Aligarh: पीड़ित परिवार ने ‘यह मकान बिकाऊ है’ लिखवाया, पुलिस कार्रवाई और न्याय नहीं मिलने से दुखी परिवार ने घर छोड़ने का निर्णय लिया
Aligarh: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक दलित परिवार परेशान होकर घर छोड़कर चला गया. बताया जा रहा है कि दलित किशोरी से छेड़छाड़ और उसके पिता के साथ मारपीट मामले में पुलिस कार्रवाई और न्याय नहीं मिलने से दुखी परिवार ने घर छोड़ने का निर्णय लिया.
मोहल्ले के लोगों का कहना है कि दोपहर में परिवार न्याय की मांग लेकर एसएसपी कार्यालय पर पहुंचा था, जहां उन्हें न्याय मिलता हुआ नहीं दिखा. इसके बाद शाम को पूरा परिवार एक टेंपो में बैठकर अपने घर पर ताला लगा कर चला गया. 1 दिन पहले पीड़ित परिवार ने अपने मकान पर ‘यह मकान बिकाऊ है’ लिखवाया था.
दलित युवती की मां का आरोप है कि समुदाय विशेष के युवक उसके मोहल्ले में आकर लड़कियों और महिलाओं के साथ गलत तरीके से व्यवहार करते हैं. साथ ही अश्लील कमेंट करते हुए गाली-गलौज भी करते हैं. इसकी कई बार शिकायत की गई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. यही कारण रहा कि समुदाय विशेष के युवकों ने उसकी बेटी के साथ छेड़खानी की. जब इसकी शिकायत इलाका पुलिस से की तो पुलिस ने पूरे मामले में कोई एक्शन नहीं लिया. इसी के कारण वह अपना घर बेचकर जाने के लिए मजबूर हो गए हैं.
पुलिस ने दलित युवती के मकान पर लिखा ‘यह मकान बिकाऊ है’ काले पेंट से मिटा दिया है. वहीं, विपक्षी की छेड़खानी का शिकार हुई किशोरी के घायल पिता को भी आरोपी बना दिया गया. पुलिस के इस व्यवहार से नाराज अनुसूचित जाति के लोगों ने थाने पहुंचकर अपनी नाराजगी जताई. इसके बाद अपने घरों के बाहर ’यह मकान बिकाऊ है’ लिखवाकर गांव से पलायन की घोषणा कर दी. किशोरी की मां ने उच्चाधिकारियों व एसएसपी से मिलने की बात कही है. थाना प्रभारी बृजपाल सिंह का कहना है कि इस घटना को लेकर उचित कार्रवाई की गई है.
पीड़ित परिवार की महिला ने बताया कि घटना होने के बावजूद भी थाने में पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है. पिछले 2 दिनों से लगातार थाने पर शिकायत लेकर आ रहे हैं. पुलिस ने उल्टा हमारे ही पक्ष के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजने का काम किया है.एसपी ग्रामीण पलाश बंसल ने बताया कि हरदुआगंज थाना क्षेत्र में दो पक्षों में मारपीट की घटना हुई थी.