राकेश टिकैत की मोदी सरकार को खुली धमकी, बोले ज्यादा दिमाग खराब न करे सरकार, “पंच” और “मंच” (मंच) एक ही
नई दिल्ली। किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को सीधे-सीधे धमकी दे दी है। टिकैत ने कहा कि सरकार ज्यादा दिमाग न खराब करे, अभी हमने गद्दी वापस का नारा नहीं दिया है।
टिकैत ने कहा कि लाल किला हिंसा पर सरकार ने नफरत फैलाने का काम किया है। करनाल महापंचायत में टिकैत ने सरकार को ये धमकी दी है। महापंचायत में टिकैत ने सरकार पर अपना गुस्सा जाहिर किया।
टिकैत ने कहा, ” सरकार ज्यादा दिमाग खराब न करे, अभी देश के जवान और किसान ने बिल वापसी का नारा लगाया है, गद्दी वापसी का नारा नहीं लगाया है।”
टिकैत ने कहा कि सरकार ने ही लाल किले पर धार्मिक झंडा लगवाकर नफरत फैलाने का काम किया था। सरकार को चेतावनी देते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती।
करनाल में किसानों की “महापंचायत” को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा कि केंद्र के खिलाफ 40 नेताओं ने आंदोलन की अगुवाई की है। जब तक सरकार हमारे पक्ष में फैसला नहीं करती है, समिति से बात कर मांगों पर सहमत नहीं होती है, हम शांति से नहीं बैठेंगे।
उन्होंने कहा कि कानून न केवल किसानों बल्कि छोटे व्यापारियों, ग्रामीणों और अन्य वर्गों को भी प्रभावित करेंगे। कानून लाने के पीछे सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए टिकैत ने कहा, “गोदाम पहले बनाए गए और कानून बाद में आए।
किसानों को नहीं पता कि ये कानून बड़े कॉरपोरेट के पक्ष में हैं। इस देश में भूख पर व्यापार की अनुमति नहीं दी जाएगी।” कैत ने दोहराया कि “पंच” और “मंच” (मंच) एक ही रहेगा।
उन्होंने कहा कि सिंघू बॉर्डर ही मेन ऑफिस होगा। न कि गाजीपुर बॉर्डर। बता दें कि पिछले साल सितंबर में संसद से पारित कृषि कानूनों के खिलाफ उत्तर प्रदेश के बीकेयू नेता दो महीने से अधिक समय तक दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर में डेरा डाले हुए हैं।
उन्होंने कहा, “वे बार-बार कह रहे हैं कि गाजीपुर बॉर्डर होगा कार्यालय सिंघू सीमा के बजाय। लेकिन मैंने कहा कि सरकार या किसी अधिकारी को किसी भी गलतफहमी में नहीं होना चाहिए, हम न तो “मंच” और न ही “पंच” को बदलेंगे।