अखिलेश यादव ने ब्लैक फंगस के मुफ़्त इलाज की मांग की
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि ‘उप्र की भाजपा सरकार (BJP Govt) ने बड़े जोर शोर से प्रचारित किया था कि वो कोरोना के प्राइवेट इलाज का खर्चा देगी। अब भाजपा सरकार बताए कि अभी तक जनता के कितने बिलों का भुगतान किया है। भाजपा सरकार जनता के सामने आंकड़े रखे।’
साथ ही अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM ogi Adityanath) से मांग की है कि वह ब्लैक फंगस के मुफ़्त इलाज की घोषणा करें। उन्होंने कहा है कि ‘सरकार ब्लैक फंगस के भी मुफ़्त इलाज की तत्काल घोषणा करे।’
उप्र की भाजपा सरकार ने बड़े जोर शोर से प्रचारित किया था कि वो कोरोना के प्राइवेट इलाज का खर्चा देगी। अब भाजपा सरकार बताए कि अभी तक जनता के कितने बिलों का भुगतान किया है. भाजपा सरकार जनता के सामने आँकड़े रखे।
साथ ही सरकार ‘ब्लैक फंगस’ के भी मुफ़्त इलाज की तत्काल घोषणा करे।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 3, 2021
कोरोना महामारी की दूसरी लहर जब चरम पर थी, तो प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने यह ऐलान किया था कि कोई भी व्यक्ति कोरोना वायरस का किसी भी अस्पताल (सरकारी/प्राइवेट) में इलाज करा सकता है। इलाज में जो भी ख़र्च होगा, उसका भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा।
बता दें कि अप्रैल मध्य से पूरे प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया था। रोज़ाना हज़ारों की संख्या में मरीज़ मिल रहे थे। स्थिति इतनी भयावह हो गई थी कि लोगों को अस्पतालों में बेड व ऑक्सीजन नहीं मुहैया हो पा रही थी। जिसके मद्देनजर प्रदेश सरकार ने यह फैसला लिया था।
फिलहाल उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर काफी कम हुआ है। कई वैज्ञानिकों की ओर से दावा किया गया था कि यूपी में कोरोना अपने पीक से नीचे आ गया है, इसीलिए नए मामलों में कमी देखने को मिल रही है। आपको बता दें कि प्रदेश में 30 अप्रैल को सबसे ज्यादा 38 हजार मामले आए थे लेकिन अब प्रदेश में मामलों में काफी ज्यादा कमी देखी जा रही है।
बीते 24 घंटे की बात की जाए तो इस दौरान पूरे प्रदेश में कोरोना वायरस के केवल 1514 नए संक्रमित मिले हैं। पिछले 24 घंटे की कोरोना पॉजिटिविटी दर 0.2 प्रतिशत रही। जबकि इस दौरान 3.32 लाख टेस्ट किए गए हैं। वहीं, प्रदेश में तेजी से टेस्ट करने पर जोर दिया जा रहा है। इस बीत उत्तर प्रदेश पांच करोड़ कोरोना टेस्ट करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
दरअसल, प्रदेश की योगी सरकार ने टेस्ट, ट्रेकिंग और ट्रीट की नीति पर आक्रामकता के साथ काम किया, जिसके चलते कोरोना को काबू करने में कामयाबी मिली है। अब सूबे में कोरोना से रिकवरी रेट 97.1 प्रतिशत तक पहुंच गई है।