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टेनिस और भाईचारे ने धो दिया जिले से दंगे का बदनुमा दाग
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में 25 हजार इनामी राशि डालर के भावना स्वरूप मैमो. अन्तर्राष्ट्रीय महिला टेनिस टूर्नामेंट भले ही समाप्त हो गया हो लेकिन इसकी चर्चा गली मौहल्लो ंसे लेकर गांव देहात तक है और सबसे बड़ा कारण तो यह है कि विदेशी खिलाड़ियों ने इस शहर को पसंद किया है और वो यहां पर लगातार आना चाह रहे है और इस स्थिति में आना चाह रहे है कि अभी तक मुजफ्फरनगर के दामन पर साम्प्रदायिक दंगों का जो दाग लगा था उससे हजारों किलोमीटर दूर बैठे लोगों में भी मुजफ्फरनगर की छवि बेहतर नहीं मानी जा रही थी और इसका सबसे ज्यादा नुकसान आर्थिक और सामाजिक पक्षों में भी पड रहा था लेकिन धीरे धीरे समय ने करवट ली एक तरफ गांव देहात में लोग नजदीक आये साम्प्रदायिक सद्भाव बना। कई गांवों में कबड्डी जैसे टूर्नामेंट भी साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए किये गये वहीं इसी कडी में अब टेनिस शहर में साम्प्रदायिक सौहार्द बढाने के लिए नई मिसाल बनकर उभरा है क्योंकि 2013 के दंगों के बाद मुजफ्फरनगर में अन्तर्राष्ट्रीय महिला टेनिस के महाकुम्भ का यह बड़ा आयोजन हुआ है जिसमें बीस से भी अधिक देशों की महिला खिलाड़ियों ने यहां आकर मुजफ्फरनगर को अच्छा महसूस किया है और कई खिलाड़ियों ने तो यह भी कहा है कि इसको आप ये मत कहे कि यह दंगों का शहर है।
कई विदेशी खिलाड़ियों ने बातचीत में स्वीकार किया है कि उन्होंने मुजफ्फरनगर के बारे में जब नेट पर सर्च किया तो 2013 के दंगे सामने आये। इससे उन्हे आने में घबराहट हो रही थी लेकिन आयोजकों ने जो सुरक्षा का भरोसा दिया और यहां पर आकर हमने मुजफ्फरनगर को कई दिन तक महसूस किया तो हमे लगा कि यह मुजफ्फरनगर तो वास्तव में बेहद प्यारा है। यहां के लोगों ने इतना प्यार किया कि हम दोबारा बार-बार आना चाहेंगे। कई खिलाड़ी मुजफ्फरनगर की इतनी अधिक तारीफ कर गयी कि उन्होंने कहा कि वो टेनिस के महाकुम्भ में हर बार आयोजन में भाग लेंगे क्योंकि उन्हे पता लग गया है कि मुजफ्फरनगर के लोग कितना प्यार, स्नेह देने के साथ-साथ मेहमाननवाजी और जिंदादिली की मिसाल कायम करते है। हालांकि मुजफ्फरनगर के दंगों को लेकर विदेशों तक इस शहर की जितनी बदनामी हुई थी अब वह टेनिस जैसे महाकुम्भ के आयोजन ने एक ही झटके में धो डाली और अब शहर देहात से लेकर गांव गांव तक हर कोई इस शहर को दंगों के शहर के रूप में भूलना चाहता है। आम तौर पर 2013 के बाद कई सामाजिक संगठनों और साम्प्रदायिक एकता की मुहिम से जुड़े लोगों ने गांव देहात में काम कर लोगों को नजदीक किया है और इसका असर भी देखने को मिल रहा है और इसमे खेलों की भी महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है।
