Unnao में “आई लव मोहम्मद” एफआईआर विरोध: भड़काऊ नारे और पथराव से शहर में तनाव
Unnao, उत्तर प्रदेश – कानपुर में हाल ही में दर्ज हुई “आई लव मोहम्मद” एफआईआर का असर अब उन्नाव में भी दिखाई देने लगा है। बीते 24 घंटे के भीतर उन्नाव शहर और गंगाघाट नगर पालिका क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर उतरे। विरोध मार्च के दौरान भड़काऊ और विवादित नारे “सर तन से जुदा” लगाए गए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
स्थानीय प्रशासन ने तुरंत सुरक्षा बलों की तैनाती की और स्थिति पर नियंत्रण पाया। हालांकि, प्रशासन पूरी तरह सतर्क है ताकि शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
नारेबाजी और उग्र माहौल
उन्नाव में विरोध मार्च का आयोजन इस कारण हुआ कि कानपुर में दर्ज एफआईआर को मुस्लिम समुदाय ने उनकी आस्था पर चोट माना। मार्च शुरू होते ही शहर की सड़कों और गंगाघाट इलाके में उग्र नारेबाजी होने लगी।
भीड़ के उग्र होने की आशंका बढ़ते ही पुलिस मौके पर पहुंची। कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया, जिससे विवाद और बढ़ गया। देखते ही देखते भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया। इस हमले में करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी और अन्य लोग घायल हुए।
पुलिस का लाठीचार्ज और फोर्स की तैनाती
पथराव और तनावपूर्ण माहौल के कारण पुलिस ने लाठीचार्ज किया और भीड़ को तितर-बितर कर दिया। सुरक्षा के मद्देनजर मौके पर कई थानों की फोर्स बुला ली गई। गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र में घंटों अफरा-तफरी का माहौल रहा।
जिला प्रशासन और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का पूर्ण जायजा लिया। पथराव और भड़काऊ नारेबाजी में शामिल आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी की कार्रवाई तुरंत शुरू कर दी गई।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और डर का माहौल
स्थानीय लोग इस घटना से भयभीत हैं। बाजार, सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर अचानक बढ़ते तनाव ने सामान्य जीवन प्रभावित किया। कई दुकानदारों ने अपने स्टॉल बंद कर दिए और लोग घरों में रहने को मजबूर हुए।
स्थानीय प्रशासन ने कहा कि सभी समुदायों को शांत रहने और कानून का पालन करने की अपील की गई है। प्रशासन ने कहा कि किसी भी तरह की उग्रता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
पुलिस और प्रशासन की रणनीति
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद सुरक्षा बढ़ाई, प्रमुख मार्गों पर चेकिंग अभियान चलाया और भीड़ को नियंत्रित किया। साथ ही, साइबर और सोशल मीडिया निगरानी भी तेज कर दी गई है ताकि अफवाहों और झूठी खबरों से माहौल और खराब न हो।
जिला प्रशासन ने कहा कि ऐसे मामलों में पूर्व-सतर्कता और सामुदायिक संवाद की भूमिका अहम होती है। उन्होंने स्थानीय धार्मिक और समाजसेवी संगठनों से अपील की कि वे शांति बनाए रखने में मदद करें।
अन्य महत्वपूर्ण पहलू और भविष्य की तैयारी
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामले सामुदायिक संवेदनशीलता और कानून व्यवस्था के बीच संतुलन बनाए रखने की चुनौती पेश करते हैं। उन्नाव प्रशासन ने चेतावनी दी है कि भड़काऊ नारेबाजी और पथराव करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही, प्रशासन ने सभी थानों और सुरक्षा बलों को पूरा अलर्ट मोड पर रखा है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तुरंत कदम उठाए जा सकें।
उन्नाव में “आई लव मोहम्मद” एफआईआर विरोध के चलते भड़काऊ नारे और पथराव से शहर में तनाव फैल गया। प्रशासन और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए लाठीचार्ज और फोर्स तैनात किया। मौके पर घायल हुए पुलिसकर्मी और अन्य लोगों का उपचार किया जा रहा है। जिले में शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल अलर्ट पर हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।

