खेल जगत

ICC के आयोजनों में भारी मिसमैनेजमेंट, महिला वर्ल्ड कप 2025 से लेकर पुरुष वर्ल्ड कप 2023 तक की कड़वी सच्चाई

महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 और पुरुष वनडे वर्ल्ड कप 2023 के आयोजनों में ICC की भारी मिसमैनेजमेंट और खराब शेड्यूलिंग ने खेल जगत को झकझोर दिया है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के बड़े आयोजनों की साख पर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि उनके संचालन में बड़ी कमियां सामने आ रही हैं। एक तरफ जहां महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 में खराब शेड्यूलिंग और बारिश के चलते 21% मैच रद्द हो गए, वहीं दूसरी ओर 2023 के पुरुष वर्ल्ड कप में भी टिकटिंग और वेन्यू की बदहाली ने आयोजन को विवादों में डाल दिया।

महिला वर्ल्ड कप 2025 में बारिश के कारण रद्द हुए 6 मैच

इस बार के महिला वनडे वर्ल्ड कप में स्थिति और भी गंभीर हो गई, क्योंकि 28 ग्रुप मैचों में से 6 मैच बारिश के कारण रद्द हुए। इसका असर कई टीमों पर पड़ा, जिनमें न्यूजीलैंड जैसे पूर्व चैंपियन भी शामिल हैं। न्यूजीलैंड को दो रद्द मैचों का नुकसान हुआ, जिसके कारण वह छठे स्थान पर रहकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए। इस टूर्नामेंट में मेज़बान श्रीलंका का भी वही हाल रहा, जहां कोलंबो में खेले गए तीन मैच बारिश में डूब गए। पाकिस्तान टीम का हाल भी कुछ खास नहीं रहा और वह बिना कोई जीत हासिल किए आखिरी स्थान पर रही।

खराब शेड्यूलिंग और टिकटिंग समस्या

ICC के आयोजन में एक और बड़ी समस्या सामने आई और वह थी शेड्यूलिंग और टिकटिंग की खराब व्यवस्था। पुरुष वर्ल्ड कप 2023 में शेड्यूल 41 दिन पहले तय किया गया था, जिससे विदेशी फैंस को टिकट, वीजा, यात्रा और होटल बुकिंग के लिए समय नहीं मिल पाया। नतीजा यह हुआ कि भारत में खेल रहे टूर्नामेंट के मैचों में भी कई स्टेडियम खाली रहे। इंदौर और चेन्नई जैसे बड़े स्टेडियमों में सीटें खाली पाई गईं, जबकि टिकट ‘सोल्ड आउट’ दिख रहे थे। बीसीसीआई ने इन टिकटों को प्रायोजकों और मेहमानों के लिए सुरक्षित रखा था, जिससे सामान्य फैंस को टिकट खरीदने में मुश्किलें आईं।

पाकिस्तान और अफगानिस्तान को भी परेशानी का सामना करना पड़ा

आईसीसी की खराब योजना का असर केवल शेड्यूलिंग और टिकटों तक ही सीमित नहीं था, बल्कि टीमों के रहने-खाने की व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे। पाकिस्तान टीम को बीच टूर्नामेंट में होटल बदलने की मजबूरी का सामना करना पड़ा, क्योंकि उनके होटल की लोकेशन बहुत दूर थी। इससे खिलाड़ियों को खासा तनाव हुआ और मैच की तैयारियों में रुकावट आई। इसी तरह, 2024 के टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान अफगानिस्तान टीम को कैरेबियाई चरण में ‘हलाल मीट’ नहीं मिलने की समस्या आई।

वेन्यू चयन पर सवाल उठने लगे

आईसीसी के वेन्यू चयन ने भी क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। 2024 के टी-20 वर्ल्ड कप में अमेरिका के नासाऊ काउंटी की पिच को ‘खतरनाक’ करार दिया गया, क्योंकि यह बेहद धीमी और असमान उछाल वाली थी। इसके अलावा, लॉडरहिल जैसे स्थानों पर भी बारिश के कारण मैदानों की स्थिति इतनी खराब थी कि कई मैचों का आयोजन नहीं हो सका। वहीं, 2023 के वर्ल्ड कप में धर्मशाला का मैदान भी खिलाड़ियों के लिए परेशानी का कारण बना, जहां खिलाड़ी बार-बार गिरने और चोटिल होने का शिकार हुए।