दंगों के बाद से ही स्थानीय प्रशासन ने भी शाहपुर, बुढ़ाना आदि में कबड्डी, कुश्ती आदि कई खेलों को कराकर लोगों में साम्प्रदायिक सद्भाव का संदेश दिया था और अन्तर्राष्ट्रीय महिला टेनिस ने तो इस संदेश में झंडे ही गाड दिये क्योंकि मुजफ्फरनगर की छवि को बेहतर बनाने में टेनिस के माध्यम से एक कामयाब संदेश मिला है और करीब बीस से भी अधिक विदेशों में मुजफ्फरनगर का नाम आज टेनिस के लिए जाना जाता है। कई विदेशी खिलाड़ियों ने कहा कि हम नहीं मानते है कि यहां पर कभी दंगे हुए होंगे और लोग एक दूसरे से दूर गये होंगे क्योंकि उन्हे ऐसा लगा ही नहीं कि इस शहर में कभी कुछ गलत हुआ हो और अब तो टेनिस के महाकुम्भ के आयोजन के बाद कई चर्चाएं जोर पकड रही है कि भावना स्वरूप मैमो. अन्तर्राष्ट्रीय महिला टूर्नामेंट के सहारे आलोक स्वरूप के परिवार ने जिस तरह से मुजफ्फरनगर में इस आयोजन को कराकर विदेशों तक मुजफ्फरनगर की छवि में चार चांद लगाये है यह अपने आप में बड़ी बात है और इसको लेकर शहर के तमाम बुद्धिजीवी भी यही कहते है कि टेनिस के खिलाड़ियों ने शहर को एक माहोल दिया है और एक नई सोच कायम की है कि वो तमाम बेकार के मुद्दे छोडकर साम्प्रदायिक सौहार्द, देश के विकास, खेलों के विकास और महिला सशक्तिकरण जैसे पहलूओं की बात करे। जिस तरह से मुजफ्फरनगर की छवि 2013 के बाद खराब होनी शुरू हुई थी वह आज अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर बदल चुकी है और उसमे टेनिस के योगदान के साथ-साथ उन बुद्धिजीवियों का योगदान भी देखा जा रहा है जो समाज के लिए हमेशा खडे रहे है। इस टेनिस आयेजन के आयोजन सचिव रविंद्र चौधरी भी इस बात से इत्तेफाक रखते है कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला टेनिस के मुजफ्फरनगर में आयोजन होते रहने से मुजफ्फरनगर की सकारात्मक छवि में सुधार आया है वो खुद स्वीकार करते है कि सन् 2013 के बाद लगभग पांच साल का लम्बा अतंराल हो गया और अब जब टेनिस का महाकुम्भ जुडा तो लोगों की सामाजिक सोच में परिवर्तन आया और उन्होंने देखा कि किस तरह से खेल एक सामाजिक दृष्टिकोण पैदा करता है और नई सोच बनाता है।
युवा छात्र रालोद की बैठक सम्पन्न
मुजफ्फरनगर। राष्ट्रीय लोकदल कार्यालय मुजफ्फरनगर पर छात्रों व युवाओ की एक बैठक छात्रसभा जिलाअध्यक्ष पराग चौधरी की अध्यक्षता में हुई जिसका संचालन युवा नेता राष्ट्रीय लोकदल एडवोकेट हंसराज जावला ने किया और जिसमें छात्र नेता मोईन त्यागी व शिवम चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों छात्रों व् युवाओ ने राष्ट्रीय लोक दल में आस्था रखते हुए राष्ट्रीय लोक दल की सदस्यता ग्रहण की और आगामी आने वाले लोकसभा चुनाव २०१९ में राष्ट्रीय लोक दल का समर्थन के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिया । छात्र सभा जिलाध्यक्ष पराग चौधरी ने कहा वर्तमान समय में केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा छात्र हित में व युवाओं के रोजगार के संबंध में दोनों सरकारें पूर्णत विफल हैं । छात्र सभा जिला अध्यक्ष पराग चौधरी ने आरोप लगाते हुए बताया कि २०१४ में भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में हर साल युवाओ के लिए १ करोड़ रोजगार देने की बात कही थी वो सब हवा हवाई साबित हो रही है पराग चौधरी ने कहा अगर केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा छात्र व युवाओं हित में रोजगार संबंधी उचित कदम नहीं उठाए जाते हैं तो आने वाला समय भयावह होगा । संचालन करते हुए हंसराज जावला ने कहा की वर्तमान प्रदेश सरकार जिस तरह से छात्रों व युवाओं की अनदेखी की जा रही है वह बेहद निंदनीय है । मीटिंग के दौरान सैकड़ों की संख्या में छात्र व् युवा उपस्थित रहे जिसमें मुख्य रूप से मोईन त्यागी शिवम चौधरी ,अमृत सैनी, साजिद चौधरी, रियासत अली, अनिल ,प्रशांत चौधरी आदि एक सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे ।
