पूर्व आईएएस एसपी सिंह के खिलाफ महामारी एक्ट आपदा प्रबंधन एक्ट व आईटी एक्ट के तहत मुकदमा
अक्सर अपने बयानों से प्रदेश की योगी सरकार ( Yogi Government ) को निशाने पर लेने वाले पूर्व आईएएस एसपी सिंह के खिलाफ उन्नाव में जनता को भड़काने का आरोप लगाते हुए पुलिस ने एफआईआर (FIR) दर्ज की है। एसपी सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट ( Twitter Account) के माध्यम से लिखा है कि योगी सरकार ने 67 शवों को गंगा के तट पर जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर उन्हें दफना दिया।
बात सच हो गयी, धारा 153, 465, 505, 21, 54 और IT Act 67 के तहत मेरे ऊपर उन्नाव पुलिस ने मुक़दमा लिख दिया है। https://t.co/fxuKe3xvFN
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 15, 2021
इसके अलावा पूर्व आईएएस ने यह भी ट्वीट किया कि शवों का अंतिम संस्कार हिन्दू रीत रिवाजों से न करना इस समाज के लिए कलंक जैसा है। उन्होंने एक फोटो भी शेयर की है जिसमे शवों को गंगा नदी में बहते हुए दिखाया गया है। साथ ही अपने ट्वीट में योगी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का यह योगी मॉडल जीवित को इलाज नहीं, संस्कार नहीं। उनका यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
ये रायबरेली का गंगा घाट है, जहाँ सैकड़ों मानव शव रेत में दफ़न कर दिए गए हैं l
कुत्ते नौंच रहे,उन शवों के अंग-हाथ पैर खींच खींच गाँव में ले जा रहे l
पूरे प्रदेश में गंगाघाटों का ये ही हाल है l
सौजन्य :@JournoPrashant pic.twitter.com/wZ2c7ZRMnK
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 14, 2021
उन्नाव सदर पुलिस कोतवाली में दर्ज एफआईआर में पूर्व आईएएस एसपी सिंह के खिलाफ महामारी एक्ट आपदा प्रबंधन एक्ट व आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का दावा है कि ट्वीटर अकॉउंट में एसपी सिंह ने जिन शवों को गंगा में बहते दिखाया है वो पुराना वीडियो 2014 का है।
हुक्काम का कँकाल l#यूपी, चन्दौली-धानापुर थाना, गाँव बड़ौरा गंगा नदी l
सौजन्य:@1AshishSony, ETV भारत l pic.twitter.com/QJ79bRA1vT— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 14, 2021
पूर्व आईएएस एसपी सिंह पहले भी पर योगी सरकार के खिलाफ हमला करते आ रहे हैं। वह पिछली समाजवादी पार्टी सरकार में मो आज़म खान के करीबी माने जाते थें। लेकिन बाद में वह अखिलेश सरकार के खिलाफ बगावती हो गए थें। कुछ दिनों पहले उन्होंने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी हमला किया था जिसके बाद आईटी मुकदमा दर्ज हुआ था।