भारत-Guyana संबंधों का नया अध्याय: प्रधानमंत्री मोदी की ऐतिहासिक यात्रा
Georgetown। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय Guyana यात्रा ने भारत-गुयाना संबंधों में नई ऊर्जा भर दी है। 56 वर्षों बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा ने ऐतिहासिक महत्व ग्रहण कर लिया है। प्रधानमंत्री मोदी और Guyana के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने रक्षा, व्यापार, ऊर्जा, स्वास्थ्य, फार्मा और कृषि जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। इस यात्रा को दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और आर्थिक साझेदारी के एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
संबंधों की मज़बूती के लिए समझौतों की बुनियाद
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति इरफान अली ने पांच अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें हाइड्रोकार्बन, स्वास्थ्य सेवा, संस्कृति और कृषि क्षेत्रों में सहयोग शामिल हैं। पीएम मोदी ने कहा, “गुयाना भारत की ऊर्जा सुरक्षा में अहम भूमिका निभाएगा। हम दीर्घकालिक साझेदारी के लिए एक ठोस रूपरेखा तैयार कर रहे हैं।”
इस यात्रा की शुरुआत ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन के बाद हुई। पीएम मोदी ने कहा, “हमने भारत-गुयाना सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए कई नई पहल चिह्नित की हैं।”
रक्षा और स्वास्थ्य: नए आयाम
रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग को और मजबूत करने के लिए चर्चा हुई। पीएम मोदी ने इसे ‘गहन आपसी विश्वास’ का प्रतीक बताया। भारत की फार्मा इंडस्ट्री गुयाना के लिए दवाओं का प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। दोनों देशों ने स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने और फार्मा उत्पादों के निर्यात को प्रोत्साहित करने का वादा किया।
ग्लोबल और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति अली ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। पीएम मोदी ने कहा कि “हर समस्या का समाधान संवाद और कूटनीति से संभव है।” दोनों नेताओं ने आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक व्यापार में सुधार जैसे विषयों पर भी चर्चा की। राष्ट्रपति अली ने प्रधानमंत्री मोदी को विकासशील देशों का सच्चा चैंपियन करार दिया।
‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल
गुयाना के जॉर्जटाउन में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत एक पौधा लगाया। इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने कहा, “यह पहल न केवल पर्यावरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दिखाती है बल्कि मातृशक्ति के प्रति सम्मान का प्रतीक भी है।”
ऐतिहासिक यात्रा की व्यक्तिगत झलक
प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा को व्यक्तिगत रूप से भी खास बताया। उन्होंने कहा, “24 साल पहले मुझे गुयाना आने का अवसर मिला था। आज प्रधानमंत्री के रूप में यहां आना मेरे लिए गर्व का क्षण है। गुयाना और भारत के बीच विशेष संबंध हैं, जो इस यात्रा से और मजबूत होंगे।”
गुयाना का भव्य स्वागत
राष्ट्रपति इरफान अली ने प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में गुयाना की संस्कृति और परंपराओं का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगी।
भविष्य की ओर देखता भारत-गुयाना संबंध
भारत और गुयाना के बीच यह साझेदारी केवल व्यापारिक और रक्षा संबंधों तक सीमित नहीं रहेगी। कृषि, स्वास्थ्य और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में भी गहन सहयोग की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी ने गुयाना की उभरती अर्थव्यवस्था और उसके प्राकृतिक संसाधनों को भारत की आवश्यकताओं के लिए महत्वपूर्ण बताया।