समस्याओं का हो निस्तारण
मुजफ्फरनगर। जन समस्याओ के प्रति लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। शिकायतो के निस्तारण मे देरी ना की जाए। आमजन की समस्या के प्रति जागरूक बनें अधिकारी। सरकार द्वारा जनहित मे जारी विभिन्न योजनाओ का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार होना चाहिए। ताकि पात्र व्यक्तियो को सरकार की इन योजनाओ का लाभ मिल सके।
तहसील सदर मे आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर तहसील सदर स्थित सभागारमे आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने बैठक मे मौजूद अधिकारियो को सम्बोधित करते हुए उक्त उदगार व्यक्त किए। बैठक मे एसडीएम सदर, तहसीलदार सदर आदि अधिकारी मौजूद रहे।
किसान दिवस का आयोजन 22 नवम्बर को
मुजफ्फरनगर। मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेष शासन के पत्र के द्वारा प्रत्येक माह के तृतीय बुधवार को किसान दिवस जनपद स्तर पर मनाये जाने के निर्देषों के क्रम में जनपद के किसान भाइयों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण कराने के उददेष्य से माह नवम्बर, 2018 में दिनांकः 21.11.2018 को ईद ए मिलाद/बारावफात का राजकीय अवकाष होने के कारण जिलाधिकारी द्वारा टीप एवं आज्ञाएं दिनांकः 14.11.2018 के द्वारा दिनांकः 22.11.2018 को दिन बृहस्पतिवार दोपहर 12ः30 बजे से जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित कराने हेतु निर्देषों के परिपालन में किसान दिवस मेंं किसान भाइयों की समस्याओं के निराकरण के साथ-साथ उन्हे कृषि क्षेत्र से जुडे हर विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारियॉं सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों द्वारा दी जायेगी। एकीकृत रूप से कृषि एवं अन्य विभागों द्वारा संचालित योजनाओ की सम्पूर्ण जानकारी। किसान-वैज्ञानिक-अधिकारी सवांद के बारे में जानकारी। किसानो के लाभ के लिये संचालित योजनाओं में दी जा रही सुविधाओं की विस्तृत जानकारी। किसानो को अनुदान पर कृषि निवेष एवं अन्य उपकरणों की जानकारी, संचालित योजनाओं के लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया सम्बन्धी जानकारी, किसानो का विभिन्न विभागों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के लाभों से अवगत कराना तथा जनपद में आयोजित की जा रही कृषि प्रदर्षनियों/मेलों के आयोजन की जानकारी दी जायेगी। जनपद स्तरीय जैव उर्जा समिति एवं मा0 राष्ट्रीय हरित अधिकरण के उद्वेष्यों पर चर्चा की जायेगी। दिनांकः 22-11-2018 दिन बृहस्पतिवार को दोपहर 12ः30 बजे जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित होने वाली किसान दिवस में समय से भाग लेते हुए कृषकों की कृषि से जुडी समस्याओं का निराकरण करने के साथ-साथ अपने-अपने विभाग द्वारा संचालित योजनाओ की विस्तृत जानकारी प्रदान करने का कष्ट करें।
कार्तिक गंगा स्नान मेले में बढ़ने लगी श्रद्धालुओं की भीड
