उत्तर प्रदेश

Meerut: 72% राजस्व देने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश को विकास के लिए मात्र 18 % धनराशि मिलती हैं, अलग प्रदेश निर्माण से विकास को पंख लगेंगे-डॉ0 सतेन्द्र सिंह

Meerut: श्री त्रयम्बकेश्वर महादेव मन्दिर ग्राम सिवाया जनपद मेरठ मे उत्तम प्रदेश (Uttam Pradesh) निर्माण संगठन द्वारा कार्यशाला का आयोजन हुआ, कार्यक्रम की अध्यक्षता चौधरी ओमपाल सिंह व संचालन सुजीत बिहान ने किया

बैठक को सम्बोधित करते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर सतेन्द्र सिंह ने कहा हाईकोर्ट इलाहाबाद की दूरी सहारनपुर से 800 किमी होने की वजह से विश्व का सबसे मंहगा न्याय पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगो को मिल रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं का भी अभाव है।सामुदायिक/ प्रा0स्वा0 केन्द्रों पर चिकित्सकों व औषधियों का भी अभाव है।

कोई एम्स भी नही है, रोगियों को इलाज के लिए प्राईवेट चिकित्सालयों मे जाना पडता है, 72%रेवेन्यु देने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगो को विकास कार्यों के लिए मात्र 18% धनराशि मिलती है। चौधरी ओमपाल सिंह ने कहा कि पंजाब से अलग हुआ हरियाणा, उत्तर प्रदेश से अलग हुआ उत्तराखण्ड विकास के मामले मे उत्तर प्रदेश से आगे है।

अतः पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास के आठ करोड की आबादी का अलग राज्य का गठन जरूरी है। सुजीत बिहान ने कहा कि बडा प्रदेश होने के कारण सुरक्षा व प्रशासनिक व्यवस्था का संचालन भी कठिन है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश मे आई आई टी भी नही है। बैठक मे दीपक, अंकित, पंडित अशोक, जगपाल, यशपाल, मोनू, यशवीर , दीपा, नमिता, दीपाली आदि उपस्थित रहे।

Shyama Charan Panwar

एस0सी0 पंवार (वरिष्ठ अधिवक्ता) टीम के निदेशक हैं, समाचार और विज्ञापन अनुभाग के लिए जिम्मेदार हैं। पंवार, सी.सी.एस. विश्वविद्यालय (मेरठ)से विज्ञान और कानून में स्नातक हैं. पंवार "पत्रकार पुरम सहकारी आवास समिति लि0" के पूर्व निदेशक हैं। उन्हें पत्रकारिता क्षेत्र में 29 से अधिक वर्षों का अनुभव है। संपर्क ई.मेल- [email protected]

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