‘श्री कुन्द कुन्द जैन महाविद्यालय, खतौली में महिला सुरक्षा एवं सम्मान’’ विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन
इस कार्यक्रम के अंर्तगत समाज मे महिला सुरक्षा और सम्मान जैसे गंभीर विषय पर विचार-विमर्श किया गया। मुख्य वक्ता डॉ. नीरजा गुप्ता ने कहा कि कोई भी समाज तब तक सुसभ्य नहीं कहलायेगा
जब तक महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और समान अधिकार प्राप्त न होंगे। बेटियों को जब भी अवसर मिला वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जुट गई और मुकाम हासिल कर ही दम लिया। आज बदलते भारत में शासन-प्रशासन के अतिरिक्त महिलाओं को स्वयं को आत्मनिर्भर बनाना होगा। बेटियों को सहसा आ जाने वाली मुसीबतों से स्वयं की रक्षा के लिए कदम उठाना होगा।
इसके लिए आत्मबल बढ़ाते हुए आत्म सुरक्षा के तरीके अपनाने चाहिए- महिलाएं अपने बचाव के लिए डी ओ, लाल मिर्ची पाउडर, मिर्च स्प्रे, सेफ्टी पिन आदि का प्रयोग कर सकती है। समय रहते 1098 नंबर डायल कर पुलिस सहायता ले सकती है। अपने भीतर शक्ति को हमेशा महसूस करें। कभी स्वयं को कमजोर न पड़ने दे। विपरीत परिस्थितियों के लिए सदा तैयार रहे।
इसके लिए कुछ आत्म रक्षक प्रणाली-मार्शल आर्ट भी सीख सकते है। प्राचार्या डॉ. नीतू वशिष्ठ ने कहा कि जब आप स्वयं का सम्मान करना जानते है, बड़ों को सम्मान देते है तब आपका भी समाज मे सम्मान बढ़ता है। सामर्थ्यवान बन आप सम्मान हासिल करते है। भारत तो ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमन्ते तत्र देवता’ परम्परा को मानने वाला राष्ट्र है। महिलाओं का सम्मान भारत की सांस्कृतिक विरासत में ही है।
आधुनिक भारत मे बदलते मूल्यों और सांस्कृतिक अवमूल्यन के कारण इसमें गिरावट आई पर नारी शक्ति अपने कार्य और परिश्रम से इस सम्मान की हकदार है। सरकारें और संस्थाएं अपना काम करती रहेंगी
बस हमें आत्मनिर्भर बन खुद से न्याय करना है। कदम मिलाकर चलना है।कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. सपना जैन ने किया। कार्यक्रम में डॉ. अरविन्द, श्रीमती दीप्ति जैन, डॉ. अर्चना, डॉ.विपिन बंसल, श्री आशीष कुमार जैन, श्री राहुल माहेश्वरी आदि प्राध्यापकगण तथा छात्र -छात्राएं मौजूद रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में पारुल जैन, सुभाष, मनोज, रमेश का सहयोग रहा।