मोरना। तीर्थनगरी शुकतीर्थ में कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर लगने वाले प्रसिद्ध गंगा स्नान मेला में श्रद्धालुओं का भैंसा-बुग्गी और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से गाते-बजाते हुए पहुंचना शुरू हो गया है। मेला के मीना बाजार में दुकानदारों ने दुकानें सजा ली हैं। नगरी के मंदिरों को भव्य रूप में सजाया गया है। एसपी देहात ने मेला का निरीक्षण कर पुलिसकर्मियों को असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए। जिला पंचायत के तत्वावधान में पांच दिवसीय कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेला का शुभारंभ हो गया है। मेला का उद्घाटन २० नवंबर और मुख्य स्नान २३ नवंबर को होगा। सोमवार को भैंसा-बुग्गी और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से अनेक श्रद्धालु जय गंगे मइया, जय बजरंग बली, शुकदेव मुनिजी के उद्घोष के साथ तीर्थनगरी में पहुंचे और तंबू बनाकर ठहरना शुरू कर दिया है। श्रद्धालुओं के आगमन से पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया है और मुख्य मार्गा पर सुरक्षा की दृष्टि से लगाए गए बैरियर पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। गंगा घाट पर महिलाओं के स्नान के लिए अलग से तीन जगह व्यवस्था की गई है और महिला पुलिस तैनात की गई है। नगरी के शुकदेव मंदिर, हनुमद्धाम, गणेश धाम, शिवधाम, मां पीतांबरा धाम व श्रीगंगा मंदिर को भव्य सजाया गया है। एसपी देहात आलोक शर्मा ने सीओ राममोहन शर्मा, प्रभारी निरीक्षक डॉ. बीपी ङ्क्षसह, मेला कोतवाल नवरत्न गौतम के साथ मेला का निरीक्षण करते हुए पुलिसकर्मियों को असामाजिक तत्वों व मनचलों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए। एसडीएम जानसठ विजय कुमार, अपर मुख्य अधिकारी डॉ. नूतन शर्मा, अभियंता कमल किशोर शर्मा, जेई अरविंद कुमार, प्रधान सुशील कुमार शर्मा, नरेंद्र गर्ग, अक्षय शर्मा व विनोद शर्मा आदि लगे हुए हैं। शामली व सहारनपुर से भी बुलाया फोर्स
एसपी देहात आलोक शर्मा ने सीओ राममोहन शर्मा, प्रभारी निरीक्षक डा. बीपी सिंह, मेला कोतवाल नवरत्न गौतम के साथ मेले का निरीक्षण करते हुए पुलिस कर्मियों को असामाजिक तत्वों व मनचलों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए। एसडीएम जानसठ विजय कुमार, अपर मुख्य अधिकारी डा. नूतन शर्मा, अभियंता कमल किशोर शर्मा, अवर अभियन्ता अरविन्द कुमार, प्रधान सुशील कुमार शर्मा, नरेंद्र गर्ग, अक्षय शर्मा, विनोद शर्मा आदि लगे हुए हैं।.
मेले में लगेगा भारी पुलिस फोर्सरू सीओ राममोहन शर्मा ने बताया कि मेले को तीन सेक्टर में बांटा गया है और सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए भारी मात्रा में पुलिस फोर्स लगाया गया है जिसमें ११ इंस्पेक्टर, २७ सब इंस्पेक्टर, ६ महिला सब इंस्पेक्टर, २२ हैड कांस्टेबल, ७४ कांस्टेबल, ४३ महिला कांस्टेबल के अलावा सहारनपुर जिले से ६ इंस्पेक्टर, १० सब इंस्पेक्टर, १० हैड कांस्टेबल, २५ कांस्टेबल, १० महिला कांस्टेबल तथा शामली से ४ इंस्पेक्टर, ५ सब इंस्पेक्टर, ५ हैड कांस्टेबल, १५ कांस्टेबल, ४ महिला कांस्टेबल तथा २ कांस्टेबल यातायात पुलिस तथा तीन कंपनी पीएससी व बाढ़ राहत दल आदि को लगाया गया है। .
