Ukraine की खतरनाक चाल: अमेरिकी और ब्रिटिश मिसाइलों से रूस पर हमला, युद्ध में नया मोड़!
Russia और Ukraine के बीच चल रही भीषण जंग अब और भी खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से हरी झंडी मिलने के बाद यूक्रेन ने अमेरिकी और ब्रिटिश लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल कर रूस पर जोरदार हमला बोला है। अमेरिकी ‘एटीएसीएमएस’ मिसाइल के इस्तेमाल के बाद ब्रिटेन से मिली ‘स्टॉर्म शैडो’ मिसाइलों के जरिए बुधवार को यूक्रेन ने रूसी इलाकों पर हमला किया। यह पहली बार है जब यूक्रेन ने रूस के अंदर सैन्य ठिकानों को सीधे निशाना बनाया है।
जंग का विस्तार: कुर्स्क क्षेत्र में धमाके
स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, रूस के कुर्स्क क्षेत्र में एक के बाद एक 14 बड़े धमाके सुनाई दिए। स्थानीय नागरिकों ने कहा कि इन धमाकों से काले धुएं के गुबार उठते देखे गए। ये हमले यूक्रेन की सीमा के करीब हुए, जिससे रूस में हलचल मच गई है।
स्टॉर्म शैडो मिसाइल: एक जानलेवा हथियार
‘स्टॉर्म शैडो’ एक आधुनिक क्रूज मिसाइल है, जिसे ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त रूप से विकसित किया है। इसकी लंबी मारक क्षमता इसे रूस जैसे विशाल क्षेत्र में हमले के लिए उपयुक्त बनाती है। हालांकि, यूक्रेन के रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव ने मिसाइल हमलों की पुष्टि या खंडन करने से इनकार किया।
उमेरोव ने कहा, “हम अपने देश की सुरक्षा के लिए सभी साधनों का उपयोग करेंगे। हम विस्तार में नहीं जाएंगे, लेकिन इतना तय है कि हम हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।”
उत्तर कोरिया की सेना से बढ़ा जेलेंस्की का गुस्सा
इस बीच, यह खबर भी सामने आई है कि उत्तर कोरिया की सेना रूस की मदद के लिए युद्ध में उतर चुकी है। उत्तर कोरिया के सैनिकों को रूसी मोर्चे पर तैनात किए जाने की खबरों ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की को और आक्रामक बना दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि यही वजह है कि यूक्रेन अब पहले से ज्यादा आक्रामक तरीके से मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहा है।
रूस की प्रतिक्रिया का इंतजार
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से अभी तक इन हमलों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि पुतिन इन हमलों का जवाब देने में देरी नहीं करेंगे। रूस की सैन्य ताकत और रणनीति को देखते हुए इस युद्ध में और भी घातक मोड़ आने की संभावना है।
यूक्रेन की रणनीति: जवाबी हमला या रक्षात्मक कदम?
विशेषज्ञों का कहना है कि यूक्रेन का यह कदम न केवल जवाबी हमला है, बल्कि यह रूस को संदेश देने की कोशिश भी है कि वह युद्ध के मैदान में कमजोर नहीं है। यूक्रेन की सेना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने सीमाओं की रक्षा और जवाबी कार्रवाई के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।
युद्ध का भविष्य: क्या विश्व युद्ध का खतरा बढ़ रहा है?
रूस और यूक्रेन की जंग अब वैश्विक महाशक्तियों के बीच शक्ति प्रदर्शन का माध्यम बन चुकी है। अमेरिका, ब्रिटेन, और अब उत्तर कोरिया जैसे देशों की प्रत्यक्ष और परोक्ष भागीदारी ने इस संघर्ष को और जटिल बना दिया है।
जंग के करीब 1000 दिन पूरे हो चुके हैं, और हर दिन नए घटनाक्रम सामने आ रहे हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि इस युद्ध ने वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर भी गहरा असर डाला है।
आर्थिक और मानव लागत
इस युद्ध में दोनों देशों ने अब तक भारी आर्थिक और मानवीय नुकसान झेला है। हजारों लोगों की जानें गई हैं, और लाखों लोग बेघर हो चुके हैं। रूस और यूक्रेन दोनों को ही अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन संघर्ष थमता नजर नहीं आ रहा।
तनाव का नया अध्याय
यूक्रेन द्वारा अमेरिकी और ब्रिटिश मिसाइलों के इस्तेमाल के बाद युद्ध का परिदृश्य और खतरनाक हो गया है। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि रूस इस हमले का जवाब कैसे देता है। इस युद्ध का अंत कब और कैसे होगा, यह कहना फिलहाल मुश्किल है, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह संघर्ष विश्व राजनीति में बड़ी भूचाल ला सकता है।