Muzaffarnagar: शाहपुर के बाजार में दुकानों को किया बिस्मार, पीड़ित सुभाष जैन ने की कार्यवाही की मांग
Muzaffarnagar कस्बा शाहपुर में 4 दुकानें तोड़कर जबरदस्ती उनमें से रास्ता निकालने का प्रकरण अब कस्बे के साथ-साथ जनपद मुख्यालय से होता हुआ लखनऊ और दिल्ली के गलियारों में भी गूंजने लगा है.
शिकायतकर्ता यानी कि पीड़ित ने इस मामले की गुहार प्रदेश सरकार के साथ-साथ भारत सरकार से भी की है लेकिन अभी तक कोई संतोषजनक कार्यवाही ना होने से पीड़ित और शिकायतकर्ता परेशान और हैरान है. यह विचार हैं सुभाष जैन के जो रुड़की रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे.
पत्रकारों से रूबरू होते हुए सुभाष जैन ने आरोप लगाया कि खसरा नंबर 814-815 जो शाहपुर बाजार में स्थित है इसके मालिक वे स्वयं हैं उक्त खसरे के संबंध में नगर पंचायत शाहपुर का विवाद उनसे चल रहा है जो कोर्ट में दायर है और विचाराधीन है. इस बीच उनका आरोप है कि गत रविवार में कुछ अल्पसंख्यक लोगों ने एक राय होकर उनकी दुकानों को तोड़ डाला और उनके बीच में से उन्होंने रास्ता बना लिया.
#शाहपुर सुभाष जैन ने बताया कि वे शाहपुर बाजार में स्थित खसरा न.814 व 815 के मालिक हैं। उनका नगर पंचायत शाहपुर से विवाद चल रहा है। जो न्यायालय मे विचाराधीन है। उन्होने आरोप लगाय कि कस्बे के ही कुछ लोगां ने मिलकर कथित रूप से गत रविवार में उनकी दुकानों को तोड दिया है। pic.twitter.com/wZWvdo9moB
— News & Features Network (@newsnetmzn) June 15, 2023
आरोप है कि हमलावरों की दुकानें सुभाष जैन की दुकानों के पीछे हैं और उन्होंने अपनी दुकानों को सेव करते हुए सुभाष जैन की कथित दुकानों को तोड़कर उसमें से रास्ता निकाला है. सुभाष जैन ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने यह काम किया है वह भूमाफिया किस्म के लोग हैं और तरह-तरह के अपराधों में भी संलिप्त रहते हैं इस प्रकरण की शिकायत उन्होंने थाना शाहपुर, सीओ बुढाना से लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरनगर के अलावा मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश व प्रधानमंत्री नई दिल्ली को भी प्रेषित की है, जिसमें उन्होंने सारे प्रकरण का हवाला देते हुए इंसाफ की मांग की है.
पत्रकारों के सवालों के जवाब में सुभाष जैन ने कहा कि उन्हें नगर पंचायत के नवनिर्वाचित चेयरमैन कल्लू साहब से कोई उम्मीद नहीं है कि वह इस प्रकरण में उन्हें कोई राहत देंगे उन्हें लगता है कि चेयरमैन ने कथित रूप से हमलावरों को शह दे रखी है, इस बात का भी उन्होंने उल्लेख किया कि इस प्रकरण में नगर पंचायत ने इस पर स्टे भी ले रखा है.