प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
मुजफ्फरनगर। चौ0चरण सिंह विश्वविद्यालय की अर्न्तमहाविद्यालय पावर लिफटिंग प्रतियोगिता जोकि एम0 एम0 एच0 कॉलेज, गाजियाबाद में सम्पन्न हुई में एस0 डी0 कॉलेज ऑफ कॉमर्स, मुजफ्फरनगर के बी0 कॉम द्वितीय वर्ष के छात्र चिराग ने पावर लिफटिंग प्रतियोगिता में रजत पदक जीतकर महाविद्यालय का नाम गौरान्वित किया है तथा उक्त छात्र का चयन नॉर्थ जोन अर्न्तविश्वविद्यालय प्रतियोगिता के लिए चौ0 चरण सिंह विश्वविद्यालय की टीम में हुआ है। कॉलेज प्राचार्य डा0 सचिन गोयल ने छात्र को इस उपलब्धी पर बधाई दी व छात्र के उज्जवल भविष्य की कामना की। एवं महाविद्यालय के समस्त अध्यापकों ने भी उनका उत्साहवर्धन करते हुए नॉर्थ जोन अर्न्तविश्वविद्यालय प्रतियोगिता में चयन होने पर बधाई दी। विभागाध्यक्ष डा. दीपक मलिक, डा0 रावि जैन, डा0 रवि अग्रवाल, डा0 नावेद अख्तर, डा0 मोहिनी पंवार, शारीरिक शिक्षक अंकित धामा, मानसी अरोरा, मोनिका कटारिया, सौरभ शर्मा, सुकीर्ति, संकेत जैन, कुशलवीर, एकता मित्तल, सपना, रितिका, सोनम, भुवन, मासूमा, सिया, स्वाति, काजल, कमर रजा, कृष्ण कुमार, प्रिंस चौधरी, आशीष पाल, दीपक गुप्ता, आदि ने छात्र का उत्साहवर्धन करते हुए अपनी शुभकामनाएं दी।
हजारों का सामान चोरी
मुजफ्फरनगर। चोरो ने कन्सट्रक्शन कम्पनी के ऑफिस मे रखा सामान चोरी कर लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने नुकसान सम्बन्धी तहरीर लेते हुए मामले की छानबीन व भागदौड शुरू की। जानकारी के अनुसार नई मन्डी कोतवाली क्षेत्र की परिक्रमा मार्ग स्थित एटूजैड कालोनी स्थित कन्सट्रक्शन कम्पनी को निशाना बनाते हुए चोरो ने ऑफिस मे रखे 3 लैपटॅाप, मॉनीटर आदि चेरी कर लिए। मामला संज्ञान मे आने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना कर मामले क की छानबीन शुरू की। पुलिस सूत्रो का कहना है कि मामले की छानबीन के बाद जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
पुलिस ने वारंटी को दबोचा
मुजफ्फरनगर। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के कुशल निर्देशन में चोकी इंचार्ज अजय कुमार सिंह ने आज वारंटी को दबोचने में कामयाबी हासिल की। अभियुक्त संजय निवासी गांधीनगर जिसके माननीय न्यायालय से एनबीडब्ल्यू व रिकवरी वारंट जारी हुए थे जो काफी दिनो से फरार चल रहा था आज उसे मुखबिर की सूचना पर उसके घर से चौकी इंचार्ज अजय कुमार सिंह व हमराह पुलिस कर्मीयों की मदद से उसको गिरफ्तार कर जेल भेजा ज्ञात रहें चोकी इंचार्ज अजय कुमार सिंह अपराधियों के खिलाफ अपने अभियान में कई शानदार मुठभेड़ कर इनामी बदमाशो को जेल भेज चुके हैं।
समस्याओं की अनदेखी का आरोप
मुजफ्फरनगर। जन समस्याओ की सुनवाई ना हो पाने से आजिज मौहल्लावासियो ने भाजपा नेताओ के क्षेत्र मे प्रवेश पर पाबंदी का फरमान जारी कर अपना रोष व्यक्त किया। नगर के मौहल्ला जनकपुरी निवासी मौहल्लावासियो ने एक बैठक कर जनसमस्याओ का समाधान ना हो पाने पर रोष व्यक्त किया। बैठक की अध्यक्षता डा.कंवरपाल ने की व संचालन उपाध्यक्ष जनेशवर प्रसाद ने किया। बैठक के माध्यम से मौहल्लावासियो ने कालोनी मे बीजेपी नेताओ के प्रवेशकावि का विरोध करने की बात कही। इस दौरान मौहल्ले के अनेक लोग मौजूद रहे।
