Agra: लड़के से जिम ट्रेनर होने के कारण दोस्ती की, नहीं करा पाया वजन कम तो तलाक
Agra में परामर्श केंद्र में रविवार को एक विचित्र मामला सामने आया। न्यू आगरा थाना क्षेत्र की एक महिला ने बताया कि उसने जिम ट्रेनर से सिर्फ उसकी बॉडी देखकर शादी की थी। शादी से पहले उस ट्रेनर ने उसका वजन कम कराने का वादा किया था, लेकिन शादी के बाद भी उसका वजन उतना ही रहा। इस कारण महिला अब अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती और तलाक लेना चाहती है।
काउंसलर डॉ. अमित गौड़ ने बताया कि लड़की का वजन 75 किलो है। उसे अपना वजन कम करना था। दोनों की दोस्ती इंस्टाग्राम पर हुई थी। लड़की ने लड़के से जिम ट्रेनर होने के कारण दोस्ती की। शादी से पहले लड़की ने लड़के से वजन कम कराने की शर्त रखी थी।
शादी को एक साल भी नहीं हुआ है। अपना वजन कम न होता देख लड़की ने लड़के के साथ रहने से मना कर दिया। अब वह तलाक लेना चाहती है। फिलहाल दोनों पक्षों को सुनवाई के लिए अगली तारीख दे दी है।
काउंसलर डॉ. अमित गौड़ ने बताया कि लड़की का वजन 75 किलो है और उसे अपना वजन कम करना था। दोनों की दोस्ती इंस्टाग्राम पर हुई थी और लड़की ने लड़के से जिम ट्रेनर होने के कारण दोस्ती की थी। शादी से पहले लड़की ने लड़के से वजन कम कराने की शर्त रखी थी। शादी को एक साल भी नहीं हुआ है और अपना वजन कम न होता देख लड़की ने लड़के के साथ रहने से मना कर दिया। फिलहाल दोनों पक्षों को सुनवाई के लिए अगली तारीख दे दी गई है।
सामाजिक और नैतिक मुद्दे
इस प्रकार के मामलों से समाज में कई महत्वपूर्ण सवाल उठते हैं। सबसे पहले, यह प्रश्न उठता है कि क्या शादी सिर्फ शारीरिक आकर्षण पर आधारित होनी चाहिए? शादी एक बहुत ही महत्वपूर्ण सामाजिक संस्था है और इसे मजबूत और स्थायी बनाने के लिए आपसी विश्वास, समझ और समर्थन की आवश्यकता होती है।
सामाजिक असहिष्णुता
समाज में बढ़ती असहिष्णुता भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। एक छोटे से वादे के टूटने पर तलाक की मांग करना दर्शाता है कि लोग कितने असहिष्णु हो गए हैं। इसे बदलने के लिए समाज को अधिक सहिष्णु और समझदार बनने की आवश्यकता है।
हास्यास्पद तलाक के कारण
हाल के वर्षों में, तलाक के कई हास्यास्पद कारण सामने आए हैं, जैसे कि पति के खर्राटे लेना, पत्नी का खाने में नमक अधिक डालना, और यहां तक कि किसी के सोने का समय अलग होना। ये कारण यह दर्शाते हैं कि लोग अब छोटी-छोटी बातों पर भी बड़े निर्णय लेने लगे हैं।
सुझाव और समाधान
आपसी संवाद
शादी के रिश्ते में सबसे महत्वपूर्ण चीज़ आपसी संवाद है। यदि कोई समस्या होती है, तो उसे बात करके हल किया जा सकता है। इस मामले में, अगर महिला और पुरुष ने आपस में संवाद किया होता और एक दूसरे को समझने की कोशिश की होती, तो शायद यह मामला तलाक तक नहीं पहुंचता।
पेशेवर परामर्श
अगर शादी में समस्याएँ आ रही हैं, तो पेशेवर परामर्श लेना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। काउंसलर या थेरेपिस्ट की मदद से समस्याओं का समाधान हो सकता है और रिश्ता मजबूत हो सकता है।
नैतिक शिक्षा
समाज में नैतिक शिक्षा का भी महत्वपूर्ण योगदान है। लोगों को शादी के महत्व और उसमें आने वाली चुनौतियों के बारे में सही जानकारी दी जानी चाहिए। इसके लिए स्कूलों और कॉलेजों में नैतिक शिक्षा को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाना चाहिए।
समाज पर प्रभाव
इस प्रकार के मामलों से समाज में विवाह की संस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। लोग शादी को एक मजाक के रूप में देखने लगते हैं और इसके महत्व को समझने में विफल हो जाते हैं। इससे तलाक की दर बढ़ती है और परिवारों में अस्थिरता आती है।
विवाह एक गंभीर और महत्वपूर्ण संस्था है, जिसे सम्मान और समझ के साथ निभाना चाहिए। केवल शारीरिक आकर्षण पर आधारित विवाह में अस्थिरता आ सकती है। समाज को अधिक सहिष्णु, समझदार और नैतिक बनाने की आवश्यकता है ताकि इस प्रकार के हास्यास्पद कारणों से तलाक की घटनाएँ कम हों। शादी को मजबूत बनाने के लिए संवाद, परामर्श और नैतिक शिक्षा की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।