नाग पंचमी: 13 अगस्त को करें नागों की पूजा, मिलेगी काल सर्प दोष से मुक्ति
सावन का महीना पूर्ण रूप से भगवान शिव को समर्पित होता है. इसी महीने में शिव के गले में स्थान पाने वाले नाग की पूजा भी होती है. जिसे नाग पंचमी कहा जाता है.इस दिन नागों की विशेष रूप से पूजा की जाती है.
इस साल नाग पंचमी 13 अगस्त को मनाई जाएगी. हिंदू पंचांग के अनुसार सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन नागों की पूजा करने से पापों का नाश होता है साथ ही भगवान शिव का भी आशीर्वाद मिलता है.
भगवान शिव को नाग अति प्रिय है. इसलिए नाग देवता वासुकि भगवान शिव के गले की शेभा बढ़ाते हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार पौराणिक काल से ही सर्पों को देवता के रुप में पूजा जाता रहा है. इसलिए नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा व आराधना से आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है.
शुभ मुहूर्त –
12 अगस्त – दोपहर 3 बजकर 28 मिनट (आरंभ)
13 अगस्त – दोपहर 1 बजकर 44 मिनट (समाप्त)
नाग पंचमी का उल्लेख आपको कई पौराणिक शास्त्रों में भी मिल जाएगा. उन्हीं में से कई धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी व्यक्ति इस विशेष दिन नागदेव की पूजा करता है तो, उसे अपनी कुंडली में मौजूद राहु और केतु से संबंधित हर प्रकार के दोष से तो मुक्ति मिलती ही है
साथ ही वे व्यक्ति काल सर्प दोष से भी मुक्ति पाने में सफल रहता है. इसके अलावा वैदिक ज्योतिष में भी, जातक को सांप का डर और सर्पदंश से मुक्ति दिलाने के लिए भी, नाग पंचमी के दिन कालसर्प योग के निवारण हेतु पूजा-अनुष्ठान किए जाने का विधान है.