बैठक सम्पन्न
मुजफ्फरनगर। सांसद धर्मवीर सिंह त्यागी विचार मंच उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं की एक साप्ताहिक बैठक गाजावाली शहर मुजफ्फरनगर में आयोजित की गयी जिसमें उपस्थित मंच के सभी कार्यकर्ताओं ने मंच के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार त्यागी एडवोकेट जिनका स्वंय का पेशा खेती है कि विचारों को समर्थन देते हुए एकमत होकरयह निंदा प्रस्ताव पारित किया।
बैठक के दौरान किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए सरकार व प्रशासन से किसानों की समस्याओं के प्रति गम्भीर रहने व आम जन तथा किसानों से जुड़ी समस्याओं के यथाशीघ्र निस्तारण की मांग की। इस दौरान नरेंद्र कुमार त्यागी अध्यक्ष, राजीव त्यागी, प्रमोद त्यागी, देवपाल त्यागी, अरूण त्यागी, राम गोपाल त्यागी, रमेश सुनार, पुरूषोत्तम शर्मा, बुरहान, सरताज त्यागी, डा. विजय सिंह पुण्डीर, संजयशर्मा, सुरेंद्र त्यागी, रवि, अशोक शर्मा, बिल्लू त्यागी, जयकवार आदि मौजूद रहे।
59335 वाहनों पर अस्तित्व का संकट, रजिस्ट्रेशन 6 माह के लिए निलंबित
मुजफ्फरनगर। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन ने 15 साल पुराने 59335 वाहनों का रजिस्ट्रेशन 6 माह के लिए निलंबित कर दिया है, जिसके चलते जनपद के वाहन स्वामियों में हड़कंप की स्थिति बन गयी है। एआरटीओ प्रशासन राजीव कुमार बंसल ने बताया कि यदि 6 माह की अवधि में वाहन स्वामी वाहनों से संबंधित कार्यवाही नहीं करते हैं, तो वाहनों का पंजीकरण निरस्त कर दिया जाएगा।
जनपदीय सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी राजीव कुमार बंसल द्वारा सार्वजनिक सूचना जारी कर बताया गया कि जनपद में ऐसे दो पहिया, चार पहिया तथा गैर परिवहन वाहन, जो कि पंजीयन की तिथि से 15 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं और ऐसे वाहनों का अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं कराया गया, के स्वामियों को 12 सितंबर को सार्वजनिक सूचना प्रकाशित करा कर 30 दिनों की अवधि के भीतर अपने वाहन का अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रक्रिया अनुसार जारी कराने के लिए कहा गया था। सूचना के जरिए यह भी कहा गया था कि यदि वाहन का अस्तित्व समाप्त हो चुका है या अस्थाई रूप से उपयोग के अयोग्य हो गया है, तो पंजीयन अधिकारी के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर अपने वाहन का पंजीयन नियम अनुसार निरस्तीकरण करा लें। सार्वजनिक सूचना में कहा गया है कि यदि वाहन के पंजीयन की वैधता समाप्त हो गई है, तो केंद्रीय मोटरयान नियमावली 1989 के नियम 52 के अंतर्गत किए गए प्रावधान के अनुसार ऐसे वाहन को मोटरयान अधिनियम की धारा 39 के अंतर्गत विधिक रूप से पंजीकृत नहीं माना जा सकता और इनका सार्वजनिक स्थान पर व संचालन विधि मान्य नहीं है। अधिनियम की धारा 53 की धारा 1 के अंतर्गत यान का सार्वजनिक स्थान पर संचालन जनता के लिए खतरनाक माना गया है और वाहन मोटर यान अधिनियम तथा तक संबंधी नियमावलियों के प्रावधानों की अपेक्षाओं को पूर्ण नहीं करता। सार्वजनिक नोटिस के प्रकाशन की तिथि से 60 दिनों के अंतर्गत यदि संबंधित वाहन के स्वामी द्वारा कार्रवाई नहीं कराई जाती, तो यह माना जाएगा कि संबंधित वाहन का