चौंकाने वाली त्रासदी: China Southwest Airlines Flight SZ-4509 का दर्दनाक अंत
24 फरवरी 1999 की शाम, चीन के विमानन इतिहास में एक काला दिन साबित हुआ। चाइना साउथवेस्ट एयरलाइंस की फ्लाइट China Southwest Airlines Flight SZ-4509, जो चेंगदू से वेनझोउ के लिए उड़ान भर रही थी, लैंडिंग से कुछ ही मिनट पहले एक भयावह हादसे का शिकार हो गई। इस दुर्घटना में विमान में सवार सभी 61 लोगों की जान चली गई। यह हादसा न केवल तकनीकी खामियों की ओर इशारा करता है, बल्कि विमान रखरखाव में मानवीय त्रुटियों के गंभीर परिणामों को भी उजागर करता है।
दुर्घटना का विवरण
चाइना साउथवेस्ट एयरलाइंस की फ्लाइट एसजेड-4509 ने 24 फरवरी 1999 को दोपहर 2:35 बजे चेंगदू श्वांगलियू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से वेनझोउ योंगकियांग हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी। विमान में 50 यात्री और 11 क्रू मेंबर सवार थे। करीब 4:30 बजे, जब विमान वेनझोउ एयरपोर्ट से मात्र 27 किलोमीटर दूर था और लैंडिंग की तैयारी कर रहा था, तभी अचानक विमान में जोरदार धमाका हुआ। विमान हवा में ही दो टुकड़ों में बंट गया और वेनझोउ के पास एक खेत में गिरकर आग की लपटों में घिर गया। इस हादसे में सभी 61 लोगों की मौत हो गई।
विमान और क्रू की जानकारी
दुर्घटनाग्रस्त विमान टुपोलेव Tu-154M था, जिसे 1990 में रूस से आयात किया गया था। तीन इंजन वाले इस विमान के कप्तान याओ फुचेन थे, जिनके पास 4054 घंटे का उड़ान अनुभव था, जिसमें से 1962 घंटे उन्होंने Tu-154M पर बिताए थे। फर्स्ट ऑफिसर जू माओ, नेविगेटर लैन झांगफ़ेंग और फ्लाइट इंजीनियर गुओ शुमिंग भी कॉकपिट में मौजूद थे। केबिन में 7 फ्लाइट अटेंडेंट थे, जो यात्रियों की सेवा में तैनात थे।
दुर्घटना से पहले की घटनाएँ
उड़ान के दौरान, क्रू ने विमान के नियंत्रण में असामान्यताओं को महसूस किया। कप्तान याओ फुचेन ने महसूस किया कि विमान का अगला हिस्सा नीचे की ओर झुक रहा है और नियंत्रण में कठिनाई हो रही है। उन्होंने फ्लाइट इंजीनियर गुओ शुमिंग को ईंधन संतुलन की जांच करने का निर्देश दिया, लेकिन समस्या बनी रही। लैंडिंग से पहले, जब फ्लैप्स खोले गए, तो विमान अचानक नीचे की ओर झुक गया और नियंत्रण से बाहर हो गया। कुछ ही सेकंड में, विमान हवा में दो टुकड़ों में बंट गया और जमीन पर गिरकर ध्वस्त हो गया।
जांच और निष्कर्ष
दुर्घटना के बाद, एक विस्तृत जांच की गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, विमान के एलिवेटर सिस्टम में गलत प्रकार के लॉकनट्स लगाए गए थे। ये लॉकनट्स उड़ान के दौरान कंपन के कारण ढीले हो गए, जिससे एलिवेटर का नियंत्रण खो गया। इस तकनीकी खामी को उड़ान से पहले की जांच में नजरअंदाज कर दिया गया था। इस त्रुटि के परिणामस्वरूप, विमान का अगला हिस्सा नीचे की ओर झुक गया, जिससे यह दो टुकड़ों में बंट गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
दुर्घटना के बाद की कार्रवाई
इस हादसे के बाद, चीन ने 30 अक्टूबर 2002 को एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया और सभी टुपोलेव Tu-154 विमानों को सेवा से हटा दिया। यह कदम विमानन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
चाइना साउथवेस्ट एयरलाइंस की फ्लाइट एसजेड-4509 की यह दुखद दुर्घटना विमानन इतिहास में एक महत्वपूर्ण सबक के रूप में दर्ज है। यह घटना दर्शाती है कि कैसे एक छोटी सी तकनीकी त्रुटि और निरीक्षण में लापरवाही बड़े पैमाने पर त्रासदी का कारण बन सकती है। इससे यह स्पष्ट होता है कि विमान रखरखाव और निरीक्षण में उच्चतम मानकों का पालन कितना आवश्यक है, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।