Kanpur बना देश का नया ‘डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब’, 12,800 करोड़ के निवेश से बदल रही तस्वीर
उत्तर प्रदेश का Kanpur नोड, उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (यूपीडीआईसी) का हिस्सा बनते ही, एक नए औद्योगिक युग की शुरुआत कर चुका है। यहां रक्षा क्षेत्र में भारी निवेश के प्रस्तावों की बाढ़ सी आ गई है। अडानी डिफेंस सिस्टम्स और डेल्टा कॉम्बैट सिस्टम्स जैसी प्रमुख कंपनियां इस क्षेत्र में अपने कदम जमा चुकी हैं। इन कंपनियों के बड़े निवेशों ने न केवल उत्पादन की रफ्तार को तेज किया है, बल्कि रोजगार के अवसरों को भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है।
इस बात की पुष्टि इन्वेस्ट यूपी के सीईओ अभिषेक प्रकाश ने की। उन्होंने कहा, “कानपुर नोड, यूपीडीआईसी के तहत सबसे तेजी से उभरता हुआ क्षेत्र है। यहां उत्पादन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और निवेश के बड़े प्रस्तावों की लंबी सूची है।”
कानपुर नोड: डिफेंस उत्पादन में नई क्रांति
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) के अंतर्गत विकसित यह डिफेंस कॉरिडोर, राज्य के छह प्रमुख नोड्स – कानपुर, झांसी, लखनऊ, अलीगढ़, आगरा और चित्रकूट – को जोड़ता है। इस परियोजना का लक्ष्य न केवल राज्य को एक आधुनिक डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करना है, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करना और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना भी है।
अडानी का मेगा प्रोजेक्ट: 18 महीनों में उत्पादन शुरू
अडानी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने कानपुर में अपने मेगा प्रोजेक्ट के तहत ₹1,500 करोड़ का निवेश किया है। इसके तहत दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा एकीकृत गोला-बारूद निर्माण परिसर स्थापित किया गया है। यह परियोजना इतनी तेजी से आगे बढ़ी कि महज 18 महीनों के भीतर उत्पादन भी शुरू हो गया। यह न केवल कंपनी के लिए मील का पत्थर साबित हुआ, बल्कि इसने कानपुर को एक प्रमुख डिफेंस हब के रूप में पहचान दिलाई।
डेल्टा कॉम्बैट: छोटे हथियारों की निर्माण इकाई
इसके साथ ही डेल्टा कॉम्बैट सिस्टम्स लिमिटेड ने ₹150 करोड़ के निवेश से कानपुर में छोटे हथियारों और गोला-बारूद की निर्माण इकाई स्थापित करने की पहल की है। यूपीडा द्वारा 222.86 हेक्टेयर भूमि में से 210.60 हेक्टेयर भूमि उद्योगों को आवंटित की जा चुकी है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि यह परियोजना पूरी रफ्तार में है।
झांसी और चित्रकूट भी पीछे नहीं
जहां Kanpur ने निवेश का नया कीर्तिमान स्थापित किया है, वहीं झांसी और चित्रकूट जैसे अन्य नोड्स में भी तेजी से काम हो रहा है। झांसी में हवाई क्षेत्र और छोटे हथियार निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। चित्रकूट में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण निर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
स्थानीय रोजगार में वृद्धि
डिफेंस कॉरिडोर के तहत कानपुर नोड पर चल रही गतिविधियों ने स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसरों को भी बढ़ाया है। यहां के युवाओं को तकनीकी और औद्योगिक प्रशिक्षण के साथ-साथ स्थायी नौकरियां भी मिल रही हैं। यह न केवल क्षेत्रीय विकास को गति दे रहा है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण का भी प्रतीक बन रहा है।
सरकार की योजनाएं और निवेश का भविष्य
उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों और ‘Ease of Doing Business’ को प्राथमिकता देने वाले प्रयासों ने देश और विदेश की कंपनियों को आकर्षित किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “यूपी डिफेंस कॉरिडोर न केवल राज्य बल्कि पूरे देश को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ले जाने वाला कदम है।”

