Muzaffarnagar में तीन दिवसीय श्री अग्र भागवत कथा महोत्सव: महाराज अग्रसेन के जीवन का होगा भव्य मंचन, वीआईपी मेहमानों की होगी विशेष मौजूदगी
Muzaffarnagar एक बार फिर आस्था की गूंज से गूंज उठेगा पूरा शहर, जब 22 अप्रैल से 24 अप्रैल तक शहर के आशीर्वाद बैंक्वेट हॉल में श्री अग्र भागवत कथा का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में केवल आध्यात्मिक अनुभव ही नहीं मिलेगा, बल्कि यह आयोजन सामाजिक समरसता, भारतीय संस्कृति और अग्रवाल समाज की गरिमा का प्रतीक भी बनने जा रहा है।
🌸 कथा का प्रमुख आकर्षण: महामंडलेश्वर आचार्य नर्मदा शंकर पुरी जी महाराज
महामंडलेश्वर आचार्य नर्मदा शंकर पुरी जी महाराज के श्रीमुख से अग्रकुल शिरोमणि महाराज अग्रसेन के जीवन का गूढ़, ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक वर्णन किया जाएगा। कथा में उनके तप, त्याग, समाज सेवा, न्यायप्रियता और समानता के सिद्धांतों का जीवंत चित्रण किया जाएगा। नर्मदा शंकर पुरी जी महाराज देशभर में अपने प्रवचनों के लिए प्रसिद्ध हैं और उनकी शैली श्रोताओं को बांधे रखने की अद्भुत क्षमता रखती है।
📿 शुभारंभ कलश यात्रा के साथ: श्रद्धा और संस्कृति का संगम
22 अप्रैल, मंगलवार को सुबह 9:00 बजे लक्ष्मण विहार स्थित शिव मंदिर से एक विशाल कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में कलश लेकर भक्ति गीतों के साथ यात्रा में शामिल होंगी, और यह दृश्य पूरे शहर को धार्मिक माहौल में रंग देगा। यह यात्रा सिर्फ धार्मिक रस्म नहीं, बल्कि संस्कृति और एकता की भी प्रतीक होगी।
📜 कथा का कार्यक्रम और प्रमुख प्रसंग
22 अप्रैल: दोपहर 3:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक कथा की शुरुआत होगी।
23 अप्रैल: कथा में विवाह प्रसंग का भावनात्मक और सांस्कृतिक प्रस्तुतीकरण किया जाएगा।
24 अप्रैल: राज्याभिषेक प्रसंग का चित्रण होगा और साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन भी होगा।
🧿 राजनैतिक और समाजसेवी हस्तियों की विशेष उपस्थिति
इस आयोजन को विशेष बनाने के लिए कई प्रतिष्ठित हस्तियाँ अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगी:
कपिल देव अग्रवाल – स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री
गोपाल शरण गर्ग – अग्र समाज के प्रतिष्ठित नेता
अतुल गर्ग – समाजसेवी
श्रीमती मीनाक्षी स्वरूप – सिटी बोर्ड की अध्यक्ष
अशोक कंसल – पूर्व विधायक
इनके अलावा अनेक स्थानीय और राज्यस्तरीय गणमान्य अतिथियों के आने की संभावना है।
🔱 महाराज अग्रसेन का जीवन दर्शन: समाजवाद, सेवा और समता का अद्वितीय मिशन
महाराज अग्रसेन, जिनका जीवन एक कर्मयोगी और समाजवादी राजा के रूप में जाना जाता है, ने अपने समय में एक ऐसा नियम लागू किया था, जो आज भी प्रेरणादायक है। किसी भी नए आगंतुक को अग्रोहा में बसने के लिए वहाँ के प्रत्येक निवासी द्वारा एक ईंट और एक रुपया देना अनिवार्य था। इससे एक समता और सहयोग का वातावरण बनता था, जो आज की सामाजिक व्यवस्थाओं के लिए भी उदाहरण है।
युवाओं के प्रदेश अध्यक्ष विश्वदीप गोयल ने प्रेस वार्ता में बताया कि महाराज अग्रसेन के सिद्धांतों पर चलकर आज भी अग्रवाल समाज समाजसेवा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
🛕 अग्रोहा धाम: तीर्थ और गौरव का प्रतीक
वर्तमान में हरियाणा के अग्रोहा में एक भव्य महालक्ष्मी मंदिर का निर्माण किया जा रहा है जिसकी अनुमानित लागत ₹100 करोड़ बताई जा रही है। यहाँ 100 एसी युक्त कमरे बनाए जा रहे हैं जो विश्वभर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए होंगे। यह स्थान एक वैश्विक तीर्थ बनकर उभर रहा है और यह भी महाराज अग्रसेन के योगदान और उनके विचारों का प्रतिफल है।
👥 आयोजन टीम: समाज को समर्पित
इस आयोजन के सफल संचालन में प्रमोद मित्तल, विनोद संगल और उनकी पूरी टीम दिन-रात मेहनत कर रही है। इसके साथ-साथ समाज के अन्य वरिष्ठ एवं युवा सदस्य भी तन-मन-धन से जुटे हैं। प्रमुख लोगों में इंजीनियर लोकेश चंद्रा, वेद प्रकाश संगल, सुनील गर्ग, ललित अग्रवाल, नीति अग्रवाल, रेनू गर्ग जैसे नाम शामिल हैं।
🎤 प्रेसवार्ता: संदेश, आयोजन और संस्कृति का संवाद
मीनाक्षी चौक स्थित बर्फखाना में आयोजित प्रेस वार्ता में आयोजन की रूपरेखा को मीडिया और समाज के सामने रखा गया। प्रेस वार्ता के माध्यम से न केवल कार्यक्रम की जानकारी दी गई, बल्कि समाज के युवाओं को इस आयोजन से जुड़ने और अपनी संस्कृति से जुड़ाव बढ़ाने का आह्वान भी किया गया।
📌 मुजफ्फरनगर के लिए गौरव का क्षण
यह आयोजन केवल एक धार्मिक कथा नहीं, बल्कि एक सामाजिक अभियान बनता जा रहा है। यह मुजफ्फरनगर शहर के लिए गौरव का अवसर है कि यहाँ इतने बड़े स्तर पर एक ऐसा कार्यक्रम हो रहा है जिसमें धर्म, संस्कृति, समाज और राजनीति सभी का समागम हो रहा है।