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Muzaffarnagar News: फिर सामने आई BJP नेताओं की आपसी गुटबाजी, मुझे भाजपा के बड़े नेताओं ने फंसायाः विकास पंवार

Muzaffarnagar News:मुजफ्फरनगर- गोडिया मठ के संचालक द्वारा भाजपा नेताओं पर लगाये गये आरोपों के मामले में आज आरोपी भाजपा नेताओं ने अन्य लोगों के साथ प्रेस वार्ता करते हुए सफाई पेश की है। भाजपा नेता विकास पंवार ने आरोप लगाया कि आश्रम के बाबा उनके विरोधियों के हाथों की कठपुतली बने हुए हैं और उनके खिलाफ भाजपा के लिए बड़े नेताओं ने एक साजिश रची और बदनाम कराया गया।

आज महावीर चौक पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यदि आरोप साबित हो जाये तो वह सजा भुगतने का तैयार हैं। उन्होंने बाबा भक्ति भूषण का काफी साथ दिया, लेकिन यौन शोषण वाले मामले के बाद वह उनसे अलग हो गये थे। कभी फोन भी नहीं किया और न ही आश्रम गये। 24 सितम्बर को वह फलाहार और पूजा सामग्री लेकर संजीव संगम के साथ आश्रम में उनसे मिलने गये थे।

इसी को लेकर उन्होंने मनगढंत कहानी बना ली और बदनाम किया गया। उस दिन केवल 60 सेकंड ही बाबा सेे बात हुई और संजीव संगम ने तो लब भी नहीं हिलाये। इस मामले में उन दोनों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है, इसके पीछे कोई बड़ी ताकत है। वह मीरापुर से भाजपा का टिकट मांग रहे हैं, इसी से रंजिश रखते हुए भाजपा के ही नेताओं ने बाबा से मिलकर उसके खिलाफ साजिश रची। मैंने आरोप लगने के बाद ही आरएसएस और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को अपने पक्ष से अवगत करा दिया था।

आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं। पुलिस ने यह मुकदमा अब स्पंज किया है। उन्होंने कहा कि 9.65 लाख रुपये चोरी के जोे आरोप बाबा ने लगाये हैं, वह सही नहीं है। मैंने उनके उपचार पर अपने पास से 7 लाख रुपये खर्च किये हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने भाजपा के बड़े नेता के इशारे पर ही काम किया, बाबा भी उसी के हाथों की कठपुतली बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि वह न्याय पाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।

शुक्रतीर्थ स्तिथ गोड़िया मठ के संचालक बाबा भक्ति भूषण ने 24 सितम्बर को भाजपा नेता विकास पंवार और संजीव संगम पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए हलचल मचा दी थी। भक्ति भूषण ने आरोप लगाया था कि दोनों व्यक्ति उनके आश्रम में आये और एक बेग तमंचे व कारतूस दिखाते हुए डराया तथा पांच लाख रूपये की रंगदारी मांगी और नहीं देने पर फर्जी केस में फंसाने तथा महंत नरेन्द्र गिरी जैसा हश्र करने की चेतावनी दी।

भक्ति भूषण ने पुलिस को शिकायत की, जिस पर 25 सितम्बर को दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 452, 504, 506, 387 के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर भक्ति भूषण ने न्याय नहीं मिलने पर जल समाधी लेने की चेतावनी भी दी। दरअसल मामला भक्ति भूषण के आश्रम में बच्चों से यौन शोषण से जुड़ा है, इसमें बाबा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था और वह जमानत पर बाहर आये।

बाबा ने इसी को लेकर भाजपा नेता संजीव संगम और विकास पंवार और एक अन्य पर आरोप लगाया कि 10 जून 2020 में पहले एक साजिश के तहत फर्जी आरोप लगाकर जेल भेज दिया गया। चंदा और भिक्षा मांग कर आश्रम के लिए पैसा जमा किया था, वो सब चोरी कर लिया गया। आश्रम में रहने वाले गोविन्द की तलाशी में एक लाख रूपये उससे मिले।

गोविन्द के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। गोविन्द के खिलाफ शिकायत को वापस लेने का दबाव भी विकास पंवार और संजीव संगम ने बनाया। पत्रकार वार्ता में विकास पंवार और संजीव संगम के साथ भाजपा नेता संजय अग्रवाल, सुमित गोयल, अश्वनी शर्मा, पंकज मित्तल, मनीष कुमार, संजय एडवोकेट, निर्दाेष जैन, अनमोल छाबडा, सोहन लाल, संदीप गोयल, पवन मित्तल आदि भी मौजूद रहे।

News Desk

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