Karnal Protest: हम निष्पक्ष जांच कराने के लिए तैयार हैं, पूरे करनाल मामले की जांच कराएंगे: अनिल विज
Karnal Protest: करनाल स्थित लघु सचिवालय के बाहर किसानों का धरना बीते तीन दिनों से जारी है। प्रदर्शनकारी किसान पिछले दिनों किसानों पर हुए लाठीचार्ज से पहले सिर फोड़ने का आदेश देने वाले एसडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। साथ ही प्रदर्शनकारी किसान लाठीचार्ज के दौरान घायल किसानों और एक मृतक किसान के परिवार के लिए भी मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इसी बीच हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा है कि जांच के बाद ही दोषी तय किए जाएंगे और किसी के कहने से ही किसी को भी फांसी पर नहीं चढ़ा दिया जाएगा।
आज प्रशासन के साथ 3 घंटे मीटिंग हुई। सरकार SDM(आयुष सिन्हा) पर कोई भी कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है। हमने तय किया है कि धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। हमारा धरना स्थल यही रहेगा हम चाहते हैं कि अधिकारी के ख़िलाफ़ कार्रवाई हो: @RakeshTikaitBKU #KarnalProtest_AgainstLathicharge pic.twitter.com/InPetJD1rX
— News & Features Network (@mzn_news) September 8, 2021
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी, किसी के कहने पर ही किसी को फांसी पर नहीं चढ़ा सकते। ऐसा नहीं है कि देश का आईपीसी अलग है और किसानों का आईपीसी अलग है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमेशा सजा दोष के अनुरूप ही दी जाती है और दोष पता करने के लिए जांच करानी पड़ती है।
हरियाणा के करनाल में मिनी सचिवालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए लंगर का आयोजन. उन्होंने आज शाम सचिवालय के गेट का घेराव किया था। #Haryana #KarnalKisanMahaPanchayat pic.twitter.com/Z0lrcEAF4C
— News & Features Network (@mzn_news) September 7, 2021
आगे गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि हम निष्पक्ष जांच कराने के लिए तैयार हैं। लेकिन हम खाली एसडीएम की जांच नहीं कराएंगे बल्कि पूरे करनाल मामले की जांच कराएंगे। अगर उसमें किसान या किसान नेता दोषी होंगे तो जो कार्रवाई बनती होगी, हम उनके खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे।
ज्ञात हो कि बीते 28 अगस्त को करनाल में पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया था। इसमें एक किसान की मौत हो गई थी और कई किसान घायल हो गए थे। लाठीचार्ज की घटना से पहले करनाल के तत्कालीन एसडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह किसानों के सिर फोड़ने का आदेश दे रहे थे।
अपने साथी किसान की मौत से भड़के किसानों ने मंगलवार को करनाल में महापंचायत का आयोजन किया था और आईएएस आयुष सिन्हा को बर्खास्त करने एवं मृतक किसान के परिवार को मुआवजा देने की मांग की।
मसूर और सरसो को छोड़कर बाकी फसलों का रेट 2% बढ़ा है जबकि महंगाई हर साल 7-8% बढ़ रही है। इसका मतलब है कि हमें 5% का नुकसान लगातार हुआ है। हर 7 साल में हमारी कमाई आधी हो जाती है। पिछले साल सरसो एमएसपी से महंगी बिकी है। : किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी #FarmersProtest
— News & Features Network (@mzn_news) September 9, 2021
महापंचायत के बाद किसान करनाल स्थित लघु सचिवालय की तरह बढ़ गए और वहां अपना डेरा डाल दिया। मंगलवार और बुधवार को जिला प्रशासन ने किसान नेताओं के साथ बातचीत भी की। लेकिन बातचीत बेनतीजा रही। करनाल में किसानों के धरना प्रदर्शन के मद्देनजर लगातार तीसरे दिन मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।

