लोकसभा चुनाव 2019ः मुजफ्फरनगर पर सबकी निगाहें
मुजफ्फरनगर। पहले चरण की आठ सीटों में हो रहे चुनाव में सबसे बड़ी चुनावी लड़ाई मुजफ्फरनगर और बागपत सीट पर है।घ्इन पर देशभर की निगाहें लगी हैं। रालोद अध्यक्ष चौ. अजित सिंह मुजफ्फरनगर से पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। यहां उनका मुकाबला पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान से है। जयंत चौधरी बागपत से चुनाव लड़ रहे हैं। यहां इनका मुकाबला केंद्रीय मंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह है।
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट-अजित और बालियान में कांटे का मुकाबला-मुजफ्फरनगर। इस सीट पर देश की सियासी निगाहें लगी हैं। गठबंधन प्रत्याशी रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह और मौजूदा सांसद डॉ. संजीव बालियान के बीच सीधी टक्कर है। यहां दोनों ही प्रत्याशी जाट हैं और कांग्रेस ने कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है। चुनाव में हार-जीत से ही जाट राजनीति की दिशा भी तय होगी। मतदाताओं ने खामोशी अख्तियार कर रखी है। विकास का मुद्दा और जन समस्याएं चुनाव में गौण हो गई हैं, जातीय समीकरणों पर जीत का दांव लगा है।
एससी-मुस्लिम-जाट गणित का सहारा-सपा-बसपा गठबंधन व एससी, मुस्लिम और जाट वोटरों का गणित, इसके भरोसे रालोद के अजित सिंह पहली बार मुजफ्फरनगर सीट से चुनाव मैदान में हैं। मुस्लिम मतों का ध्रुवीकरण चौधरी अजित सिंह की दिखाई दे रहा है। बसपा सुप्रीमो मायावती की देवबंद रैली में एससी वोटरों को भी लामबंद करने का प्रयास किया गया था। लेकिन अजित सिंह की बड़ी चुनौती जाट वोटरों में बिखराव रोकना है। बीते लोकसभा चुनाव में दंगे के बाद बदले माहौल में जाटों ने भाजपा के हक में वोट किया था। चौधरी अजित सिंह कहते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी के झूठ और जुमलों से त्रस्त जनता गठबंधन के पक्ष में वोट करेगी। उन्हें सर्वसमाज का वोट मिलेगा।
मोदी के काम, योगी के सुशासन का आसरा-2014 के चुनाव में भाजपा के डॉक्टर संजीव बालियान रिकार्ड चार लाख मतों के अंतर से जीते थे। दंगे का असर और मोदी लहर जीत की बड़ी वजह बनी थी। इस बार संजीव पांच साल के विकास कार्यों और जनता से सीधे संपर्कों का हवाला देकर मैदान में हैं। आरएसएस और पार्टी संगठन का बेड़ा वोटरों के बीच सक्रिय है। सवर्ण और अति पिछड़ी जातियों को भाजपा अपनी ताकत मान रही है। एससी में वाल्मीकि, खटीक, कोरी, हिंदू धोबी आदि से भी उम्मीद है। पीएम और सीएम अपनी चुनावी सभाओं में दंगे का जिक्र कर ध्रुवीकरण को हवा देने की कवायद कर चुके हैं। बालियान का कहना है कि पांच साल जनता की सेवा में लगाए हैं। पीएम मोदी के काम और सीएम योगी के सुशासन के लिए जनता भाजपा को ही चुनेगी।
मुजफ्फरनगर में जीत के समीकरण
जाट 1,60,000
गुर्जर 57,000
मुस्लिम 5,25,000
एससी 2,10,000
सवर्ण 3,90,000
अन्य 4,50,000
2014 लोकसभा चुनाव का हाल- प्रत्याशी पार्टी मिले वोट
संजीव बालियान भाजपा 6,53,391
कादिर राना बसपा 2,52,241
वीरेंद्र सिंह सपा 1,60,810
पंकज अग्रवाल कांग्रेस 12,937
