बचपन दिवस का हुआ शुभारम्भ
मुजफ्फरनगर। पोषण माह के पांचवे दिन शामली रोड स्थित ग्राम जागाहेडी में स्वास्थ्य सुपोषण मेले के अंतर्गत बचपन दिवस का शुभारम्भ किया। इस दौरान स्वच्छता एवं साफ सफाई के बारे में लोगों को जागरूक किया। साथ ही जल संरक्षण के बारे में लोगों को अवगत कराया। इस पर विभिन्न विभागों द्वारा अपने अपने विभाग की संचालित कल्याणकारी योजनाओं से उपस्थित जनसमूह को अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त सुपोषण स्वास्थ्य मेला में गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच एवं उचित खान-पान पर विशेष ध्यान रखने का सलाह दी गई।
जिलाधिकारी द्वारा सुपोषण स्वास्थ्य मेले में गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को पोष्टाहार वितरित किया।जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे वे कहा कि जनपद को कुपोषण मुक्त किया जायेगा। जिले में कोई भी बच्चा अति कुपोषित नहीं रहना चाहिए। ६ माह के ऊपर के छोटे बच्चे जो आगे देश का भविष्य है उनके पोषण का पूर्ण ध्यान रखा जाये। बच्चें के ६ माह पूर्ण होने पर उसे ऊपरी आहार दिया जाना सुनिश्चत किया जाये। उन्होने कहा कि इसमें परिवार के सभी सदस्यों को ध्यान देना चाहिए। उन्होने कहा कि यही वह बच्चे है जो आगे युवा बनेगे अगर युवा ही कमजोर होगा तो जनपद, प्रदेश व देश का भविष्य कैसा होगा। इसलिए हमें इस और बहुत ध्यान देने की आवश्यकता है।
खासकर ६ माह के बाद के बच्चों पर। मुख्य चिकित्साधिकारी पीएस मिश्रा ने कहा कि पोषण माह के दौरान प्रत्येक सप्ताह का दिनांक वार गतिविधि सम्बन्धी कलेण्डर जारी किया गया है। उन्होने बताया कि बचपन दिवस को बाल सुपोषण के उत्सव के रूप में मनाते है। इस दौरान ०६ माह से ०६ वर्ष के बच्चों को आंगनबाडी केन्द्रो पर एक साथ समूह में बिठाकर खाना खिलाया। इसके लिए माताये अपने घर से स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर लाई। और सभी बच्चों को वितरित किया। जिलाधिकारी ने कहा कि इस योजना में स्वास्थ्य विभाग, पंचायतराज विभाग,खाद एवं रसद विभाग, शिक्षा विभाग आदि सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य कर रहे है।बच्चों के सर्वागींण विकास में जीवन के पहले एक हजार दिनों का अत्यधिक महत्व होता है। प्रायः देखा जाता है कि बच्चों में कुपोषण की गम्भीरता ०६ माह से ०२ वर्ष के मध्य तेजी से बढती है। जिसमें सुधार के लिये राष्ट्रीय स्तर पर पोषण माह का आयोजन किया गया। इस वर्ष पोषण माह की थीम-उपरी आहार रखी गयी है, जिसके अन्तर्गत ० से ०२ वर्ष तक के बच्चों में कुपोषण एवं बीमारी की रोक थाम हेतु जागरूक किया जायेगा