स्वामी वाहन के आगे संचालन हेतु इच्छुक नहीं है और उक्त अधिनियम की धारा 53 की उप धारा 1 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए पंजीयन को निलंबित करने पर विचार किया जाएगा और यदि निलंबन बिना किसी अवरोध के न्यूनतम 6 माह तक बना रहता है, तो उक्त अधिनियम की धारा 54 के तहत पंजीकरण निरस्त कर दिया जाएगा। उन्होंने घोषणा की कि ऐसे वाहनों की सीरीज का विवरण, जिन्होंने 15 साल की अवधि पूर्ण कर ली है तथा सार्वजनिक सूचना के 60 दिनों के अंतर्गत अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं कराया गया है, उनके पंजीयन चिन्ह निलंबित किए गए हैं। एआरटीओ द्वारा यूएसपी, यूएचक्यू, यूटीएक्स, यूएमयू, यूवीआई, यूपी 12 ए, यूपी 12 बी, यूपी 12 सी, यूपी 12 डी, यूपी 12 ई, यूपी 12एफ, यूपी 12 एच व यूपी 12 जी सीरीज में 3938 तक के वाहनों का रजिस्ट्रेशन निलंबित कर दिया गया है। एआरटीओ प्रशासन के इस कदम से वाहन स्वामियों में हड़कंप की स्थिति है।
जिले में 9040 परिवारों के पास अपना घर नहीं
मुजफ्फरनगर। जिले में 9040 परिवार ऐसे हैं जिनके पास अपना घर नहीं है। ये लोग किराए पर दूसरों के घरों में रहते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना में आवेदनों की जांच के बाद यह हकीकत सामने आई है। बेघर लोगों में सबसे ज्यादा मुजफ्फरनगर शहर और सबसे कम सिसौली और भौकरहेड़ी में हैं। अपने घर का सपना हर किसी का होता है। जिंदगी की लंबी भाग दौड़ और काफी प्रयास के बाद भी कुछ लोग अपने मकान का सपना पूरा नहीं कर पाते। भारत सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना में ऐसे लोगों के सपने साकार करने का बीड़ा उठाया है। जिले में ऐसे 9040 परिवार हैं, जो किराए पर रहे हैं और अपना घर नहीं बना सके हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना में ऐसे सभी लोगों के आवेदन मांगे गए थे, जिनके पास अपना घर नहीं है। इनमें ऐसे परिवारों से भी आवेदन मांगा गया था जिनके पास जमीन तो है, लेकिन मकान बनाने के पैसे नहीं हैं। जिन लोगों के पास कच्चा मकान है, उनसे भी आवेदन मांग गए थे। जिले भर की समस्त निकायों से करीब 56 हजार आवेदन एकत्र हुए। इन सबकी जांच के बाद जो स्थिति सामने आई, उनमें 6221 परिवार ऐसे मिले हैं, जिनके पास अपनी जमीन है और वह मकान नहीं बना पा रहे थे, इन सबके लिए ढाई लाख रुपये प्रति परिवार के हिसाब से स्वीकृत हुए हैं। 6504 ऐसे परिवार मिले हैं, जिनके पास एक कच्चा कमरा है। ऐसे परिवारों को पक्का निर्माण करने के लिए डेढ़ लाख के हिसाब से पैसा दिया जाना स्वीकार हुआ है। 9040 ऐसे परिवार सामने आए हैं जिनके पास न तो जमीन और न ही मकान है। ये सब परिवार दूसरों के यहां किराए पर रहते हैं। इनमें सबसे ज्यादा मुजफ्फरनगर शहर में 6771 हैं। खतौली में 1098 दूसरे नंबर पर है। सबसे कम सिसौली और भौकरहेड़ी में 24-24 हैं। बुढ़ाना में 498, शाहपुर में 58, जानसठ में 102, मीरापुर में 210, पुरकाजी में 160, चरथावल में 95 परिवार बेघर हैं।
सभी जरूरतमंदों को मिलेंगे घर-डूडा के सहायक परियोजना अधिकारी धन प्रकाश ने बताया कि जिले के सभी बेघरों को आवास मिलेंगे। सरकार के पास पूरी सूचना भेज दी गई है। इसमें दो हजार मकान एमडीए बना रहा है। एमडीए ने 224 मकान बनाने का काम शुरू भी कर दिया है। बाकी मकान निजी कॉलोनियों में तैयार कराने का प्लान है।
