किसान मशीन द्वारा शोधित बीज ही बुवाई में प्रयोग करें
बुढ़ाना। बंसत कालीन गन्ना बुवाई गोष्ठी में चीनी मिल के उपाध्यक्ष राजसिंह चौधरी ने कहा कि किसान एक ही प्रजाति के गन्ने पर निर्भर न रहें। उन्होंने किसानों को नर्सरी तैयार कर गन्ने की बुवाई के लिए प्रेरित किया। मशीन द्वारा शोधित बीज ही बुवाई में प्रयोग करें।
कस्बा तथा देहात क्षेत्र में बंसत कालीन गन्ने की बुवाई जारी है। बुवाई को लेकर चीनी मिल भैसान के प्रांगण में किसानों की गोष्ठी का आयोजन हुआ।
गोष्ठी में मिल के उपाध्यक्ष ने किसानों को गन्ने की पैदावार बढ़ाने तथा लागत कम करने के लिए गन्ने की नर्सरी तैयार कर ही बुवाई करने कि लिए प्रेरित किया। कहा कि किसान गन्ने की एक ही प्रजाति पर निर्भर न रहें।
गन्ना प्रबंधक राजकुमार तोमर ने कहा कि गन्ने की प्रजाति ०२३८ के अलावा ०११८ की बुवाई भी करें। गन्ने की बुवाई में १/३ भाग से ही नर्सरी की बुवाई करें। चीनी मिल के अधिकारी लेखपाल सिंह ने बताया कि चीनी मिल द्वारा फ्री में गन्ने के बीज को शोधित किया जा रहा है।
गन्ना समिति कि ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक बीके राय ने किसानों को सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने किसानों को जीरो बजट खेती एवं गन्ना बीज नर्सरी के लिए प्रेरित किया। मौके पर रामकुमार शर्मा, अरुण कुमार, संजय कुमार मौजूद रहे।