Bulandshahr News: कुख्यात पशु चोर साजिद उर्फ चुमड़ा गिरफ्तार, है 38 मामले दर्ज
Bulandshahr News: स्वाट टीम व गुलावठी कोतवाली पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए जिले के छह थाना क्षेत्रों से चोरी 20 पशुओं को बरामद कर एक हिस्ट्रीशीटर पशु चोर को गिरफ्तार किया है। कुख्यात पशु चोर पर मेरठ जोन के 3 जनपदों में 38 मामले पशु चोरी के दर्ज है।
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि गुलावठी कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक अशोक कुमार सिंह ने पुलिस टीम व स्वाट टीम को कुख्यात पशु चोरों द्वारा चोरी के पशुओं को बेचने के लिए एक पिक अप में भरकर ले जाने की सूचना जैसे ही मिली, गुलावठी- सिकंद्राबाद मार्ग पर पशुओं से भरी बुलेरो पिकअप गाड़ी को घेराबंदी कर घेर लिया।
बुलेरो पिकअप में सवार पशु चोर पुलिस को देख पशुओं से भरी पिकअप छोड़ फरार हो गए। पुलिस ने घेराबंदी कर एक कुख्यात पशु चोर साजिद उर्फ चुमड़ा पुत्र इकरामुद्दीन निवासी ग्राम भंवरा थाना गुलावठी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर अलग-अलग स्थानों पर बंधे चोरी के कुल 20 पशु बरामद किये है। एक बुलेरो पिकअप बरामद की गई है। साजिद उर्फ चमड़ा गुलावठी थाने का टॉप टेन बदमाश है तथा ए श्रेणी का हिस्ट्रीशीटर अपराधी भी है।
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि साजिद कुख्यात पशु चोर है, जिस पर हापुड़, ग्रेटर नोएडा, बुलंदशहर जनपद के अलग-अलग स्थानों में 38 पशु चोरी के मामले दर्ज हैं।
साजिद गुलावठी से पूरा गिरोह चलाता था, एसएसपी ने पशु चोर गिरोह के फरार अन्य छह सदस्यों को भी शीघ्र गिरफ्तार करने के गुलावठी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक यज्ञदत्त शर्मा को सख्त निर्देश दिए हैं तथा कुख्यात पशु चोर को गिरफ्तार करने वाली टीम को 25000 रूपये का इनाम देने की घोषणा की है।
साहब अब तक तो मंत्री जी की भैंस चोरी हो जाती थी तो एक ही दिन में मिल जाती थी, मगर पहली बार ऐसा हुआ है कि हमारी भैंस चोरी हुई और मिल गई। ये वाक्य उन पीड़ितों के थे जो थाने में अपनी चोरी गई बरामद भैंस को लेने थाने पहुंचे और एसएसपी से कहने लगे। दरअसल एसएसपी से अपनी बात कहते हुए कुछ पशु चोर पीड़ित भावुक भी हो गए और पशु चोरी का गम उनकी आंखों में छलक उठा।
चोरी के बरामद पशुओं को लेने के लिए थाने में पशु चोर पीड़ितो का जमावड़ा लगा रहा। कई लोग एक ही पशु पर अपना स्वामित्व अधिकार होने का दावा करते नजर आए, तो कुछ लोग बरामद पशुओं को अपना बताते नजर आए, हालांकि कोतवाली प्रभारी निरीक्षक यज्ञदत्त शर्मा ने ऐसे ही लोगों को बरामद पशु दिए जिनकी पूर्व में एफ आई आर दर्ज थी और उनके हुलियों से बरामद पशुओं का मिलान हो रहा था।