निकाय बेघरों की संख्या
मुजफ्फरनगर 6771
खतौली 1098
जानसठ 102
मीरापुर 210
पुरकाजी 160
चरथावल 95
शाहपुर 58
सिसौली 24
भौकरहेडी 24
बुढ़ाना 498
एक और बच्चे में मिले फाइलेरिया के लक्षण
मुजफ्फरनगर। जिले में एक और बच्चे में फाइलेरिया (हाथी पांव) के लक्षण मिले हैं। अब तक चार बच्चों में फाइलेरिया के परजीवी के मिलने की पुष्टि हो चुकी है। फाइलेरिया के जिले में पैर पसारने से स्वास्थ्य विभाग भी हैरान है। वेस्ट यूपी इस बीमारी का कभी प्रकोप नहीं रहा है, यह बीमारी पूर्वांचल के जनपदों में ही फैलती है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित बच्चों का पूर्वांचल कनेक्शन तलाशना शुरू कर दिया है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इसकी खोज के लिए पहली बार अभियान चलाया गया है। इस अभियान में स्कूली बच्चों के ब्लड सैंपल लेकर किट से उनकी जांच की गई। जिले में 499 बच्चों की जांच की गई, जिनमें से चार में फाइलेरिया के लिए जिम्मेदार परजीवी मिले हैं। जिला मलेरिया अधिकारी अलका सिंह का कहना है कि यह घबराने की बात नहीं हैं। बच्चों में अभी बीमारी के लक्षण नहीं हैं। यह परजीवी दस वर्षों तक भी शरीर में पड़ा रहता है। जिन बच्चों में फाइलेरिया के परजीवी मिले हैं उनके परिजनों से संपर्क किया जा रहा है। पता लगाया जा रहा है कि वह पूर्वांचल के जनपदों में गए थे या वहां से आए किसी व्यक्ति के संपर्क में रहे थे।
उपचार के लिए शासन के निर्देशों का इंतजार-जिला मलेरिया अधिकारी अलका सिंह का कहना है कि शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। जिन बच्चों में फाइलेरिया के परजीवी मिले हैं, उनका उपचार कराया जाएगा। उपचार के बाद परजीवी नष्ट हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि पूर्वांचल के जनपदों में फाइलेरिया को लेकर अभियान चल रहा है। वहां छोटे-बड़े हर व्यक्ति को फाइलेरिया परजीवी की एंटी डोज दी जा रही है। चूंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यह बीमारी नहीं फैलती, इसलिए यहां अभियान नहीं चलाया जाता। सीएमओ डाक्टर बीएस मिश्रा ने बताया कि अभी प्रारंभिक जांच हुई है, शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है, शासन के निर्देश पर ही आगे उपचार दिया जाएगा।
संक्रमित मच्छर के काटने से शरीर में घुसते हैं परजीवी-फाइलेरिया संक्रमित मच्छर के काटने से परजीवी कीड़े किसी व्यक्ति के रक्त में चले जाते हैं और प्रणाली (नसों और नोड्स) को प्रभावित करते हैं। वयस्क कीड़े नसों में 4-6 साल तक रहते हैं। मादा कीड़ें खून में लार्वा को जन्म देते हैं जिससे इनकी संख्या बढ़ती रहती है। फाइलेरिया दुनिया भर में विकलांगता और विरूपता का सबसे बड़ा कारण है।
फाइलेरिया के लक्षण-फाइलेरिया से शुरुआत में कोई लक्षण महसूस नहीं होते। समस्याएं तब शुरू होती हैं जब शरीर में वयस्क कीड़े मर जाते हैं। बीमारी से गुर्दे प्रभावित हो जाते हैं। पैरों व शरीर के अन्य हिस्सों में सूजन, स्तन और जननांग में सूजन, त्वचा पर लाल चकत्ते, त्वचा के रंग में बदलाव, रिवर ब्लाइंडनेस, पेट में दर्द आदि परेशानियां होने लगती हैं। लंबे समय तक सूजन से शरीर में विकलांगता आ जाती है।