Hathras: दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर पंखे से लटका मिला विवाहिता वर्षा का शव
Hathras चौंक में हुए एक विवाह संबंधित मामले में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है, जो दहेज के मामले को लेकर है। इस मामले में विवाहिता को उसके मायके पक्ष द्वारा दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर हत्या कर शव पंखे से लटकाया गया था। घटना के बाद से ससुरालीजन फरार हैं और पुलिस ने मामले में पति सहित छह ससुरालीजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
गांव छौंक में दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर विवाहिता की हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। मायके पक्ष के लोगों द्वारा ससुरालीजनों पर विवाहिता की हत्या कर शव पंखे से लटकाने का आरोप लगाया गया है। घटना के बाद से ससुरालीजन फरार हैं। सूचना पर पुलिस पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने इस मामले में पति सहित छह ससुरालीजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
अलीगढ़ जिले के अकराबाद थाना क्षेत्र के गांव भुपालगढ़ी निवासी वीरेंद्र ने छह साल पहले अपनी बेटी वर्षा की शादी कोतवाली हाथरस जंक्शन क्षेत्र के गांव छौंक निवासी दीपक पुत्र रामजीलाल के साथ की थी। मायके पक्ष के लोगों का आरोप है कि शादी में दिए दान दहेज से सुसरालीजन खुश नहीं थे। आए दिन वह विवाहिता का अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर मानसिक उत्पीड़न किए करते थे।
आरोप है कि 21 अप्रैल की सुबह ससुरालीजनों ने 25 वर्षीय वर्षा पत्नी दीपक की हत्या कर शव पंखे पर लटका दिया। घटना के बाद सभी ससुरालीजन फरार हो गए। ग्रामीणों द्वारा तुरंत इसकी सूचना पर विवाहिता के मायके पक्ष के लोगों को दी गई। सूचना पर मायके पक्ष के लोग भी गांव पहुंच गए और कोतवाली हाथरस जंक्शन पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के संबंध में मृतक विवाहिता की मां मिथलेश पत्नी वीरेंद्र निवासी भुपालगढ़ी थाना अकराबाद जिला अलीगढ़ ने थाना हाथरस जंक्शन में पति सहित छह ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर बेटी की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।
विवाहिता के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। तहरीर के आधार पर पति सहित छह लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।-डॉ. आनंद कुमार, सीओ, सिकंदराराऊ।
इस मामले में दिख रही मानसिकता और दहेज के मामले की भावना का स्पष्ट उदाहरण है। दहेज के लालच में ससुरालीजनों ने इस घिनौने क्रिया का प्रकरण बनाया। दहेज की मांग पूरी न होने पर विवाहिता की जान लेना इस समाज में मानवीयता की कितनी गिरावट है, यह एक चिंता का विषय है।
इस मामले से सामाजिक और कानूनी संरचना को सजीव बनाने की आवश्यकता सामने आती है। दहेज के मामले में कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए और समाज को इस प्रकार के अत्याचारों से बचाने के लिए जागरूक होना चाहिए। इसके साथ ही, मानवीय भावनाओं की समझ और समाज में उन्हें बढ़ावा देने की जरुरत है।
यह घटना हमें समझाती है कि हमारे समाज में अभी भी ऐसी कुछ गलत प्रथाएं मौजूद हैं जिनका नियंत्रण किया जाना चाहिए। दहेज के मामले में शांतिपूर्ण समाज और सुरक्षित महिलाओं के लिए समाज बनाने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा।

