कांगो-इबोला के छह नए मामले सामने आए, चार की मौत
महामारी कोरोना वायरस के बाद अब कांगो में इबोला वायरस ने दस्तक दे दी है। स्थानीय अधिकारियों के साथ—साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसकी पुष्टि की है। जानकारी के अनुसार कांगो में इबोला के छह नए मामले सामने आए हैं, इनमें से चार की मौत हो गई है।
Authorities in Congo announced a new Ebola outbreak in the western city of Mbandaka on Monday, adding to another epidemic of the virus that has raged in the east since 2018. Six cases have been detected, four of which have died in the city: Reuters
— ANI (@ANI) June 1, 2020
कांगो के स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि पश्चिमी शहर मबंडाका में इबोला वायरस के छह नए मामले सामने आए हैं। इनमें से चार मरीजों की मौत हो गई है। बता दें कि साल 2018 के बाद यह दूसरी बार है जब कांगो में इबोला वायरस के नए मामले सामने आए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस ने कहा कि कांगो के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इबोला वायरस के मामलों की जानकारी दी है। हालांकि जिस शहर में इबोला वायरस के मामले सामने आए हैं, वहां कोरोना वायरस का अब तक कोई मामला सामने नहीं आया है। हालांकि पूरे कांगो में कोरोना के अब तक करीब 3,000 मामले सामने आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना और इबोला का आपस में कोई संबंध नहीं है।
A new outbreak of #Ebola is occurring in Équateur province, #DRC. 6 cases detected so far, including 4 deaths. WHO surge team already on the ground supporting the response: https://t.co/wtEwTODxEG pic.twitter.com/mz1RjPZSUQ
— World Health Organization (WHO) (@WHO) June 1, 2020
इबोला अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन वाले इलाके की क्षेत्रीय बीमारी है, जो इससे संक्रमित व्यक्ति के शरीर से निकलने वाले तरल पदार्थ के संपर्क में आने पर फैलती है। इसके लक्षणों में शुरू में अचानक बुखार, कमजोरी, मांसपेशियों में दर्द और गले में खराश होती है।
इसके बाद उल्टी होना, डायरिया और कुछ मामलों में अंदरूनी और बाहरी रक्तस्राव होता है। अधिक रक्तस्राव से मौत होने का खतरा रहता है। मनुष्यों में इसका संक्रमण संक्रमित जानवरों, जैसे चिंपैंजी, चमगादड़ और हिरण आदि के सीधे संपर्क में आने से होता है।

