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Muzaffarnagar रोहाना में अवैध खनन पर बड़ा प्रहार: जंगलों से मिट्टी से भरे दो ट्रैक्टर–डंपर जब्त, खनन माफियाओं में मचा हड़कंप

Muzaffarnagar  रोहाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह का समय सामान्य दिनों जैसा लग रहा था, लेकिन शहर कोतवाली क्षेत्र के सादपुर गांव के जंगलों में पुलिस की हलचल ने पूरे इलाके का माहौल अचानक बदल दिया। सुबह की गश्त के दौरान पुलिस टीम ने अवैध खनन से जुड़ी एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए मिट्टी से भरे दो ट्रैक्टर–डंपर को मौके से पकड़ लिया। जिस काम को जिले के खनन विभाग का दायित्व माना जाता है, वह जिम्मेदारी भी अब पुलिस निभा रही है—और इसे लेकर स्थानीय चर्चाओं में नया रूझान दिखा।

इस घटना ने पूरे इलाके में यह स्पष्ट संदेश भेज दिया है कि illegal mining in Rohana को अब किसी भी स्तर पर नज़रअंदाज़ नहीं किया जाएगा।


सादपुर के जंगलों में कैसे पकड़े गए डंपर — पुलिस की रणनीति पर उठे नए सवाल

स्थानीय सूत्र बताते हैं कि सादपुर गांव के जंगलों में पिछले कुछ समय से अवैध मिट्टी खनन की गतिविधियों की चर्चा बढ़ती जा रही थी। सुबह-सुबह पुलिस का अचानक पहुंचना और दो ट्रैक्टर–डंपरों का पकड़ा जाना यह दर्शाता है कि खनन माफिया रात और सुबह के समय का इस्तेमाल कर रहे थे।
लेकिन इस बार रोहाना चौकी पुलिस ने अपनी रणनीति बदलते हुए जंगलों में अलग रूट से प्रवेश किया और अचानक घेराबंदी की। इसी घेराबंदी के दौरान दोनों ट्रैक्टर–डंपर को मौके पर ही रोक लिया गया।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस इलाके में कई बार खनन अधिकारी पहुंचते भी नहीं, जिससे यह अवैध धंधा खुलेआम चलता रहा। लेकिन मंगलवार की इस कार्रवाई ने सबका ध्यान खींच लिया है।


पुलिस ने कैसे तोड़ा खनन माफियाओं का नेटवर्क? अनिल तौमर ने बताई कार्रवाई की पूरी कहानी

रोहाना चौकी प्रभारी अनिल तौमर ने बताया कि पुलिस टीम सुबह गस्त पर थी, तभी जंगल के अंदर से मिट्टी उठाने की आवाज़ें और गाड़ियों की लाइट दिखाई दीं। पुलिस टीम ने तुरंत इलाके को घेरकर दोनों ट्रैक्टर–डंपरों को हिरासत में ले लिया।
अधिकारियों के अनुसार—

  • मिट्टी अवैध तरीके से निकाली जा रही थी

  • किसी भी प्रकार की अनुमति या दस्तावेज़ मौजूद नहीं थे

  • वाहन चालकों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया

  • दोनों गाड़ियों को सीज कर थाने में खड़ा करा दिया गया

अनिल तौमर के अनुसार, इस कार्रवाई के बाद आसपास के क्षेत्रों में खनन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। यह भी बताया गया कि आगे भी इसी प्रकार के अभियान लगातार चलाए जाएंगे।


जिले के खनन अधिकारी गायब? स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और उठते सवाल

इस कार्रवाई ने एक और मुद्दा उजागर कर दिया—जिले के खनन विभाग की चुप्पी
कई स्थानीय लोगों का कहना है कि खनन विभाग की उपस्थिति बेहद कम दिखाई देती है, जिसके कारण अवैध खनन करने वाले लोग लगातार सक्रिय रहते हैं।
लोगों ने कहा कि:

  • पुलिस वह काम कर रही है, जो खनन विभाग की जिम्मेदारी है

  • कई महीने से खनन की शिकायत की गई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई

