प्रसव की सही तिथि क्या है? कैसे पता चलेगा ?
जब कोई डॉ. किसी महिला को यह बताती/बताता है तो उसे उसी समय खुशी से फूले नहीं समाती है। सबसे पहले मन में एक बात हमेशा आते रहती है कि वह बच्चे को कितने समय के बाद जन्म देगी।
इसके लिए वह डॉक्टर से सलाह लेती है। डॉक्टर अपने अनुभव और शिक्षा के आधार पर माहवारी के बारे में पता करके ही इसके बारे में अपनी राय दे सकते हैं पर वो भी सही जानकारी देने में सक्षम नहीं हो पाते है।
आज के मेरे इस लेख में आप जानेंगे प्रसव की सही तिथि आखिर क्या है ?
आपका शिशु, डॉक्टर की बताई तारीख पर ही होगा तो यह दुनिया कितनी आसान होती लेकिन ऐसा है ही नहीं। अगर मैं यह कह दूं कि 20 में से 1 शिशु ही डॉक्टर द्वारा दी गई ‘ड्यू डेट’ पर जन्म लेता है। जी हां ! बिल्कुल सही पढ़ा आपने ।
मेरी चिकित्सीय अनुभव के आधार पर पूरा वास्तविक गर्भकाल 38 से 42 सप्ताह का हो सकता है।अधिकतर शिशु उस तारीख के दो सप्ताह के आसपास ही जन्म लेते हैं इसलिए माता-पिता के पास अनुमान के सिवा कोई चारा नहीं बचता।
इसे ई.डी.डी. (प्रसव की अनुमानित तिथि)कहते हैं। आपको जो तिथि दी जाती है, वह सिर्फ एक अंदाजा है।अब आपके दिमाग में एक ही प्रश्नों का होगा कि आखिर यह तिथि निकालते कैसे हैं?
तिथि को निकालने की कला क्या है ? इसे मैं आपको बताता हूं । तिथि को इस तरह निकालते हैं- अपने पिछले मासिक चक्र के पहले दिन में से तीन महीने घटा दें और उसमें 7 दिन जोड़ दें।
मिसाल के लिए – आपके पिछले पीरियड11 अप्रैल को शुरू हुए थे। अब इसमें तीन महीने जब आप घटनाएंगे तो आप जनवरी तक आ जाएंगे। इसमें 7 दिन जोड़ दें, आपकी प्रसव की तिथि होगी ’18 जनवरी’। यह तरीका वहां काम आता है, जहां महिलाओं का मासिक चक्र नियमित होता है लेकिन अगर आपका चक्र अनियमित है, तो यह तरीका काम नहीं आएगा।
मान लें कि हर 6 से 7 सप्ताह में आपके पीरियड नहीं हुए।तीन महीनों में आपको एक बार पीरियड नहीं हुए। जांच से पता चलता है कि आपको गर्भ ठहर गया है। फिर आपने गर्भधारण कब किया। एक विश्वसनीय ई.डी.डी. का होना जरूरी है इसलिए आप व आपके डॉक्टर इसका पता लगाना चाहेंगे। हालांकि बिल्कुल सही तारीख तो नहीं पता लगेगी ।
अरे….. भई…!आप तो मुझे भी शंका की दृष्टि से देखते लग गये।
क्यों ? मैंने सही कहा न….परंतु घबरायें नहीं । मैं आज आपको कुछ सूत्रों व संकेतों के बारे में बताने जा रहा हूं जिसकी मदद आप ले सकती है।
संकेत है_ आपके गर्भाशय का आकार, आपकी भीतरी जांच के दौरान इसे भी जांचा जाएगा।
इससे आपकी गर्भावस्था का कुछ अंदाजा हो जाना चाहिए। एक अल्ट्रासाउंड जो तिथि का काफी सही अनुमान दे देगा। वैसे सब महिलाओं का इतनी जल्दी अल्ट्रासाउंड नहीं होता।
कुछ डॉक्टर नियमित रूप से इसे करते हैं तो कुछ डॉक्टर तभी करना पसंद करते हैं जब आपके पीरियड अनियमित हों गर्भपात का इतिहास रहा हो या आपकी संभावित प्रसव तिथि का पता न चल पा रहा हो।
इसके अलावा और भी बहुत सी बातों से तारीख का पता लगा सकते हैं। 9 से 12 सप्ताह में, एक डॉक्टर की मदद से दिल की धड़कन सुन सकते हैं। 16 से 22 सप्ताह में जीवन की पहली आहट को महसूस कर सकते हैं या भ्रूण की लंबाई या स्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं। यह करीब 20 वें सप्ताह में नाभि तक पहुंच जाएगी। ये सूत्र सहायक होने के बावजूद पक्के नहीं माने जा सकते।
डॉ वेद प्रकाश
नवादा (बिहार)

