कुर्सी रखने के विवाद में धारदार हथियार से हत्या! Meerut के परतापुर में युवक की निर्मम हत्या से सनसनी, गुस्साई भीड़ ने आरोपी का घर घेरा
Meerut (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के परतापुर क्षेत्र में एक छोटे से विवाद ने खौफनाक मोड़ ले लिया, जब एक युवक की दिनदहाड़े धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी गई। मामूली बात—कुर्सी अंदर रखने—को लेकर शुरू हुआ झगड़ा कुछ ही घंटों में खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। हत्या की यह वारदात जसवंतपुरा कॉलोनी में हुई, जहां रिटायर्ड होमगार्ड रामनिवास के बेटे ऋतिक की गर्दन पर वार कर हत्या कर दी गई।
जन्मदिन की खुशियां मातम में बदलीं, टेंट का सामान लौटा रहे थे आरोपी
पूरा मामला सोमवार से शुरू हुआ जब गांव निवासी रोहित वाल्मीकि ने अपनी भतीजी के जन्मदिन के लिए टेंट का सामान रामनिवास की दुकान से लिया था। रामनिवास के घर के सामने स्थित शिव शक्ति टेंट हाउस पर उनका बड़ा बेटा हरीश बैठता है। मंगलवार की शाम रोहित टेंट का सामान लौटाने आया। सामान को दुकान के बाहर ही रखने की कोशिश पर हरीश ने कुर्सी अंदर रखने को कहा, जिस पर विवाद बढ़ गया।
विवाद इतना बढ़ गया कि गाली-गलौज और हाथापाई शुरू हो गई। इसी बीच रामनिवास का छोटा बेटा ऋतिक घर से बाहर आया और दोनों के बीच बीच-बचाव करने की कोशिश करने लगा। हालांकि उस वक्त बात शांत हो गई और रोहित अपने घर लौट गया।
हत्या की साजिश में शामिल थे कई साथी, घात लगाकर हमला किया गया
मगर मामला वहीं खत्म नहीं हुआ। आरोप है कि रोहित वाल्मीकि अपने घर गया और वहां से कुछ साथियों को लेकर लौटा। कुछ ही देर में वह दोबारा टेंट की दुकान पर पहुंचा और ऋतिक पर धारदार हथियार से हमला कर दिया।
हमले के दौरान ऋतिक की गर्दन पर तेज वार किया गया, जिससे वह बुरी तरह घायल होकर मौके पर गिर पड़ा। हमले के बाद आरोपी फरार हो गए। लहूलुहान हालत में ऋतिक को परिवारवालों ने तत्काल सुभारती अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टरों ने कुछ ही घंटों बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
सड़क पर फूटा गुस्सा, सैकड़ों लोग आरोपी के घर की ओर दौड़े
ऋतिक की मौत की खबर इलाके में आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते सैकड़ों लोग एकत्र हो गए और गुस्से में रोहित वाल्मीकि के घर पर हमला करने का प्रयास किया। वहां हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस को भारी फोर्स तैनात करनी पड़ी।
एसपी अंतरिक्ष जैन, टीपीनगर, ब्रह्मपुरी और परतापुर थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। पुलिस की सक्रियता से माहौल काबू में आ गया, लेकिन क्षेत्र में तनाव बना हुआ है।
ऋतिक: मेहनती युवा, जो बन गया एक झगड़े की बलि
ऋतिक, रिटायर्ड होमगार्ड रामनिवास का छोटा बेटा था। बताया जा रहा है कि वह बेहद मिलनसार और शांत स्वभाव का था। पिता की टेंट की दुकान में हाथ बंटाता था और परिवार का सहारा था। मंगलवार को उसने सिर्फ झगड़ा शांत कराने की कोशिश की थी, लेकिन उसे अपनी जान गंवानी पड़ी।
हत्या में शामिल सभी आरोपी होंगे गिरफ्तार: पुलिस
पुलिस अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट कहा कि हत्या में शामिल सभी आरोपियों की पहचान हो चुकी है और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। सीसीटीवी फुटेज, चश्मदीदों के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर पुलिस टीम ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।
कॉलोनी में पसरा सन्नाटा, तनाव बरकरार, पुलिस बल तैनात
ऋतिक की हत्या के बाद से जसवंतपुरा कॉलोनी में सन्नाटा छा गया है। पुलिस ने शांति बनाए रखने के लिए पूरे क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। साथ ही पुलिस गांव वालों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है।
क्या यह हत्या पूर्व नियोजित थी?
पूरे घटनाक्रम को देखते हुए सवाल उठता है कि क्या ऋतिक की हत्या पूर्व नियोजित थी? क्या आरोपी ने पहले से हमले की योजना बना ली थी? या फिर यह गुस्से में उठाया गया कदम था? इन सभी सवालों की जवाब पुलिस जांच के बाद ही साफ होंगे, लेकिन इतना तय है कि एक छोटी-सी कहासुनी एक घर का चिराग बुझा गई।
परिजनों की मांग: आरोपी को मिले कड़ी से कड़ी सजा
ऋतिक के परिजन लगातार मांग कर रहे हैं कि रोहित वाल्मीकि और उसके सभी साथियों को जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा दिलाई जाए। वे कहते हैं कि यदि यह मामला हल्के में लिया गया, तो समाज में अपराधियों के हौसले और बुलंद होंगे।