11 माध्यमिक शिक्षक, 5 प्राथमिक शिक्षक और 2 कर्मचारी ड्यूटी पर कोरोना का शिकार हुए लोगों को मिला मुआवजा
मुजफ्फरनगर। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने महावीर चौक स्थित पार्टी कार्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए आरोप लगाया कि विगत दिनों हुए चुनावों में सरकार ने राजस्व विभाग के लोगों की ड्यूटी न लगाकर शिक्षक वर्ग को चुनावों में लगा दिया। जिसके कारण 11 माध्यमिक शिक्षक, 5 प्राथमिक शिक्षक और 2 कर्मचारी ड्यूटी पर कोरोना का शिकार हो गये।
अभी तक इनके परिवार वालो को न चुनावी बीमे की धनराशि मिली और न ही आर्थिक मदद। ऐसे में शिक्षक वर्ग में रोष है। प्रमोद त्यागी ने आरोप लगाते हुए बताया कि जिला प्रशासन ने 257 लोगों के कोरोना से मरने वालो की पुष्टि की है
यद्यपि 1 अप्रैल से लेकर 20 मई तक लगभग 2500 लोग कोरोना का शिकार होकर काल के गाल समा चुके है जिनमें से अकेले शहर में कब्रिस्तानों व शमशानों में लगभग 600 व्यक्तियों की मौत की सूचना है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार आंकडों को छिपा रही है। कोविड सैन्टरों पर खुली लूट चल रही है।
आक्सीजन के अभाव में मरीज दम तोड रहे है। इंजैक्शन व आक्सीजन की लूट खसोट अभी भी नहीं रूक रही है। आने वाले 2022 के चुनाव में जनता इस सबका जवाब देगी।
प्रमोद त्यागी ने बताया कि खतौली में एक अल्पसख्ंयक धार्मिक स्थल को ढहाने के मामले में बिना नेटिस दिये प्रशासन ने जो कार्यवाही की है उसे न्यायोचित नहीं कहा जा सकता। उन्होंने बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सपा निर्दलीय व अन्य लोंगों के समर्थन से अध्यक्ष पद जीतेगी और भाजपा को परास्त करेगी।
उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि जिले के 9 ब्लॉकों में अधिकाशं ब्लाक प्रमुखों की सीटों पर सपा विजयी रहेगी। प्रेसवार्ता में सचिन पटाखा, गौरव जैन, जिया चौधारी सहित अनेक ग्राम प्रधान मौजूद रहे।