भाजपा के लोगों को किसने अनुमति दी कि वे ट्रेन में महिलाओं को परेशान करें: प्रियंका वाड्रा
कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने केरल और ट्रेन में ननों के साथ कथित दुर्व्यवहार के मुद्दे पर भाजपा और आरएसएस की जमकर आलोचना की। साथ ही कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने घटना की निंदा इसलिए की क्योंकि चुनाव सिर पर हैं।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि चुनाव के समय के अलावा बाकी वक्त भाजपा यही कहती है कि महिलाओं को क्या पहनना चाहिए, क्या काम करना चाहिए और कहां जाना चाहिए।
“उनके मंत्री महिलाओं की जींस पर बयान देते हैं। उनके एक मंत्री कहते हैं कि महिला जब जिले से बाहर जाए तो उनका पुलिस में रजिस्ट्रेशन होना चाहिए।
कोल्लम जिले के करुणागापल्ली में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, “यह चुनाव का समय है। इसलिए जब झांसी में ननों को ट्रेन से उतारा गया और उनके ही लोगों ने परेशान किया तब केंद्रीय मंत्री ने इसे गलत करार दिया था। जबकि बाकी समय वे इस तरह के बर्ताव को प्रोत्साहित करते हैं।”
प्रियंका ने भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, “भाजपा के लोगों को किसने अनुमति दी कि वे ट्रेन में महिलाओं को परेशान करें? किसने उन्हें यह अधिकार दिया कि ननों और उनके साथ की लड़कियों के कागज की जांच करें?” जबकि उनका धर्म पूछने की इजाजत किसने दी? क्या हम यह मानकर चले कि हमारे देश की महिलाओं को ट्रेन में यात्रा के दौरान परेशान किया जाएगा।
जब भाजपा और आरएसएस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर खोखले बयान देते हैं तो वह झूठा ही होता है क्योंकि वे महिलाओं का सम्मान नहीं करते।
Which political party runs the government that enables these goons to harass and demand personal details of young women commuting on a train?
BJP
Which political party do these goons belong to?
BJP
Which party’s student wing are some of them members of?
BJP
..1/2 pic.twitter.com/cij1Z188UZ
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 25, 2021
सभा को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा कि उन्होंने पीड़ित ननों से फोन पर बात की थी और उन्होंने बताया कि वे चिंतित हैं। प्रियंका ने कहा कि उन्हें (ननों) ट्रेन से उतारा गया, वे डरी हुई थीं और उनकी सुरक्षा करने वाला कोई नहीं था।
केरल में छह अप्रैल को विधानसभा चुनाव है। चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी समेत अन्य क्षेत्रीय दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है।