सुरक्षा व्यवस्था और खिलाड़ियों के अनुभव

सुरक्षा व्यवस्था भी एक बड़ा मुद्दा बनी रही। इंदौर में दो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ छेड़छाड़ की घटना ने आयोजन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि आईसीसी बड़े आयोजनों के दौरान खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा में नाकाम रही है। खिलाड़ियों और प्रशंसकों से मिल रही शिकायतें बताते हैं कि ICC का ध्यान सिर्फ मुनाफा और रेवेन्यू पर केंद्रित है, न कि आयोजन की गुणवत्ता और सुरक्षा पर।

खराब यात्रा व्यवस्थाएं और असुविधा

क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए यात्रा भी बड़ी समस्या बन गई। इस साल फरवरी में हुई चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान साउथ अफ्रीका टीम को पाकिस्तान से दुबई जाते हुए 18 घंटे का समय लगा और फिर वापस पाकिस्तान लौटने में उन्हें और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा। श्रीलंकाई टीम को भी बेमौसम यात्रा और खराब होटल व्यवस्था का सामना करना पड़ा, जिसके कारण कई खिलाड़ियों ने मैच से पहले नाश्ता तक नहीं किया।

बिना टूर्नामेंट डायरेक्टर के हो रहे हैं आयोजन

एक और गंभीर समस्या जो ICC के आयोजनों को प्रभावित कर रही है, वह है टूर्नामेंट डायरेक्टर का न होना। 2019 में स्टीव एलवर्थी को टूर्नामेंट डायरेक्टर नियुक्त किया गया था, लेकिन 2023 के बाद से इस पद को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है। इसका नतीजा यह है कि आयोजनों में कोई कड़ा नियंत्रण नहीं है, जिससे शेड्यूलिंग, टिकटिंग, वेन्यू और खिलाड़ी सुविधाओं जैसी समस्याएं सामने आती हैं।

ICC के आयोजनों में जवाबदेही की कमी

ICC की इस विफलता ने क्रिकेट जगत को एक सवाल उठाने पर मजबूर कर दिया है कि क्या ICC इस खेल को व्यवस्थित तरीके से चला पा रही है? फीफा और ओलिंपिक जैसे संगठन सख्त प्रोटोकॉल और पेशेवर आयोजन सुनिश्चित करते हैं, जबकि ICC केवल राजस्व और मुनाफे पर ध्यान दे रहा है। इसके परिणामस्वरूप खिलाड़ियों, फैंस और आयोजकों को लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

ICC की इस स्थिति को सुधारने के लिए खिलाड़ियों और प्रशंसकों के हितों को ध्यान में रखते हुए गंभीर कदम उठाने की जरूरत है। यदि आईसीसी क्रिकेट के बड़े आयोजनों को एक पेशेवर तरीके से संचालित करना चाहता है, तो उन्हें आयोजन की गुणवत्ता, सुरक्षा, और समयबद्धता पर अधिक ध्यान देना होगा। एक जिम्मेदार और समर्पित संगठन के रूप में आईसीसी को यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में क्रिकेट के आयोजन पूरी तरह से व्यवस्थित और सफल हों।

News-Desk

News Desk एक समर्पित टीम है, जिसका उद्देश्य उन खबरों को सामने लाना है जो मुख्यधारा के मीडिया में अक्सर नजरअंदाज हो जाती हैं। हम निष्पक्षता, सटीकता, और पारदर्शिता के साथ समाचारों को प्रस्तुत करते हैं, ताकि पाठकों को हर महत्वपूर्ण विषय पर सटीक जानकारी मिल सके। आपके विश्वास के साथ, हम खबरों को बिना किसी पूर्वाग्रह के आप तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। किसी भी सवाल या जानकारी के लिए, हमें संपर्क करें: [email protected]

News-Desk has 20117 posts and counting. See all posts by News-Desk

Avatar Of News-Desk

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

two × 2 =