Khatauli: निशिया जैन मंदिर में भव्य मानस्तम्भ शिलान्यास: अद्वितीय धार्मिक आयोजन ने खींचा श्रद्धालुओं का ध्यान
Khatauli। जी.टी. रोड स्थित प्राचीन और प्रसिद्ध निशिया जी जैन मंदिर ने हाल ही में अपने धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को नई ऊंचाई पर पहुंचाया जब भक्तों के बीच मानस्तम्भ के नव-निर्माण हेतु भव्य शिलान्यास समारोह आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम, जो अपनी अद्वितीयता और धार्मिक गरिमा के लिए याद रखा जाएगा, समाधिस्थ आचार्य विद्यासागर जी महाराज, शांति सागर जी (हस्तिनापुर), और ज्ञानसागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद से संपन्न हुआ।
इस आयोजन के लिए मंगल प्रेरणा समता सागर, ज्ञानभूषण, और ज्ञेय सागर जी महाराज से प्राप्त की गई, जो इसे एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक दृष्टि से समृद्ध बनाने में सहायक साबित हुई। शिलान्यास स्थल पर वास्तु विधान और मांगलिक क्रियाओं ने इस कार्यक्रम को और भी पवित्र बना दिया।
मुख्य आकर्षण: राकेश बजाज परिवार का योगदान
शिलान्यास की विशेष क्रियाओं का सौभाग्य राकेश बजाज परिवार को प्राप्त हुआ, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन का नेतृत्व किया। उनके समर्पण ने इस पवित्र कार्य को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
प्रतिष्ठाचार्य नितिन भैया जी खुरई ने अपने मांगलिक संबोधन में निशिया जी जैन मंदिर की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक विरासत पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह मंदिर हस्तिनापुर की शास्त्रीय परिधि में स्थित है और भगवान शांतिनाथ, कुंथुनाथ, और अरहनाथ की प्राचीन मूर्तियों से सुसज्जित है। इस स्थान पर भक्तों की आस्था और पूजा का अद्वितीय संगम देखा जा सकता है।
मानस्तम्भ का महत्व और धार्मिक सौंदर्य
मानस्तम्भ जैन धर्म में आध्यात्मिकता और साधना का प्रतीक है। इसे शांतिपूर्ण स्थान पर स्थापित करने का महत्व इस समारोह में गहराई से समझाया गया। नितिन भैया जी ने श्रद्धालुओं को प्रेरित किया कि इस निर्माण में सहयोग करना अत्यधिक पुण्यकारी कार्य है। उन्होंने कहा, “धार्मिक स्थलों का निर्माण न केवल हमारे जीवन में शांति और नम्रता के गुणों का विकास करता है, बल्कि यह आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत भी बनता है।”
शिलान्यास समारोह में उमड़ा भक्तों का सैलाब
इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। संगीत की मनमोहक स्वर लहरियों के बीच भक्तों ने भक्ति रस का आनंद लिया। समारोह में दीप प्रज्वलन और मंगलाचरण की परंपरा ने कार्यक्रम को और भी भव्य बना दिया। समाज के कई प्रमुख व्यक्तियों और परिवारों ने इस आयोजन में अपनी उपस्थिति से इसे यादगार बना दिया।
समारोह में उपस्थित प्रमुख व्यक्तित्वों में दीपक भैंसी, संदीप महलका, नरेंद्र इलेक्ट्रिक, मुकेश अंबर, सुशील मंडी, संजय दादरी, डॉ. क्षितिज, शीलचंद मुखिया, निर्दोष किराना, सुरेंद्र टेंट, अनुपम आढती, राजीव मुखिया, आयुषी, मानसी, श्रुति, शशांक महलका, रूबी, दीपिका, राकेश बजाज, अविका, ऋषभ, अशोक शास्त्री, मनोज महलका, रविंद्र सराय, राजेश किराना, प्रमोद बजाज, मधुर सलावा, अमित बसेड़ा, संदीप सोनू, कल्पेंद्र नवीन तार, अनिल बजाज, डॉ. आर.के. जैन, नवीन जानसठ, राकेश अंबर, सत्येंद्र अरिहंत, सुधीर मुखिया, मंजू, दीप्ति, शशि, कविता, राखी, शैली, डॉ. ज्योति, करुणा, कविता, रिया, रीता, सावित्री, राहुल पैकर्स, बबीता, अर्चना, और प्रभा शामिल रहे।
धार्मिक आयोजनों का सामाजिक और आध्यात्मिक प्रभाव
धार्मिक स्थल और कार्यक्रम समाज में एकता और सद्भाव को बढ़ावा देते हैं। निशिया जी जैन मंदिर का यह आयोजन न केवल जैन समुदाय के लिए बल्कि अन्य धर्मों के श्रद्धालुओं के लिए भी प्रेरणादायक रहा। इस तरह के धार्मिक आयोजन धार्मिक धरोहरों को संरक्षित करने और समाज को आध्यात्मिक दिशा देने में सहायक होते हैं।
निशिया जैन मंदिर का यह शिलान्यास समारोह धार्मिक वास्तुकला और आध्यात्मिक साधना का एक उत्तम उदाहरण है। यह मंदिर आने वाले वर्षों में धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनेगा और समाज को एक नई ऊर्जा प्रदान करेगा।
मानस्तम्भ निर्माण में सहयोग का आह्वान
इस अवसर पर, प्रतिष्ठाचार्य ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे अपनी सामर्थ्य के अनुसार इस पवित्र कार्य में सहयोग करें। उन्होंने कहा, “दान केवल आर्थिक मदद नहीं है, यह आत्मा की शुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का माध्यम है।”
भविष्य की योजनाएं
मंदिर प्रशासन ने भविष्य में और अधिक भव्य कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है, जो मंदिर की पहचान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाएगा। श्रद्धालुओं के सहयोग और भक्ति से इस प्राचीन मंदिर को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाने का प्रयास जारी रहेगा।
मुजफ्फरनगर का निशिया जैन मंदिर धार्मिकता, वास्तुकला और आध्यात्मिकता का संगम है। मानस्तम्भ शिलान्यास समारोह ने इसे नई पहचान दी है। इस ऐतिहासिक आयोजन ने न केवल जैन समुदाय बल्कि पूरे समाज को प्रेरित किया है।