Muzaffarnagar की उमसभरी गर्मी में भी नहीं थमी कांवड़ यात्रा की धूम, हर-हर महादेव से गूंजे शिवपथ
Muzaffarnagar । श्रावण माह का पावन समय है। भगवान भोलेनाथ की भक्ति में लीन लाखों शिवभक्त, जो देशभर से जलाभिषेक के लिए निकलते हैं, इन दिनों मुजफ्फरनगर की सड़कों और हाईवे पर दिखाई दे रहे हैं। जहां एक ओर शहर दिनभर चिपचिपी उमस और तेज धूप की मार झेल रहा है, वहीं दूसरी ओर कांवड़ यात्रा ने पूरे जनपद को आस्था के रंग में रंग दिया है।
गर्मी के कारण आमजन जहाँ दिन के समय अपने घरों में रहना अधिक पसंद कर रहे हैं, वहीं कांवड़िये, बिना किसी परवाह के, भोलेनाथ की भक्ति में डूबे हुए हैं। मौसम चाहे जैसे भी हो – गर्मी, धूप या बरसात – भोले के भक्त पूरी श्रद्धा और उत्साह से “हर-हर महादेव” के जयघोष के साथ अपने गंतव्य की ओर अग्रसर हैं।
चिपचिपी गर्मी बनी चुनौती, फिर भी नहीं टूटी शिवभक्तों की आस्था
सुबह से ही सूरज अपनी पूरी प्रचंडता के साथ आसमान में चमक रहा था। हवा में नमी और तापमान में तेजी के कारण शरीर पसीने से भीगता रहा। उमस से हालत यह हो गई कि लोगों को घर से निकलना तक मुश्किल हो गया।
शहर के बाजारों, गलियों और प्रमुख चौराहों पर आम दिनों की अपेक्षा कम भीड़ दिखाई दी। अधिकांश लोग दोपहर के समय अपने घरों में ही दुबके रहे। लेकिन इन सबके बीच एक अलग ही तस्वीर देखने को मिली – कांवड़ मार्ग पर हर ओर कंधे पर कांवड़ लिए भक्तों की अनवरत चलती कतारें, जिनकी ऊर्जा देखकर गर्मी भी शर्मसार हो जाए।
कांवड़ यात्रा पर मौसम का कोई असर नहीं, शिवभक्ति में लीन हैं श्रद्धालु
श्रावण के महीने में अक्सर रिमझिम फुहारें मौसम को सुहाना बना देती हैं। लेकिन इस बार मौसम ने कुछ अलग करवट ली है। दिनभर धूप और उमस ने लोगों का जीना दूभर कर रखा, लेकिन कांवड़ यात्रा पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
शहर के हाईवे से लेकर शिवचौक, खतौली रोड से लेकर मीरापुर मार्ग, और जानसठ बायपास से लेकर बुढ़ाना रोड तक, हर दिशा में बस एक ही नजारा – नारंगी वस्त्रधारी शिवभक्तों की अपार भीड़।
हर भक्त के होठों पर “हर-हर महादेव”, “बोल बम” और “जय शिव शंकर” के उद्घोष हैं, जो गर्मी की तपिश को भी शीतल बना रहे हैं।
श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे स्थानीय लोग, जगह-जगह लगे हैं सेवा शिविर
गर्मी की स्थिति को देखते हुए स्थानीय संस्थाएं, समाजसेवी संगठनों और पुलिस प्रशासन की ओर से सेवा शिविर लगाए गए हैं। कहीं पर ठंडा जल, कहीं नींबू पानी, तो कहीं छाछ और फल वितरण की व्यवस्थाएं की गई हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी मेडिकल कैम्प और फर्स्ट एड की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके साथ ही अस्थायी विश्राम स्थल, छायादार टेंट और मोबाइल टॉयलेट्स की व्यवस्था भी की गई है ताकि शिवभक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
बैरीकेटिंग से आवाजाही प्रभावित, लेकिन प्रशासन के प्रयास सराहनीय
कांवड़ यात्रा को सुरक्षित रखने के लिए प्रशासन द्वारा की गई बैरीकेटिंग के चलते शहर के कई हिस्सों में यातायात प्रभावित हुआ है। मुख्य मार्गों पर डायवर्जन लागू है, जिससे आम लोगों को थोड़ी असुविधा हो रही है।
हालांकि, इन व्यवस्थाओं के चलते सुरक्षा और सुगमता दोनों को संतुलित किया जा रहा है। पुलिस बल लगातार तैनात है और हर मोर्चे पर मुस्तैदी से काम कर रहा है।
डॉयल-112 और कंट्रोल रूम पूरी तरह सक्रिय हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से त्वरित निपटा जा सके।
शिवभक्ति की शक्ति: धूप और बरसात की परवाह नहीं
एक ओर जहां आमजन तेज धूप से बचने के लिए छांव तलाश रहा है, वहीं कांवड़ यात्रा में शामिल हजारों शिवभक्त, निर्विकार भाव से, नंगे पांव चलते हुए, भगवान भोलेनाथ के दर्शन की ओर अग्रसर हैं।
यह सिर्फ आस्था नहीं, यह उस अडिग श्रद्धा का प्रतीक है, जो मौसम की मार, शारीरिक थकान या किसी भी अन्य चुनौती से ऊपर उठ चुकी है।
आस्था का ज्वार: मुजफ्फरनगर की सड़कों पर शिव नाम की बयार
हर मोड़, हर नुक्कड़, हर गली और हर चौक – आज सिर्फ भोले के नाम से गूंज रहे हैं। शिवभक्तों के जयघोष, डमरू की आवाजें, और भक्ति संगीत से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है।
शहर की दीवारों पर “हर-हर महादेव”, “बोल बम”, “शिव नाम ही सत्य है” जैसे नारों की चमक दिख रही है।
श्रद्धालुओं के जज्बे ने दिया गर्मी को मात
जहाँ आम इंसान उमस से परेशान है, वहीं कांवड़िये गर्मी को चुनौती दे रहे हैं। इस बात को देखकर हर कोई यही कह रहा है —
“गर्मी हार गई, आस्था जीत गई।”
इन भक्तों का साहस, समर्पण और उत्साह यह दर्शाता है कि जब बात शिवभक्ति की हो, तो कोई मौसम आड़े नहीं आता।

