Muzaffarnagar में श्रीराम कथा का भव्य आगाज़: संत विजय कौशल जी महाराज की अमृतमयी कथा 22 से 30 नवंबर तक, शहर में शुरू धार्मिक उत्साह
Muzaffarnagar। नई मण्डी रामलीला भवन आगामी दिनों में आध्यात्मिक आस्था और भक्तिमय माहौल से भरने वाला है, क्योंकि Ramkatha Muzaffarnagar का बहुत लंबे समय के बाद विशाल आयोजन होने जा रहा है।
प्रसिद्ध संत विजय कौशल जी महाराज, जो अपनी कथा शैली और हृदयस्पर्शी वाणी के लिए देशभर में सम्मानित हैं, इस बार शहर के श्रद्धालुओं के बीच श्रीराम कथा की अमृत वर्षा करेंगे।
कथा आयोजन के प्रमुख एवं उद्योगपति भीमसैन कंसल तथा रामभक्त कंसल परिवार ने प्रेसवार्ता में बताया कि पूरे आठ दिनों तक यह आयोजन शहर के धार्मिक वातावरण को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।
22 नवंबर से शुरू होगी Ramkatha Muzaffarnagar—कलश यात्रा से होगा शुभारंभ
आयोजकों ने बताया कि कथा का शुभारंभ 22 नवंबर सुबह 10 बजे श्री राम विहार से भव्य कलश यात्रा के साथ होगा।
यह कलश यात्रा नई मण्डी रामलीला भवन तक जाएगी, जहाँ वैदिक विधि-विधान से कलश स्थापित किए जाएंगे।
कलश यात्रा में—
महिला श्रद्धालुओं की विशेष सहभागिता
भजन मंडलियों द्वारा भक्ति गायन
श्रीराम के जयकारे
और धार्मिक झांकियों की प्रस्तुति
का समावेश रहने की संभावना है, जिससे वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बन जाएगा।
आयोजक परिवार ने बताया कि Ramkatha Muzaffarnagar हर आयु वर्ग के श्रद्धालुओं के लिए एक भावनात्मक और आध्यात्मिक अनुभव बनने जा रही है।
22 से 29 नवंबर तक प्रतिदिन दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक अमृतमयी कथा
संत विजय कौशल जी महाराज प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक श्री राम कथा प्रस्तुत करेंगे।
कथा में—
रामचरित मानस के अद्भुत प्रसंग
जीवन प्रबंधन के संदेश
भक्ति और धर्म की गहराइयाँ
तथा मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्श
को खूबसूरती के साथ प्रस्तुत किया जाएगा।
कथा में दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी बैठने, पार्किंग और प्रसाद वितरण की विशेष व्यवस्था की गई है।
23 नवंबर: कथा स्थल पर होगा पावन ‘श्रीराम जन्म’ उत्सव
आयोजन समिति ने बताया कि 23 नवंबर को कथा स्थल रामलीला भवन पर श्रीराम जन्म का पवित्र आयोजन होगा।
पूरे पंडाल को पुष्पों, झालरों और भव्य रोशनी से सजाया जाएगा।
भक्त “राम जन्मोत्सव” देखने को विशेष रूप से उत्साहित हैं क्योंकि संत विजय कौशल जी की कथा में यह प्रसंग अत्यंत भावपूर्ण और विह्वल करने वाला माना जाता है।
24 नवंबर: श्रीराम–सीता विवाह का दिव्य आयोजन, फिर भंडारे का कार्यक्रम
श्रीराम कथा में सबसे प्रतीक्षित अवसर होगा 24 नवंबर को श्रीराम विवाह।
कथा स्थल पर—
मण्डप सजावट
पुष्पों की वर्षा
विवाह गीत
और सीता–राम के मिलन की दिव्य झांकी
का अत्यंत भव्य आयोजन किया जाएगा।
राम विवाह के तुरंत बाद दोपहर 3 बजे से भंडारा रखा जाएगा, जिसमें सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद स्वरूप भोजन कराया जाएगा।
30 नवंबर: अंतिम दिन सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक कथा व विशाल भंडारा
हालाँकि मुख्य कथा 22 से 29 नवंबर तक है, लेकिन आयोजन 30 नवंबर को विशेष समापन के साथ पूरा होगा।
इस दिन कथा सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी, जिसके बाद बड़े स्तर पर समापन भंडारा आयोजित किया जाएगा।
आयोजकों ने बताया कि इस दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
संत विजय कौशल जी महाराज करेंगे प्रतिदिन हवन—Ramkatha Muzaffarnagar का आध्यात्मिक महत्व बढ़ा
समाजसेवी भीमसैन कंसल ने प्रेसवार्ता में बताया कि संत विजय कौशल जी महाराज श्रीराम विहार स्थित उनके आवास पर प्रतिदिन हवन करेंगे, जिससे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा और अधिक बढ़ेगी।
यह पहली बार होगा जब मुज़फ्फरनगर में इतने लम्बे अंतराल के बाद महाराज की कथा और हवन दोनों एक साथ आयोजित होंगे।
उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि सभी परिवार कथा के दौरान अधिक से अधिक संख्या में जुड़ें और इस अमृत श्रृंखला का लाभ लें।
प्रेसवार्ता में शहर के अनेक गणमान्य लोग रहे उपस्थित—आयोजन को मिला बड़ा जनसमर्थन
नई मण्डी रामलीला भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में शहर के कई प्रतिष्ठित नागरिक और जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
इनमें प्रमुख थे—
मंत्री कपिलदेव अग्रवाल
समाजसेवी भीमसैन कंसल
पूर्व विधायक अशोक कंसल
वरिष्ठ BJP नेता गौरव स्वरूप
उद्योगपति राकेश बिन्दल
उद्यमी नरेन्द्र गोयल
मनोज पुण्डीर
पूर्व सभासद विकल्प जैन
सभासद मनोज वर्मा
सभासद नवनीत गुप्ता
देवेश कौशिक
व्यापारी नेता संजय मित्तल
समाजसेवी सुरेन्द्र अग्रवाल
BJP नेता अचिन सागर
पराग कंसल, अशोक गर्ग, विशाल गर्ग
BJP नेता विजय शुक्ला
अम्बरीश सिंघल, कैलाश चन्द ज्ञानी, चचा जे.पी, योगेश कुमार
इसके अतिरिक्त आयोजन समिति के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।
यह उपस्थिति दर्शाती है कि Ramkatha Muzaffarnagar शहर का एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन बन चुका है, जिसके प्रति लोगों में अत्यधिक श्रद्धा और उत्साह है।
धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव—शहर में फिर लौटेगी रामभक्ति की अनोखी छटा
शहर के लोगों का मानना है कि इस कथा आयोजन से—
धार्मिक एकता
सांस्कृतिक समृद्धि
और समाज में सकारात्मक ऊर्जा
का प्रसार होगा।
नई मण्डी क्षेत्र में हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है, जिससे क्षेत्र का वातावरण बेहद पवित्र और उत्सवमय बनने वाला है।
आयोजक परिवार के अनुसार, इस आयोजन में सुरक्षा, यातायात प्रबंधन, पार्किंग, भंडारा और महिला श्रद्धालुओं की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।

