के विश्वास को हासिल करती है।
राव इंद्रजीत सिंह की बागी खबरों का खंडन करने और सरकार के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त करने के बाद, यह साफ हो गया है कि बीजेपी अपने सदस्यों के बीच एकता बनाए रखने के लिए गंभीर है। आगामी शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही हरियाणा में नई राजनीतिक धारा का आगाज़ होगा।

