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साईबर क्राईम से बचाव पर फेडरेशन आफ Muzaffarnagar कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज में जागरूकता गोष्ठी, शातिर अपराधियों से बचने के उपाय

Muzaffarnagar  फेडरेशन आफ मुजफ्फरनगर कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज द्वारा साईबर क्राईम पर एक महत्वपूर्ण जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में साईबर क्राईम के विशेषज्ञों ने उद्यमियों को साईबर अपराध से बचाव के तरीके बताए और साईबर सुरक्षा के अहम पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। गोष्ठी का आयोजन फेडरेशन के भवन में हुआ और इसमें शहर के प्रमुख उद्यमियों ने भाग लिया।

साईबर क्राईम के प्रभारी निरीक्षक सुल्तान सिंह और उपनिरीक्षक गौरव चैहान ने अपने संबोधन में साईबर अपराधियों के द्वारा अपनाए जा रहे नए-नए तरीकों के बारे में बताया और यह भी स्पष्ट किया कि कैसे इनसे बचा जा सकता है। प्रभारी निरीक्षक सुल्तान सिंह ने कहा, “साईबर क्राईम के अपराधी अत्यंत शातिर और चालाक होते हैं। वे आपकी आवाज, फोटो और व्यक्तिगत जानकारी का इस्तेमाल करके आपके बैंक खातों को हैक कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप जागरूक रहें और किसी भी अनजान कॉल या मैसेज को नजरअंदाज करें।“

गौरव चैहान ने बताया कि साईबर अपराधियों के द्वारा डिजिटल एरेस्ट जैसी काल या मैसेज भेजकर खुद को पुलिस अधिकारी या कर्मचारी बताने के मामले बढ़ गए हैं। इनसे बचने के लिए उन्होंने सलाह दी कि कभी भी बिना पूरी जानकारी के अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें। “अगर आपको किसी कॉल में पुलिस का कर्मचारी होने का दावा किया जाए, तो पहले फोन काटकर उस कॉल की सच्चाई की जांच करें, क्योंकि डिजिटल एरेस्ट जैसी कोई प्रक्रिया नहीं होती है। अपराधी इस तरह की जानकारी का उपयोग कर फ्रॉड करके पैसों की ठगी करते हैं।“

गोष्ठी में उपस्थित उद्यमियों को साईबर सुरक्षा के अन्य महत्वपूर्ण उपायों के बारे में भी बताया गया। इसमें यह भी बताया गया कि किस तरह से बैंकों से संबंधित धोखाधड़ी से बचने के उपाय अपनाए जा सकते हैं, जैसे कि बैंक खाते की जानकारी किसी के साथ साझा न करना, अनजान लिंक पर क्लिक न करना, और पर्सनल डिवाइस की सुरक्षा के लिए एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करना।

फेडरेशन के अध्यक्ष अंकित संगल ने इस जानकारी को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, “साईबर क्राईम से बचने के लिए जागरूकता सबसे अहम है। यदि हम सही समय पर साईबर सुरक्षा के बारे में जानेंगे और उसे अपनाएंगे, तो हम इन अपराधियों से बच सकते हैं।“ उन्होंने सभी उद्यमियों से अपील की कि वे साईबर क्राईम से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।

गोष्ठी में मैनेजिंग डायरेक्टर रविंद्र दहिया ने जैक्सन क्यूमिन्स इंडिया लिमिटेड द्वारा निर्मित जैनसैट के बारे में भी जानकारी दी, जो यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) द्वारा निर्धारित सभी मानकों को पूरा करता है। उन्होंने बताया कि यह सिस्टम कम खर्च में उपलब्ध है और विभिन्न रेंज में उपलब्ध है, जो उद्यमियों के लिए एक लाभकारी उपकरण साबित हो सकता है।

गोष्ठी का संचालन फेडरेशन के सहसचिव श्रेय जैन ने किया। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों का स्वागत फेडरेशन के अध्यक्ष अंकित संगल ने बुके देकर किया। इस दौरान फेडरेशन के उपाध्यक्ष पंकज जैन, कोषाध्यक्ष अरविंद गुप्ता, सुधीर गोयल, राधेश्याम शर्मा, दीपक मित्तल, आशीष बंसल, नरदेव वर्मा, आशीष गर्ग, दीपक सिंघल, रचित गोयल, शाहनजर राणा, सुभाष साहनी जैसे प्रमुख उद्यमी उपस्थित रहे।

साईबर क्राईम के बढ़ते मामलों पर सख्त कदम की जरूरत

देशभर में साईबर क्राईम के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। एक तरफ जहां डिजिटलीकरण की वजह से कई सुविधाएं आसान हुई हैं, वहीं दूसरी ओर साईबर अपराधियों का नेटवर्क भी तेजी से बढ़ रहा है। साईबर अपराधियों के द्वारा फोन कॉल्स, सोशल मीडिया, ईमेल, और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करके लोगों को धोखा दिया जाता है। इन अपराधों में आमतौर पर लोगों के बैंक अकाउंट, पर्सनल डेटा और यहां तक कि पहचान पत्र की जानकारी भी चुराई जाती है।

इस बढ़ते खतरे के मद्देनजर, सुरक्षा एजेंसियों और सरकारी संस्थाओं ने भी इस मुद्दे पर ध्यान देना शुरू किया है। लोगों को इस संबंध में जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रकार के अभियान चलाए जा रहे हैं। सरकार ने साईबर अपराध के मामलों में सख्ती बढ़ाने के लिए नए कानून बनाए हैं और लोगों को डिजिटल माध्यम से होने वाली ठगी से बचने के उपाय भी सुझाए हैं।

कैसे करें साईबर क्राईम से बचाव?

  • सतर्क रहें: किसी भी अजनबी के कॉल या मैसेज पर तुरंत प्रतिक्रिया न दें।
  • किसी भी लिंक पर क्लिक न करें: अनजान लिंक पर क्लिक करने से साईबर अपराधियों को आपके डेटा तक पहुंचने का मौका मिल सकता है।
  • बैंकिंग जानकारी साझा न करें: अपनी बैंक डिटेल्स को किसी से साझा न करें, खासकर अनजान नंबर से आए कॉल्स पर।
  • सिक्योरिटी सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें: अपने फोन और कंप्यूटर पर अच्छे एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें।
  • पासवर्ड मजबूत रखें: अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स और बैंक अकाउंट्स के पासवर्ड को मजबूत और अलग रखें।

साईबर क्राईम से बचाव के लिए यह जरूरी है कि हम सभी इसके खतरे को समझें और सही तरीके से कदम उठाएं। इस दिशा में जागरूकता सबसे अहम कदम है, जो हमें इस बढ़ते खतरे से बचा सकता है।

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