Balochistan में 24 घंटे में 7 धमाके: पाकिस्तान में दहशत, TTP–BLA की बढ़ती सक्रियता पर सवाल—देश में आतंकी संकट गहरा
पाकिस्तान के Balochistan में पिछले 24 घंटे बेहद तनावपूर्ण रहे, जहाँ लगातार 7 धमाकों ने पूरे प्रांत को हिला दिया। शनिवार का दिन क्वेटा और डेरा मुराद जमाली में उग्रवादियों की गतिविधियों से भरा रहा, जहाँ संदिग्ध हमलावरों ने पुलिस, निर्माण कंपनियों और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार इन हमलों में किसी की मौत नहीं हुई, लेकिन एक निर्माण कंपनी के दो सुरक्षा गार्ड घायल हुए हैं।
इन घटनाओं ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पाकिस्तान में आतंकी नेटवर्क, खासकर बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में, खतरनाक स्तर पर सक्रिय है।
विशेषज्ञ इसे Balochistan blast Pakistan की बढ़ती श्रृंखला और क्षेत्र में स्थिरता पर गहरा खतरा मान रहे हैं।
क्वेटा में पहला हमला—पुलिस चेकपोस्ट पर हैंड ग्रेनेड फेंका गया
शनिवार सुबह क्वेटा में पुलिस चेकपोस्ट पर पहला धमाका हुआ।
हथियारबंद हमलावरों ने अचानक हैंड ग्रेनेड फेंका, जिससे इलाके में भगदड़ मच गई।
अधिकारियों के अनुसार लक्ष्य पुलिस बल था, लेकिन किसी की जान नहीं गई।
कुछ ही देर बाद एंटी-टेररिज्म डिपार्टमेंट (ATD) की गाड़ी के पास IED blast हुआ, जिसे आंतकियों ने बखूबी प्लान किया था।
यह Balochistan blast Pakistan का दूसरा बड़ा धमाका था, जिसने शहर में सुरक्षा अलर्ट बढ़ा दिया।
शाम होते-होते तीन और धमाकों ने शहर को दहला दिया, जिससे क्वेटा के कई इलाकों में पुलिस और पैरामिलिट्री की संयुक्त तैनाती बढ़ाई गई।
निर्माण कंपनी पर हमला—दो सुरक्षा गार्ड घायल
SSP क्वेटा आसिफ खान ने बताया कि सरियाब रोड पर निर्माण कंपनी के कैंप पर हथियारबंद हमलावरों ने ग्रेनेड फेंका।
हमले में कंपनी के दो सुरक्षा गार्ड घायल हुए।
प्रारंभिक जांच से पता चला कि हमलावर मोटरसाइकिल पर आए थे और हमला करके तुरंत फरार हो गए।
यह हमला स्पष्ट रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को निशाना बनाकर किया गया बताया जा रहा है, क्योंकि कई उग्रवादी गुट सरकारी परियोजनाओं को “राज्य का प्रतीक” मानकर हमला करते हैं।
मनजूर शहीद पुलिस स्टेशन पर दो ग्रेनेड हमले—एक विस्फोट, दूसरा बम स्क्वॉड ने डिफ्यूज किया
पुलिस स्टेशन भी उग्रवादियों की सूची में था।
मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने दो हैंड ग्रेनेड फेंके—
पहला मौके पर फट गया
दूसरा बम डिस्पोज़ल स्क्वॉड ने समय रहते निष्क्रिय कर दिया
इस घटना ने साफ कर दिया कि हमलावर सिर्फ नुकसान नहीं, बल्कि सुरक्षा तंत्र को खुली चुनौती देना चाहते थे।
रेलवे ट्रैक उड़ाया—संदिग्ध उग्रवादियों ने ट्रेन आने से पहले IED ब्लास्ट किया
क्वेटा के बाहरी क्षेत्र लोहर करेज में रेलवे ट्रैक को IED से उड़ाकर रेल सेवाएँ रोक दी गईं।
अधिकारियों के अनुसार हमलावरों ने ऐसी टाइमिंग चुनी कि ट्रेन आने से ठीक पहले धमाका हो, जिससे बड़ी दुर्घटना की संभावना पैदा हो सके।
रेलवे सुरक्षा का मुद्दा पाकिस्तान में पहले से गंभीर रहा है और यह Balochistan blast Pakistan घटना रेलवे नेटवर्क की सुरक्षा पर और प्रश्न उठाती है।
डेरा मुराद जमाली में पुलिस पेट्रोलिंग वाहन पर ग्रेनेड हमला
