रेस्कयू कर डेवलप की जाएगी बच्चों की स्किल, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट का ऑपरेशन जारी
आगरा में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट का ऑपरेशन जारी है। टीम के सदस्य ऑपरेशन चलाकर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। बच्चों को भिक्षावृत्ति से दूर करने के लिए यूनिट के सदस्य आम नागरिक बनकर चौराहों पर घूम रहे हैं। सभी का मकसद बस इतना है कि किसी भी तरह भीख मांगने वाले बच्चों का रेस्क्यू कर रेहाबिलिटेशन किया जा सके।
आगरा शहर में अभियान के दौरान पुलिस टीम ने प्रतापपुरा चौराहे से दो नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू किया। दोनों नाबालिग बच्चे सड़क पर गुब्बारे बेच रहे थे। सादा कपड़ो में टीम के सदस्य बच्चो तक पहुँचे और मौका देखकर बच्चो को रेस्क्यू कर लिया।
माजरा समझते ही नाबालिग के साथ मौजूद गिरोह के अन्य सदस्य मौके से फरार हो गए। बच्चो को छुड़ाने पुलिस के पास तक नहीं आये। पुलिस टीम दोनों बच्चों का रेस्क्यू करने के साथ उनका रेहबलिटेशन करेंगे। इसके बाद दोनों बच्चों का रेस्टोरेशन किया जाएगा। पुलिस के ट्रिपल आर अभियान ने शातिरों पर प्रहार हो रहा है। शहर की सड़कों पर बच्चो से भीख मंगवाने वालांे की तलाश की जा रही है।
अभियान के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि पुलिस को देखते ही बच्चे भाग जाते थे। इसलिए अब अभियान के पैटर्न में बदलाव किया गया है। चौराहों पर सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। उन्हें बच्चो से बात कर रेस्क्यू करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
रेस्क्यू किये गए बच्चों को मेडिकल सुविधा दी जाएगी। उनकी स्किल डेवलप की जाएगी। जो पढ़ना चाहेंगे उन्हें स्कूल भेजा जाएगा। जो बच्चे कुछ सीखना चाहेंगे उन्हें सिलाई, कढ़ाई अन्य काम भी सिखाये जाएंगे। शहर की सड़कों पर नजर आने वाली भिखारियों की भीड़ पुलिस के स्टिंग ऑपरेशन के बाद गायब हो गई है। अंदेशा जताया जा रहा है कि कोई रैकेट है जो शहर की सड़कों पर बच्चों से भीख मंगवाने का काम कर रहा है।
एसपी ग्रामीण ने लोगों से अपील की है कि वह चौराहे पर भीख मांगने वाले बच्चों को रुपए देने के बजाय टॉफी बिस्कुट और खाने पीने का सामान दें। एसपी ग्रामीण ने यह भी कहा कि जो लोग बच्चों से भीख मंगवाने का काम करते हैं उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।