Ayodhya 25 नवंबर का महा-समारोह: पीएम मोदी करेंगे धर्म ध्वज का विशेष ध्वजारोहण, 8,000 मेहमानों पर मोबाइल प्रतिबंध—हाई अलर्ट में रामनगरी
Ayodhya में 25 नवंबर का दिन एक बार फिर इतिहास लिखने जा रहा है। ayodhya event के तहत राम जन्मभूमि परिसर में होने वाले विशेष ध्वजारोहण समारोह में स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति तय मानी जा रही है।
पीएम मोदी यहां राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराएंगे—यह क्षण मंदिर निर्माण के अंतिम चरण की ओर बढ़ते महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में देखा जा रहा है।
इस समारोह में लगभग 6,000 से 8,000 विशेष मेहमानों के पहुंचने की संभावना है।
इनमें—
संत
महंत
धार्मिक विद्वान
साधु-संत समुदाय
समाजसेवी
और अन्य विशेष आमंत्रित
शामिल होंगे। राम मंदिर ट्रस्ट ने सभी मेहमानों को औपचारिक निमंत्रण पत्र भी भेज दिए हैं। लेकिन इसी बीच सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़ा और सख्त निर्णय लागू किया है।
दिल्ली ब्लास्ट के बाद हाई अलर्ट—अब मेहमान मोबाइल फोन लेकर नहीं जा सकेंगे
दिल्ली में हाल के दिनों में हुए धमाकों के बाद पूरे देश को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर राम मंदिर ट्रस्ट और सुरक्षा एजेंसियों ने संयुक्त रूप से यह बड़ा फैसला लिया है कि:
“25 नवंबर के समारोह में कोई भी मेहमान मोबाइल फोन मंदिर परिसर में नहीं ले जा सकेगा।”
पहले भेजे गए निमंत्रण पत्र में लिखा था कि—
सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच प्रवेश
मोबाइल फोन और आईडी कार्ड साथ रखने की अनुमति
लेकिन अब सुरक्षा एजेंसियों ने इस नियम को बदलकर मोबाइल प्रतिबंध लागू कर दिया है।
यह निर्णय पूरी तरह विशेष सुरक्षा प्रोटोकॉल, संवेदनशीलता और गोपनीयता की आवश्यकता को ध्यान में रखकर लिया गया है।
अयोध्या धाम की सुरक्षा अभेद्य—हाई-टेक निगरानी, हर एंगल पर निगाह
राम मंदिर परिसर की सुरक्षा में तैनात एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने बताया कि 25 नवंबर को प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया गया है।
उन्होंने कहा—
पूरा अयोध्या धाम अब उच्च-गुणवत्ता वाले CCTV कैमरों से कवर है
सभी सुरक्षा एजेंसियां चौकस हैं
प्रवेश और निकास मार्गों पर निगरानी कड़ी की जा चुकी है
विशेष सुरक्षा दल और कमांडो यूनिट भी तैनात
मोबाइल प्रतिबंध के पीछे मुख्य उद्देश्य है—
सुरक्षा में किसी भी प्रकार की सेंध रोकना
संवेदनशील वीडियो, फोटो या लाइव लोकेशन लीक होने से रोकना
भीड़ नियंत्रण और प्रोटोकॉल मैनेजमेंट आसान करना
धर्म ध्वज रोहण: पूर्णता की ओर बढ़ता राम मंदिर, आस्था से भरा माहौल
यह ध्वजारोहण समारोह राम मंदिर निर्माण के प्रमुख चरणों में से एक है। राम मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज का फहराया जाना शुभता, पूर्णता और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक है।
अयोध्या में—
सजावट
पुष्प व्यवस्था
दिव्य प्रकाश व्यवस्था
सुरक्षा बैरिकेडिंग
और व्यवस्थाओं का अंतिम चरण
लगातार तेज़ी से पूरा किया जा रहा है।
रामनगरी इन दिनों उत्साह, श्रद्धा और प्रशासनिक सख्ती—इन तीनों का अनोखा मिश्रण बन चुकी है।
8,000 मेहमानों के लिए विशेष प्रोटोकॉल—हर मिनट तय, हर एंट्री दर्ज
चूंकि भारी संख्या में प्रतिष्ठित व्यक्ति समारोह में शामिल होंगे, इसलिए—
एंट्री गेट बढ़ाए गए हैं
VIP रूट में बदलाव किए गए हैं
पार्किंग स्थल पहले से चिन्हित किए जा रहे हैं
हर आगंतुक को ID कार्ड साथ लाना अनिवार्य होगा
मोबाइल फोन किसी भी रूप में परिसर के अंदर नहीं ले जाया जा सकेगा
आयोजकों ने बताया कि यह प्रतिबंध अस्थायी है और कार्यक्रम की संवेदनशीलता को देखते हुए लागू किया गया है।
मोबाइल प्रतिबंध के बाद मेहमानों में मिली-जुली प्रतिक्रिया
कई संतों और समाज सेवकों ने सुरक्षा का सम्मान करते हुए इस निर्णय को उचित बताया है।
लेकिन कुछ ने यह भी कहा कि—
संपर्क करना मुश्किल होगा
समन्वय में कठिनाई बढ़ेगी
फिर भी सभी वर्गों ने कार्यक्रम की महत्ता को देखते हुए सुरक्षा निर्देशों का पालन करने पर सहमति जताई है।