डेरा मुराद जमाली में पुलिस की गश्ती गाड़ी पर ग्रेनेड हमला किया गया।
इसके साथ ही क्वेटा के केच बेग क्षेत्र में भी पुलिस पोस्ट पर हथगोले फेंके गए।
इन सभी घटनाओं की जिम्मेदारी अभी तक किसी संगठन ने नहीं ली, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां TTP, BLA और अन्य स्थानीय विद्रोही नेटवर्क की गतिविधियों को संभावित मान रही हैं।
2025: अब तक 782 मौतें—बलूचिस्तान में आतंकी हमलों का बड़ा उभार
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में यह पहली बार नहीं है कि इतनी कम अवधि में इतने धमाके हुए हों।
इस साल अब तक 782 लोग मारे जा चुके हैं, जिसमें उग्रवादी हमले, बम धमाके और लक्षित हमले शामिल हैं।
मार्च 2025 में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ट्रेन हाइजैक कर सैनिकों की हत्या कर पूरे क्षेत्र को हिला दिया था।
सितंबर 2025 में क्वेटा की राजनीतिक रैली पर आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें 11 लोगों की मौत हुई।
डिप्टी पीएम इशाक डार का दावा—चार साल में 4 हजार पाकिस्तानी सैनिक मारे गए
पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री इशाक डार ने शनिवार को प्रेस के सामने बताया कि पिछले चार सालों में पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में—
4,000 सैनिक खो दिए
20,000 से ज्यादा घायल हुए
उन्होंने आरोप लगाया कि अफगान तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद पाकिस्तान में आतंकवाद बेहद तेज़ी से बढ़ा है।
डार ने अफगान तालिबान से मांग की कि वह TTP के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और उन्हें बॉर्डर क्षेत्रों में सुरक्षित पनाह न दे।
TTP: पाकिस्तान का सबसे खतरनाक विद्रोही संगठन—इतिहास, विस्तार और लक्ष्य
TTP की उत्पत्ति
2001 में अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान पर हमले के बाद कई लड़ाके पाकिस्तान के कबाइली इलाकों में घुस आए।
2007 में बेतुल्लाह मेहसूद ने 13 विद्रोही गुटों को मिलाकर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) का गठन किया।
TTP का एजेंडा
पाकिस्तान राज्य और सेना के खिलाफ लड़ाई
इस्लामी शासन की अपनी व्याख्या
पाकिस्तानी सरकार को “अमेरिका समर्थक” कहकर विरोध
TTP का अफगान तालिबान से संबंध
दोनों समूह विचारधारा और सामरिक सहयोग के आधार पर एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।
2022 से हमले बढ़े—TTP ने एकतरफा सीजफायर खत्म किया
नवंबर 2022 में TTP ने पाकिस्तान के साथ सीजफायर तोड़ दिया।
इसके बाद से—
आतंकी हमलों में 90% वृद्धि
सरकारी प्रतिष्ठानों पर हमले
खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान मुख्य केंद्र बने
इन सबका प्रभाव सीधे Balochistan blast Pakistan जैसी घटनाओं में दिखता है।
ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025—पाकिस्तान दुनिया का दूसरा सबसे आतंक प्रभावित देश
ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 के मुताबिक—
पाकिस्तान अब दुनिया का दूसरा सबसे आतंकग्रस्त देश है
2024 में यह चौथे स्थान पर था
TTP के हमले 91% तक बढ़े
BLA की हिंसा में 60% की वृद्धि
IS-K ने पाकिस्तानी शहरों को भी निशाना बनाना शुरू किया
पाकिस्तान की 90% आतंकी घटनाएँ सिर्फ दो प्रांतों—
बलूचिस्तान
खैबर पख्तूनख्वा
में केंद्रित हैं।

