संपादकीय विशेष

कोहरे की मोटी चादर में कांपा Muzaffarnagar: विजिबिलिटी शून्य, रेड अलर्ट जारी, स्कूल छुट्टी की बढ़ी उम्मीद

Muzaffarnagar weather ने एक बार फिर अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। सोमवार सुबह शहर और ग्रामीण अंचलों में ऐसा घना कोहरा छाया कि सड़कों पर कुछ ही मीटर की दूरी पर दिखाई देना भी मुश्किल हो गया। देर रात से शुरू हुआ कोहरा सुबह तक और अधिक सघन होता चला गया, जिससे विजिबिलिटी लगभग शून्य जैसी स्थिति बन गई।
सुबह के समय लोगों को घरों से निकलने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, वहीं दोपहर के समय तेज धूप निकलने से कुछ हद तक राहत जरूर मिली, लेकिन ठंड का असर पूरे दिन बना रहा।


पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ठंड का कहर, मुजफ्फरनगर सबसे ज्यादा प्रभावित

पश्चिमी उत्तर प्रदेश इन दिनों कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की चपेट में है। Muzaffarnagar weather की बात करें तो यहां शीतलहर लगातार लोगों को प्रभावित कर रही है। सोमवार, 22 दिसंबर को जिले का अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार दिनभर औसतन तापमान 12 डिग्री के आसपास बना रह सकता है, जिससे ठिठुरन और बढ़ने की आशंका है।


मौसम विभाग का बड़ा अलर्ट, 25 दिसंबर तक रेड/ऑरेंज चेतावनी

मौसम विशेषज्ञों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि मंगलवार और बुधवार को भी Muzaffarnagar weather में कोई बड़ा सुधार देखने को नहीं मिलेगा।
घना कोहरा, शीतलहर और सर्द हवाएं अगले कुछ दिनों तक बनी रहेंगी।
मौसम विभाग ने 25 दिसंबर तक रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है, जिससे प्रशासन और आम जनता दोनों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार—

  • सुबह और देर रात कोहरा बेहद घना रहेगा

  • विजिबिलिटी बेहद कम रहेगी

  • बुजुर्गों और बच्चों पर ठंड का ज्यादा असर पड़ेगा


बच्चों के साथ अभिभावकों को भी स्कूल छुट्टी का इंतजार

लगातार बढ़ती ठंड और कोहरे के कारण स्कूल छुट्टी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
सुबह के समय जब सड़कों पर कुछ दिखाई नहीं देता, तब बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर अभिभावक खासे चिंतित नजर आ रहे हैं।
Muzaffarnagar weather की गंभीरता को देखते हुए अब न सिर्फ छात्र, बल्कि अभिभावक भी प्रशासन के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।

कई अभिभावकों का कहना है कि—

  • सुबह का समय बच्चों के लिए सबसे जोखिम भरा है

  • ठंड और प्रदूषण से बच्चों की सेहत प्रभावित हो सकती है

  • प्रशासन को जल्द निर्णय लेना चाहिए


जिला प्रशासन अलर्ट मोड में, रेन बसेरों की व्यवस्था तेज

मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन ने ठंड को देखते हुए शहर में व्यापक इंतजाम किए हैं।
Muzaffarnagar weather के चलते—

  • रेन बसेरों को पूरी तरह सक्रिय किया गया है

  • शहर के प्रमुख चौराहों पर अलाव जलाए जा रहे हैं

  • रोडवेज बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर विशेष व्यवस्था की गई है

अधिकारियों को रात से दिन तक सड़कों पर तैनात किया गया है।
जो भी व्यक्ति सड़कों पर सोता हुआ पाया जा रहा है, उसे तत्काल रेन बसेरे में भेजा जा रहा है ताकि किसी की जान को खतरा न हो।


नगर पालिका की सक्रियता, कंबल-गद्दे और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध

नगर पालिका मुजफ्फरनगर ने Muzaffarnagar weather को ध्यान में रखते हुए शहर के सभी रेन बसेरों और चौराहों पर—

  • कंबल

  • गद्दे

  • प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था

उपलब्ध करा दी है।
नगर पालिका कर्मी लगातार निगरानी कर रहे हैं ताकि जरूरतमंदों तक समय पर सहायता पहुंच सके।


सरकारी अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या, डॉक्टरों की चेतावनी

ठंड और प्रदूषण के बढ़ते असर के चलते सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
खासतौर पर—

  • बुजुर्ग

  • सांस की बीमारी से ग्रसित लोग

  • अस्थमा और एलर्जी के मरीज

अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
चिकित्सकों ने स्पष्ट सलाह दी है कि ऐसे लोग घर से बाहर निकलने से बचें और अत्यंत आवश्यक होने पर ही बाहर जाएं।


ट्रैफिक विभाग की अपील, कोहरे में वाहन चलाते समय बरतें सावधानी

घने कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है।
ट्रैफिक विभाग ने Muzaffarnagar weather को देखते हुए वाहन चालकों से अपील की है—

  • अनावश्यक यात्रा से बचें

  • जरूरी होने पर ही वाहन निकालें

  • फॉग लाइट का उपयोग अनिवार्य रूप से करें

  • तेज रफ्तार से वाहन न चलाएं

सुबह और देर रात विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।


आमजन से प्रशासन की अपील, मानवता दिखाने में करें सहयोग

प्रशासन और नगर पालिका ने आम लोगों से अपील की है कि—

  • सड़कों पर सो रहे किसी भी व्यक्ति को रेन बसेरे तक पहुंचाने में मदद करें

  • या तुरंत प्रशासन और नगर पालिका को सूचना दें

यह सहयोग ठंड से किसी की जान बचाने में निर्णायक साबित हो सकता है।


मुजफ्फरनगर में लगातार बिगड़ता मौसम जनजीवन के लिए गंभीर चुनौती बनता जा रहा है। घना कोहरा, शीतलहर और बढ़ता प्रदूषण न सिर्फ यातायात और स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्थाओं की भी कड़ी परीक्षा ले रहा है। ऐसे समय में सतर्कता, सहयोग और जिम्मेदारी ही सबसे बड़ा बचाव है, ताकि ठंड के इस दौर में किसी भी अनमोल जीवन को खतरे में न पड़ने दिया जाए।

Dr. S.K. Agarwal

डॉ. एस.के. अग्रवाल न्यूज नेटवर्क के मैनेजिंग एडिटर हैं। वह मीडिया योजना, समाचार प्रचार और समन्वय सहित समग्र प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। उन्हें मीडिया, पत्रकारिता और इवेंट-मीडिया प्रबंधन के क्षेत्र में लगभग 3.5 दशकों से अधिक का व्यापक अनुभव है। वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों, चैनलों और पत्रिकाओं से जुड़े हुए हैं। संपर्क ई.मेल- [email protected]

Dr. S.K. Agarwal has 389 posts and counting. See all posts by Dr. S.K. Agarwal

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

13 − 10 =