  • जंगलों से मिट्टी उठाने से खेती और प्राकृतिक संरचना दोनों प्रभावित हो रहे हैं

जनता ने इस बात की भी मांग उठाई कि खनन विभाग को भी पुलिस की तरह नियमित जांच करनी चाहिए, ताकि illegal mining in Rohana पूरी तरह रोकी जा सके।


जंगलों में अवैध खनन का पर्यावरणीय असर—मिट्टी कटान और भू-क्षरण बढ़ सकता है

विशेषज्ञों के अनुसार, कई गांवों के जंगलों से लगातार मिट्टी निकालने से क्षेत्रीय पर्यावरण पर गंभीर असर पड़ता है।
इससे—

  • भूमि कटान तेज होता है

  • जंगल की प्राकृतिक संरचना बिगड़ती है

  • वर्षा के दौरान पानी भराव और कटाव की समस्या बढ़ती है

  • आसपास के खेतों की उपजाऊ मिट्टी प्रभावित होती है

अवैध खनन केवल अपराध नहीं, बल्कि एक पर्यावरणीय खतरा भी बन चुका है।
इसलिए पुलिस की कार्रवाई को पर्यावरण संरक्षण के लिहाज़ से भी सकारात्मक माना जा रहा है।


खेतों और ग्रामीण संरचनाओं पर असर—गांवों में बढ़ी चर्चा

सादपुर, रोहाना और आसपास के गांवों में पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर पूरे दिन चर्चाओं का दौर चलता रहा। किसानों और ग्रामीणों ने राहत व्यक्त करते हुए कहा कि मिट्टी उठाने से उनके खेतों के किनारे कमजोर हो जाते हैं और आसपास की नहरें भी प्रभावित होती हैं।

कई लोगों ने कहा कि अगर पुलिस इसी तरह नियमित रूप से कार्रवाई करती रही, तो illegal mining in Rohana में लगे लोगों की हिम्मत धीरे-धीरे टूट जाएगी और ग्रामीण इलाकों का संतुलन वापस लौटेगा।


कार्रवाई के बाद खनन माफियाओं की हलचल—रात में गाड़ियों के रूट बदले जाने की आशंका

लोगों ने यह भी बताया कि अवैध खनन करने वाले गिरोह अब रात में गाड़ियों के रूट बदल सकते हैं। लेकिन पुलिस ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि निरीक्षण केवल एक जगह तक सीमित नहीं रहेगा।
रोहाना चौकी की टीम ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में—

  • जंगलों में रात गश्त बढ़ाई जाएगी

  • ड्रोन सर्वे की संभावना भी जांची जा रही है

  • किसी भी व्यक्ति को अवैध खनन में पकड़ा गया तो सख्त कार्रवाई होगी

  • खनन विभाग को भी कार्रवाई के लिए लिखित पत्र भेजा जाएगा

पुलिस की यह सख़्ती माफियाओं के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है।


पूरे क्षेत्र में सुरक्षा और निगरानी बढ़ाने की तैयारी—स्थानीय पुलिस अलर्ट मोड में

पुलिस टीम का कहना है कि यह केवल शुरुआत है।
रोहाना, भोपा, बुढ़ाना और आसपास के क्षेत्रों में भी इसी प्रकार के अभियान चलाने की योजना है।
अतिरिक्त टीमें गठित की जा रही हैं और अवैध खनन से जुड़े नेटवर्क पर लगातार नजर रखी जा रही है।

लोगों का मानना है कि अगर यह अभियान इसी गति से चलता रहा, तो आने वाले महीनों में अवैध खनन के मामले काफी हद तक कम हो जाएंगे।


रोहाना पुलिस द्वारा सादपुर के जंगलों में अवैध मिट्टी खनन पर की गई यह तेज कार्रवाई क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण संदेश देती है कि अब illegal mining in Rohana को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दो ट्रैक्टर–डंपरों की जब्ती के बाद खनन माफियाओं में हड़कंप साफ दिख रहा है और ग्रामीणों में सुरक्षा का नया भरोसा पैदा हुआ है। आने वाले दिनों में पुलिस की निगरानी और कड़ी होने वाली है, जिससे अवैध गतिविधियों पर निर्णायक प्रहार होने की पूरी संभावना है।

 

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