धन शोधन का मामला: Tamannaah Bhatia का नाम और ऐप के जरिए ठगी का बड़ा खेल
धन शोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बार फिर से बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री Tamannaah Bhatia का नाम सामने लाया है। ईडी ने कहा कि 34 वर्षीय Tamannaah Bhatia का बयान एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय में धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया। इस मामले की जड़ें उन ऐप में हैं, जिनके जरिए निवेशकों से बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर ठगी की गई थी।
Tamannaah Bhatia का संदिग्ध संबंध
अभिनेत्री Tamannaah Bhatia को ऐप कंपनी के एक कार्यक्रम में सेलिब्रिटी के रूप में शामिल होने के लिए कुछ धनराशि मिली थी। हालांकि, उन पर इस मामले में सीधे तौर पर किसी प्रकार की संलिप्तता का आरोप नहीं है। पिछले कुछ समय से, उन्हें इस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा था, लेकिन काम के कारण उन्होंने समय नहीं निकाला। आखिरकार, गुरुवार को उन्होंने उपस्थित होने का निर्णय लिया।
मामला क्या है?
यह धन शोधन का मामला कोहिमा पुलिस के साइबर अपराध प्रकोष्ठ की प्राथमिकी से उपजा है। पुलिस ने विभिन्न आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। आरोप है कि ठगों ने भोले-भाले निवेशकों से क्रिप्टोकरेंसी के रूप में अत्यधिक रिटर्न दिलाने का वादा किया और एचपीजेड टोकन नामक मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया।
जैसे ही निवेशक इस ऐप में निवेश करते गए, ठगों ने उन पर भरोसा करते हुए पैसे इकट्ठा कर लिए। ईडी ने इस मामले में कुल 299 इकाइयों को आरोपी बनाया है, जिनमें 76 चीन नियंत्रित इकाइयां शामिल हैं। इनमें से 10 निदेशक चीनी मूल के हैं, जबकि दो इकाइयां अन्य विदेशी नागरिकों द्वारा नियंत्रित हैं।
कैसे हुआ ठगी का खेल?
इस घोटाले का ताना-बाना कुछ इस प्रकार है। आरोपियों ने निवेशकों से वादा किया कि 57,000 रुपये के निवेश पर उन्हें प्रतिदिन 4,000 रुपये का रिटर्न दिया जाएगा। लेकिन वास्तविकता यह थी कि केवल एक बार ही पैसे का भुगतान किया गया। ईडी ने कहा कि यह रकम अवैध ऑनलाइन गेमिंग, सट्टेबाजी, और बिटकॉइन निर्माण के लिए धोखाधड़ी के माध्यम से प्राप्त की गई थी। ठगों ने अपने अपराध को छिपाने के लिए फर्जी निदेशकों वाली कई कंपनियों के माध्यम से बैंक खाते और मर्चेंट आईडी खोले।
ईडी की कार्रवाई
इस मामले में ईडी ने देश भर में छापेमारी की, जिससे 455 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति और बैंक में जमा राशि जब्त की गई। ईडी के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के फर्जी कारोबार को खत्म करने के लिए उनकी जांच जारी है। अब तक की छापेमारी और जब्ती से यह साफ होता है कि यह एक व्यापक नेटवर्क था, जो पूरी तरह से धोखाधड़ी के इरादे से चल रहा था।
क्या है ‘एचपीजेड टोकन’ ऐप?
एचपीजेड टोकन ऐप एक मोबाइल एप्लिकेशन है, जिसका उपयोग ठगों ने निवेशकों को लूटने के लिए किया। इस ऐप के माध्यम से निवेशकों को झूठे वादे किए गए थे, और इसे भ्रामक तरीके से ‘विशेषज्ञों’ द्वारा प्रबंधित किया गया। यह ऐप उस समय बेहद लोकप्रिय हो गया जब लोगों ने इसे एक नए और ताज़गी भरे निवेश के रूप में देखा।
तमन्ना भाटिया का बयान
Tamannaah Bhatia ने ईडी के समक्ष बयान देते समय स्पष्ट किया कि उन्हें इस ऐप के संचालन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और उन्होंने केवल एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए धनराशि प्राप्त की थी। उनके अनुसार, उनकी छवि को जानबूझकर खराब किया जा रहा है और वे मामले में केवल एक शिकार हैं।
अंतिम शब्द
धन शोधन के इस मामले ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि क्रिप्टोकरेंसी और ऑनलाइन निवेश के क्षेत्र में सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। जहां एक ओर ये डिजिटल मुद्राएं निवेश के नए दरवाजे खोल रही हैं, वहीं दूसरी ओर, इनसे जुड़ी धोखाधड़ी के मामलों में भी तेजी आई है। यह महत्वपूर्ण है कि निवेशक अच्छे से जांच-परखकर ही अपने पैसे को कहीं निवेश करें।
निष्कर्ष के तौर पर, तमन्ना भाटिया का नाम इस मामले में सामने आना एक चेतावनी है कि कैसे एक छोटी सी गलती या अनजान सौदा किसी की पूरी छवि को प्रभावित कर सकता है। इस पूरे प्रकरण में जब तक सच्चाई सामने नहीं आती, तब तक हम केवल कयास ही लगा सकते हैं।

