दुनिया में ऐसा कोई देश नहीं है जहां कोई गुजराती न हों-विदेश मंत्री S Jaishankar
विदेश मंत्री S Jaishankar ने गुजरात और उसके लोगों के बड़े आर्थिक योगदान की सराहना करने के साथ ही उनकी उद्यमिता, जोखिम लेने की क्षमता और पूरी दुनिया में मौके तलाशने की इच्छा पर रोशनी डाली है. एस जयशंकर ने 10वीं वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के उद्घाटन समारोह में कहा कि गुजरात लंबे समय से इस देश का आर्थिक मामलों में लीडर रहा है.
वहां के लोग उद्यमिता, जोखिम लेने की क्षमता, या दुनिया भर में अवसर तलाशने की इच्छा के लिए मशहूर हैं. गुजराती समुदाय की पूरी दुनिया में मौजूदगी के बारे में जयशंकर ने कहा कि ‘दुनिया में ऐसा कोई देश नहीं है जहां कोई गुजराती न हो, और कभी-कभी मुझे संदेह होता है कि यही कारण है कि उन्होंने विदेश मामलों के मंत्री को उस राज्य से संसद में भेजने का विकल्प चुना.’
विदेश मंत्री S Jaishankar ने भारत के आर्थिक जगत में गुजरात के महत्व को सामने रखते हुए कहा कि गुजरात सबसे आगे और लीडर रहा है, इसलिए गुजरात में आर्थिक घटनाओं का बहुत विशेष महत्व है. इसलिए वहां आने वाला कोई भी व्यक्ति न केवल भारत के प्रदर्शन को बल्कि भारत की भविष्य की संभावनाओं को भी देख रहा है.
गुजरात से जुड़ी प्रमुख आर्थिक पहलों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात ने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे के भारत में अंतिम बिंदु के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो हाल ही में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान एक महत्वपूर्ण फोकस रहा था.
विदेश मंत्री S Jaishankar ने आगे कहा कि यह पुराना है. अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा को अब और अधिक प्रोत्साहन मिल रहा है. यहां भी भारत के लिए टेक-ऑफ बिंदु भारत का पश्चिमी तट है, विशेष रूप से गुजरात का तट है.
भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा समझौता पर इस बार नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन में भारत, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ ने हस्ताक्षर किए. इसमें दो अलग-अलग गलियारे शामिल होंगे. भारत को पश्चिम एशिया/मध्य पूर्व से जोड़ने वाला गलियारा और पश्चिम एशिया/मध्य पूर्व को यूरोप से जोड़ने वाला उत्तरी गलियारा.