समर जहां पर दागी गई थीं पांच गोलियां
देहरादून। समर जहां उर्फ रेहाना पर नजदीक से पांच गोलियां दागी गई थीं। इसमें से तीन उसे लगी थीं, एक तो उसके शरीर को भेद कर पार हो गई थी। मौका-ए-वारदात से मिले पांच खोखों ने इस तरफ भी इशारा कर दिया कि किसी को समर से गहरी नफरत थी। इस नफरत की वजह समर की पिछली जिंदगी से जुड़ी हो सकती है, जिसका पता लगाने के लिए बुधवार को पुलिस टीम मुजफ्फरनगर और रुड़की रवाना कर दी गई है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि हमलावर की कार की पहचान के साथ उसके आने और भागने के रूट का भी पता चल गया है। हत्या का कारण अवैध संबंध भी हो सकता है। मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सहस्त्रधारा रोड स्थित पैसिफिक गोल्फ सिटी के पास समर जहां उर्फ रेहाना (23) को कार सवार हमलावर ने गोलियों से भून दिया था। तीन गोलियां लगने के बाद भी समर पांच सौ मीटर तक भागती रही और अपने बुटीक के पास आकर गिर पड़ी। वारदात के समय राकेश गुप्ता और उसका बेटा कार्तिक बुटीक के पास स्थित माउंट ग्रिल रेस्टोरेंट में बैठे थे। चीख-पुकार सुन दोनों बाहर आए तो समर को खून से लथपथ देख उनके होश उड़ गए। दोनों उसे कार में मैक्स अस्पताल को निकले, लेकिन समर ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बुधवार को समर के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। जिसमें पता चला कि उसे तीन गोलियां लगी थीं, जिसमें से एक शरीर को भेद कर पार हो गई थी। वहीं पांच गोली चलने की पुष्टि मौके से मिले खोखों से हुई है। शव देर शाम परिजनो को सुपुर्द कर दिया।
आखिर कौन है जिसे समर से थी इतनी नफरत-समर को गोलियां नजदीक से दागी गई थीं। यही वजह थी कि एक गोली आर-पार हो गई थी। समर का हत्यारा जो भी है उसे समर से बेहद नफरत थी, यही वजह है कि हत्यारे ने इतनी नजदीक से भी पांच गोलियां दागी। मगर सवाल अभी भी कौंध रहा है कि कौन है जो समर से इतनी नफरत करता था। यह बात समर के अवैध संबंधों की ओर भी इशारा करती है। क्योंकि समर काफी खुले विचारों वाली थी। साथ ही वह हर किसी से घुल-मिल जाती थी।
समर किसे शेयर करती थी नगमे व शायरी
प्यार भरे गाने और इश्क की शायरियां शेयर करना भी समर के शौक में शामिल था। पुलिस को उसके सोशल मीडिया अकाउंट से कुछ ऐसी ही जानकारी मिली है, लेकिन समर के मोबाइल के पैटर्न लॉक को अभी खोला नहीं जा सका है। मोबाइल को एफएसएल भेजा गया है। वहां से अनलॉक होने के बाद और भी कई राज और समर के संपर्को की परत खुलेगी।
रुड़की से भी जुड़ सकते हैं तार
मुजफ्फरनगर छोड़ने के बाद समर करीब आठ-नौ महीने रुड़की में भी रही। यहां समर अकेले रहती थी और राकेश वहां अक्सर आता-जाता रहता था। आशंका यह भी है कि रुड़की का ही कोई शख्स समर के संपर्क में आ गया था, जिसके बाद दोनों ने देहरादून शिफ्ट होने का प्लान बनाया। रुड़की में समर के किराए के मकान के आसपास रहने वाले लोगों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।
राकेश गुप्ता और समर से जान-पहचान रखने वाले 25 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। कई बातें सामने आई हैं, उन सब की कड़ी जोड़ी जा रही है। मुजफ्फरनगर और रुड़की से टीम के आने के बाद हत्या की काफी कुछ वजह स्पष्ट हो जाएगी।