Australia को Virat Kohli के शतक से करारा झटका: एलेन बॉर्डर और मैथ्यू हेडन की आलोचना, कप्तान पैट कमिंस की रणनीति पर सवाल
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच पर्थ टेस्ट मैच में एक नई जंग देखने को मिली, जिसमें भारतीय बल्लेबाजी ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी को झकझोर कर रख दिया। इस मैच में भारतीय टीम ने 295 रनों से जीत दर्ज की, जिससे सीरीज में भारत ने 1-0 की बढ़त बना ली है। लेकिन इस जीत की सबसे बड़ी वजह बने Virat Kohli, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में शानदार शतक जमाकर ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को मुश्किल में डाल दिया। इस शतक ने न केवल कोहली के आत्मविश्वास को बढ़ाया बल्कि ऑस्ट्रेलियाई टीम की रणनीति पर भी सवाल खड़े कर दिए।
बॉर्डर ने जताई निराशा: ‘कोहली को बिना रोक-टोक के शतक बनाने दिया’
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलेन बॉर्डर ने पर्थ टेस्ट में विराट कोहली के शानदार प्रदर्शन को लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम की आलोचना की। उन्होंने अपने बयान में कहा, “हमने जिस तरह से कोहली को बिना प्रतिरोध के शतक बनाने दिया, उससे मैं निराश हूं। हम नहीं चाहते कि यह लड़का पूरी सीरीज में आत्मविश्वास के साथ खेले।” बॉर्डर की इस टिप्पणी ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की रणनीति को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं, खासकर तब जब टीम के कप्तान पैट कमिंस पर भी आलोचना हो रही है।
पैट कमिंस की कप्तानी पर उठे सवाल
पैट कमिंस, जिन्होंने अपनी कप्तानी में कई बार शानदार जीत दिलाई है, इस बार आलोचकों के निशाने पर रहे। बॉर्डर ने कहा, “कमिंस को कोहली के खिलाफ एक मजबूत रणनीति अपनानी चाहिए थी। ऐसा लगता है कि उन्होंने कोहली को लय हासिल करने का मौका दे दिया। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में संघर्ष के बाद कोहली को इन अवसरों का पूरा फायदा मिला।”
मैथ्यू हेडन की आलोचना: ‘कोहली को पहले आउट करना चाहिए था’
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ओपनर मैथ्यू हेडन ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी। उन्होंने चैनल 7 से बात करते हुए कहा, “कोहली को उसकी पारी की शुरुआत में ही आउट करना चाहिए था। फील्ड प्लेसमेंट की वजह से उसने आसानी से रन बनाए, जबकि पहले वे दबाव में थे।” हेडन ने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शॉर्ट गेंद डालने में भी देर की, जबकि यह एक महत्वपूर्ण रणनीति हो सकती थी।
हेडन के अनुसार, “जायसवाल जैसे बल्लेबाज भी शॉर्ट गेंद को अच्छे से नहीं खेल पा रहे थे। कमिंस को इस रणनीति को जल्दी अपनाना चाहिए था।”
भारतीय टीम का फॉर्म में लौटना: शुभमन गिल का सुधार
पर्थ टेस्ट से पहले भारतीय टीम को एक बड़ा झटका तब लगा जब शुभमन गिल अंगूठे की चोट से ग्रस्त हो गए थे। गिल, जिन्होंने हाल ही में शानदार प्रदर्शन किया था, नेट्स में नजर आए और उनकी चोट में सुधार देखा गया। शुक्रवार को कैनबरा में गिल ने आकाश दीप और यश दयाल की गेंदबाजी का सामना किया। इससे पहले, गिल ने थ्रो-डाउन से भी प्रैक्टिस की थी। अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि गिल 30 नवंबर से प्रधानमंत्री इलेवन के खिलाफ दो दिवसीय प्रैक्टिस मैच में खेलते नजर आ सकते हैं।
गिल की वापसी भारतीय टीम के लिए एक शुभ संकेत है। उनकी फिटनेस और फॉर्म में सुधार से टीम को आगामी एडिलेड टेस्ट में मजबूती मिलेगी।
कोहली के शतक का महत्व
कोहली का पर्थ में शतक लगाना उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि थी। पिछले डेढ़ साल में, उन्होंने एक भी टेस्ट शतक नहीं लगाया था, जिससे उनके फॉर्म को लेकर कई सवाल उठ रहे थे। इस शतक ने उनकी वापसी का इशारा दिया और पूरी टीम को आत्मविश्वास दिया। कोहली का यह शतक ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए एक चेतावनी है कि भारतीय टीम को हल्के में नहीं लिया जा सकता।
एडिलेड टेस्ट की तैयारी: क्या बदलेगी ऑस्ट्रेलिया की रणनीति?
पर्थ टेस्ट की हार के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम अब एडिलेड टेस्ट की तैयारी में जुटी है। जहां ऑस्ट्रेलिया की रणनीति में बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है, वहीं भारतीय टीम अपनी जीत के लय को बनाए रखने के लिए तैयार है। टीम इंडिया की गेंदबाजी भी इस बार एक अलग स्तर पर नजर आई, खासकर मोहम्मद सिराज ने अपनी गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया।
क्रिकेट प्रेमियों के लिए अगले मैच का रोमांच
अब, दोनों टीमों के बीच 6 दिसंबर से एडिलेड में होने वाला दूसरा टेस्ट मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा आकर्षण बन गया है। यह मैच केवल एक टेस्ट सीरीज का हिस्सा नहीं है, बल्कि दोनों टीमों के लिए सम्मान और आत्मविश्वास की लड़ाई भी होगी। विराट कोहली की फॉर्म, शुभमन गिल की वापसी, और ऑस्ट्रेलिया की रणनीतिक तैयारी, ये सभी बातें इस मैच को खास बना रही हैं।